April 2018 Mein Nasscom ki Pahli Mahila President kaun Bani

April 2018 mein nasscom ki pahli mahila president kaun bani : आप सभी ने राष्ट्रीय स्तर पर नैसकॉम कंपनी का नाम जरूर सुना होगा और 2018 में एक ऐसी नियुक्ति भी नैसकॉम द्वारा की गई थी जिसमें की एक महिला को इसकी राष्ट्रीय अध्यक्ष के तौर पर नियुक्त किया गया था

आमतौर पर जब भी किसी कंपनी या आयोग के अध्यक्ष के रूप में किसी महिला को नियुक्त किया जाता है तो हमारे मन में उस से जुड़ी विभिन्न जानकारियों को प्राप्त करने की लालसा भी बढ़ जाती है

क्योंकि इतने बड़े पदों पर महिलाओं का पहुंचना अपने आप में महिलाओं की प्रगति को दर्शाता है

उदाहरण के तौर पर हम इंदिरा गांधी और प्रतिभा देवी सिंह पाटिल जैसी महिलाओं को इसीलिए याद करते हैं क्योंकि वे भारत के सर्वोच्च पदों पर आसीन होने वाली पहली महिलाएं थी

तो आज के इस लेख में हम इसी राष्ट्रीय स्तर के सर्विस प्रोवाइडर कंपनी नैसकॉम की पहली महिला प्रेसिडेंट के बारे में कुछ जानकारियों को आपके साथ साझा करने वाले हैं

साथ ही आज के इस लेख का हमारा मुख्य विषय रहेगा April 2018 mein nasscom ki pahli mahila president kaun bani

 

April 2018 Mein Nasscom ki Pahli Mahila President kaun Bani
अप्रैल 2018 में नैसकॉम की पहली महिला अध्यक्ष कौन बनी थी ?

 

April 2018 Mein Nasscom ki Pahli Mahila President Kaun Bani

 आज से लगभग 2 वर्ष पूर्व 2 अप्रैल 2018 को नैसकॉम कंपनी द्वारा अपनी पहली महिला अध्यक्ष की नियुक्ति की गई थी और उनका नाम था देबांजनी घोष है 

अपनी स्थापना से लेकर नैसकॉम कंपनी ने कभी भी अपने सर्वोच्च पद यानी कि प्रेजिडेंट पद के लिए किसी महिला को नहीं चुना था परंतु 2018 में नैसकॉम के अध्यक्ष रॉय द्वारा इस पद हेतु देबांजनी घोष  का चयन किया गया

 

nasscom ki pahli mahila president kaun bani

 

इस नैसकॉम कंपनी की स्थापना यानी 1988 से लेकर अब तक देबांजनी घोष इस कम्पनी की पांचवी अध्यक्ष बनी है और साथ ही पहली महिला अध्यक्ष भी यही है

यह कंपनी भारत में एक राष्ट्रीय स्तर की सर्विस प्रोवाइडर एवं सॉफ्टवेयर से संबंधित कंपनी है जिसमें कि 2000 से अधिक सदस्य काम करते हैं और इनमें भी कुछ सदस्य बाहरी कंट्री से आते हैं

 

नैसकॉम कंपनी की पहली महिला प्रेसिडेंट के बारे मे

अप्रैल 2018 में नैसकॉम नामक सॉफ्टवेयर कंपनी की पहली महिला प्रेसिडेंट बनने वाली देबांजनी घोष का संबंध टेक्नोलॉजी से काफी समय से रहा है और इनके पास कई सालों का अनुभव भी है

नैसकॉम को ज्वाइन करने से पहले उन्होंने 2 साल तक राष्ट्रीय कंपनी इंटेल कॉरपोरेशन में भी काम किया था और जो कि मोबाइल से संबंधित एवं टेक्नोलॉजी से संबंधित हैं

अपनी कॉलेज खत्म करने के बाद से ही इन्होंने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से संबंधित विभिन्न प्रकार की खोजों में काम करना शुरू कर दिया था और संयुक्त राज्य अमेरिका में भी इन्होंने इंटर्नशिप में भाग लिया था

इनकी इसी रुचि को देखते हुए नैसकॉम कंपनी ने 2018 में अपनी कंपनी में आने के कुछ वर्षों बाद ही ने अपनी पहली महिला अध्यक्ष के रूप में चुना

1988 में जब नैसकॉम की स्थापना हुई थी तो इसके पहले अध्यक्ष एवं इसके संस्थापक देवांग मेहता भी यही चाहते थे कि इनकी कंपनी नैसकॉम की बागडोर एक दिन एक महिला संभाले क्योंकि उनका मानना था कि महिलाओं में एक ऐसी शक्ति है जो कि उन्हें नेतृत्व करने में मजबूत बनाती हैं

April 2018 में देबांजनी घोष के अध्यक्ष बनने से पहले इसके अध्यक्ष आर चंद्रशेखर ने भी नैसकॉम द्वारा उठाए गए इस कदम का समर्थन किया और इससे यह देखा जा सकता है कि भारत के उच्च वर्ग के पुरुष भी महिलाओं को इन कंपनियों में आगे आता देख शहद और गर्वित महसूस कर रहे हैं

 

नैसकॉम क्या है – Nasscom in Hindi 

नैसकॉम एक राष्ट्रीय स्तर की कंपनी है जिसकी स्थापना भारत में 1988 में की गई थी और अपनी स्थापना से लेकर आज तक इसका मुख्य लक्ष्य सूचना प्रौद्योगिकी एवं उद्योग से संबंधित ही रहा है

अपनी स्थापना वर्ष 1988 से लेकर आज तक इस कंपनी ने 5 अध्यक्ष देखे हैं और जिनमें से पांचवे के रूप में इस कंपनी की पहली महिला अध्यक्ष भी बनी है, जिनका नाम है देबांजनी घोष है

यह कंपनी मुख्यता बहुत सारी कंपनियों की सदस्यता के साथ भी काम करती हैं और एक डांटा सर्वे के मुताबिक आज इस नैसकॉम में कुल 2800 से ज्यादा कंपनियों की साझेदारी हैं

ऐसे में किसी महिला का इतनी बड़ी कंपनी के अध्यक्ष के रूप में आगे आना अपने आप में एक अविश्वसनीय सा विचार लगता है परंतु नैसकॉम ने ऐसा करके इतिहास भी रचा है

नैसकॉम की फुल फॉर्म नेशनल एसोसिएशन ऑफ सर्विसेज एंड सॉफ्टवेयर हैं और इसकी स्थापना के बाद से ही भारत में प्रौद्योगिकी से संबंधित उद्योगों में भारी वृद्धि हुई है क्योंकि इसकी स्थापना के समय में ही भारत में संचार क्रांति की भी शुरुआत हो चुकी थी

इस कंपनी का मुख्यालय भारत की राजधानी नई दिल्ली के समीप नोएडा में स्थित हैं और इसके पहले अध्यक्ष के रूप में श्री रामानुजन को जाना जाता है

किसी भी कंपनी की कितनी वर्द्धदी होगी, यह उस की बागडोर संभालने वाले नेतृत्व पर निर्भर करता है और नैसकॉम को शुरुआत से ही बहुत अच्छे अध्यक्ष प्राप्त हुए हैं, जिस कारण से आज तक भी यह भारतीय क्षेत्रों में वृद्धि कर रही हैं

 

कौन है देबांजनी घोष

अपनी छवि इन्होंने इंटेल कॉर्पोरेशन में काम करके पहले ही सबको बता दी थी कि इन में कितनी शक्ति और कितनी नेतृत्व करने की क्षमता है और शायद इसी की बदौलत नैसकॉम ने इन्हें चुना

2020 में जब संपूर्ण कंपनियों द्वारा अपने स्टाफ को कोरोना वायरस के चलते निकाला जा रहा था तो ऐसे में भी इन्होंने अपनी नेतृत्व क्षमता के बल पर बहुत ही कम जॉब कट करते हुए नैसकॉम के कर्मचारियों को work-from-home तक प्रोवाइड करवाया था

इसी कारण से इनकी इस नीति को बहुत सारी अन्य कंपनियों द्वारा भी अपनाया गया जो कि उस समय अपने कर्मचारियों को काम से निकाल रही थी और लोगों में अविश्वास की छवि भी उन कंपनियों के बारे में पैदा होती जा रही थी

इनके द्वारा अपनाई गई इस स्ट्रेटजी को आगे चलकर “घोष स्ट्रेटजी” नाम भी दिया गया क्योंकि इन्हीं के द्वारा यह बताया गया था कि कोई भी कंपनी जो कि प्रौद्योगिकी उद्योग से जुड़ी है

अपने कर्मचारियों से कैसे बहुतायत में काम करवा सकती हैं और मुश्किल समय में किस प्रकार से उनकी जॉब को सिक्योर भी कर सकती हैं

हम और आप इनकी प्रसिद्धि का अंदाजा इस बात से लगा सकते हैं कि कौन बनेगा करोड़पति शो में भारत के प्रसिद्ध बॉलीवुड अभिनेता श्री अमिताभ बच्चन द्वारा एक प्रश्न एक कंटेस्टेंट से पूछा गया था और उसमें यही सवाल था कि 2018 में नैसकॉम कंपनी की पहली महिला अध्यक्ष के रूप में किसे नियुक्त किया गया था

साथ ही बाद में इसे देबांजनी घोष द्वारा भी अपने ट्विटर हैंडल पर पोस्ट करके सभी को इसके लिए बधाइयां भी दी और आभार भी प्रकट किया

 

अन्य कंपनियों में महिलाओं की स्थिति

नैसकॉम कंपनी के अलावा कुछ अन्य कंपनियां भी हैं जिन्होंने अपनी कंपनी के मुख्य जिम्मेदारी के पद पर किसी महिला को नियुक्त किया है

यह सभी कंपनियां निम्नलिखित हैं :

  1. रेवती अद्वैथी सबसे बड़ी विनिर्माण कंपनी फ्लेक्स की सीईओ के रूप में कार्य कर रही हैं
  2. रेशमा केवलरामानी सबसे बड़ी मेडिकल फर्म वरटेक्स्ट फार्मास्यूटिकल में काम कर रही हैं
  3. सोनिया सिंगल अमेरिका में गैप इंक नामक कंपनी की सीईओ है
  4. भारत की जय श्री उल्लास Arista नेटवर्क्स की प्रमुख हैं
  5. भारत की अंजली सूद विमियो की चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर हैं
  6. भारत की फाल्गुनी नायर एक सौंदर्य कंपनी Nyaka की प्रमुख हैं
  7. अंकिता बॉस जिलिंगो कंपनी कि सह संस्थापक और चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर हैं और इनका संबंध भी भारत से ही हैं

 

FAQs : April 2018 mein nasscom ki pahli mahila president kaun bani

सवाल : नैसकॉम की पहली महिला अध्यक्ष कौन बनी

अप्रैल 2018 में नैसकॉम की पहली महिला अध्यक्ष देबांजनी घोष बनी है

सवाल : नैसकॉम क्या है?

यह नैसकॉम एक सॉफ्टवेयर और सेवा प्रदाता कंपनियों का संगठन है जो कि राष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त हैं

सवाल : नैसकॉम की फुल फॉर्म क्या है?

नैसकॉम की फुल फॉर्म नेशनल एसोसिएशन ऑफ सॉफ्टवेयर एवं सर्विस कंपनीज है

सवाल : क्या नैसकॉम में देबांजनी घोष से पहले कोई महिला अध्यक्ष रही है?

नहीं, इस कंपनी में देबांजनी घोष से पहले कोई महिला अध्यक्ष नहीं रही है

सवाल : नैसकॉम कंपनी की स्थापना कब की गई थी?

साल 1988 में नैसकॉम कंपनी की स्थापना की गई थी

सवाल :  देबांजनी घोष नैसकॉम की कितने नंबर के अध्यक्ष हैं?

यह नैसकॉम की पांचवें नंबर की अध्यक्ष हैं अर्थात कि इनसे पहले भी 4 अध्यक्ष नैसकॉम को संभाल चुके हैं

सवाल : नैसकॉम के अध्यक्ष के रूप में देबांजनी घोष ने कब पदभार संभाला?

इनके द्वारा नैसकॉम के अध्यक्ष के रूप में 2 अप्रैल 2018 को पदभार ग्रहण किया गया था

 

Conclusion

तो पाठकों हम आशा करते हैं कि आपको आज का हमारा यह लेख April 2018 mein nasscom ki pahli mahila president kaun bani बहुत ज्यादा पसंद आया होगा और इस लेख को पढ़कर आपको इस सॉफ्टवेयर कंपनी की पहली महिला अध्यक्ष के बारे में संपूर्ण जानकारी प्राप्त हो गई होगी

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इस लेख को शुरवात से अंत तक पढ़ने के लिए आप सभी पाठकों का बहुत-बहुत आभार और धन्यवाद