भारत के शिक्षा मंत्री कौन है | Bharat Ke Shiksha Mantri Kaun Hai

Bharat Ke Shiksha Mantri Kaun Hai – आज का हमारा विषय भारत के शिक्षा मंत्री और भारत में शिक्षा से संबंधित होने वाला है।

इंसान को इंसान बनाने वाला जो महत्वपूर्ण तत्व है वह शिक्षा ही हैं और शिक्षा की भारतीय परंपरा अंग्रेजों के शासनकाल से ही शुरू होकर आई है।

इसके बावजूद, कुछ लोग आज भी अंग्रेजी शिक्षा को ही महत्व देते हैं, जबकि दूसरी ओर कई लोग भारतीय संस्कृति और भारतीय भाषाओं के महत्व की ओर इशारा करते हैं।

इस परिस्थिति में, शिक्षा मंत्री के कार्यकाल में ऐसी नीतियों का अनुमोदन किया जाना चाहिए जो समृद्ध भारतीय संस्कृति और भाषाओं को बढ़ावा दें, साथ ही अंग्रेजी शिक्षा को भी महत्व देते हुए उच्च स्तर पर लागू किया जाए।

इसके लिए शिक्षा मंत्री को बेहतरीन योजनाओं का विकास और कार्यान्वयन करने की जरूरत होती है। परंतु कही सारे लोगों को शिक्षा मंत्री क्या होता है और उनका कार्यप्रणाली के बारे में कुछ भी जानकारी नहीं होती है

इसीलिए आज के लेख में हम भारत के शिक्षा मंत्री कौन है, भारत में शिक्षा का प्रचार किस प्रकार से हुआ और भारत के राज्यों में शिक्षा मंत्री वर्तमान में कौन है जैसे महत्वपूर्ण बातों पर चर्चा करेंगे !

इसीलिए इस लेख को शुरवात से अंत तक जरूर पढ़े और अपने दोस्तों के साथ भी शेयर करे

 

Bharat Ke Shiksha Mantri Kaun Hai

 

Bharat Ke Shiksha Mantri Kaun Hai

 

शिक्षा मंत्री कौन होता है | Shiksha Mantri Koun Hota Hai 

भारत के संविधान में शिक्षा मंत्री का पद उल्लेखित नहीं था, यह पूर्व में मानव संसाधन मंत्रालय के अंतर्गत ही आता था परंतु हाल ही में इसे एक अलग से केंद्रीय मंत्रालय का दर्जा दे दिया गया है।

इस कारण से इसका महत्व और भी ज्यादा बढ़ जाता है आमतौर पर इस में मंत्री परिषद में से एक मंत्री को शिक्षा मंत्री बनाया जाता है

जिसका कि यह संपूर्ण दायित्व रहता है कि वह संपूर्ण राष्ट्र में शिक्षा की व्यवस्था को देखें और शिक्षा को उच्च स्तर तक लेकर जाए।

किसी भी देश के शिक्षा मंत्री का यह दायित्व रहता है कि वह अपने देश के विद्यार्थियों का उत्थान करें और अपने देश में शिक्षा की गुणवत्ता को बढ़ाएं ताकि अन्य देशों से भी हमारे देश में विद्यार्थी शिक्षा ग्रहण करने के लिए आए ग्रहण करने के लिए ग्रहण करने के लिए आए।

 

शिक्षा मंत्री कौन है भारत के – Shiksha Mantri kaun hai bharat ke

 भारत के वर्तमान शिक्षा मंत्री श्री धर्मेंद्र प्रधान हैं इससे पहले यह पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री थे। 

उन्होंने 7 जुलाई 2021 को भारत के शिक्षा मंत्री के रूप में शपथ ली।

पूर्व में शिक्षा मंत्री को मानव संसाधन और विकास मंत्री कहा जाता था परंतु इसका हाल ही में नाम बदलकर शिक्षा मंत्री कर दिया गया। इनसे पहले रमेश पोखरियाल भारत के शिक्षा मंत्री थे।

 

बिहार के शिक्षा मंत्री कौन हैं – Bihar ke Shiksha Mantri kaun hai 

वर्तमान में बिहार के शिक्षा मंत्री श्री विजय कुमार चौधरी हैं  | विजय कुमार चौधरी का जन्म  8 जनवरी 1957 को बिहार के समस्तीपुर में हुआ था।

हम सभी जानते हैं बिहार को वर्तमान में भारत के गरीब राज्यों में गिना जाता है परंतु सबसे ज्यादा प्रशासनिक अधिकारी भी इसी राज्य ने भारत को दिए हैं जो कि इसकी विशेषता बताता हैं।

वर्तमान बिहार के मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार ने भी शिक्षा पर विशेष जोर दिया है।

 

झारखंड के शिक्षा मंत्री कौन हैं – Jharkhand ke Shiksha Mantri kaun hai 

वर्तमान में झारखंड के शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो हैं जो कि स्वयं इंटरमीडिएट पास है परंतु अपनी प्रतिभा के कारण वह झारखंड के सर्वश्रेष्ठ शिक्षा मंत्री रहे हैं।

यह 2021 में झारखंड के शिक्षा मंत्री बने थे। इनके द्वारा जब इंटरमीडिएट की परीक्षा दी गई थी तब यह बहुत ज्यादा चर्चा में रहे थे।

 

उत्तर प्रदेश के शिक्षा मंत्री कौन हैं – Uttar pradesh shiksha mantri kaun hai

भारत में जनसंख्या की दृष्टि से उत्तर प्रदेश सबसे बड़ा राज्य  माना जाता है इस कारण से यहां शिक्षा की व्यवस्था और उसे सुचारू रूप से चलाने हेतु भी शिक्षा मंत्री का कर्तव्य बहुत ज्यादा बढ़ जाता है।

वर्तमान में उत्तर प्रदेश के शिक्षा मंत्री श्री सतीश त्रिवेदी हैं इनका स्थान जल्दी संदीप सिंह ले लेंगे क्योंकि उत्तर प्रदेश में हाल ही में नए मंत्रिमंडल का गठन किया गया है जिस कारण से संदीप सिंह को अगला शिक्षा मंत्री चुना गया है।

 

राजस्थान के शिक्षा मंत्री कौन हैं – Rajasthan shiksha mantri kaun hai 

क्षेत्रफल  की दृष्टि से भारत का सबसे बड़ा राज्य राजस्थान है, इसके वर्तमान शिक्षा मंत्री श्री बुलाकी दास जी कला है।

इससे पहले बुलाकी दास जी कला राजस्थान के ऊर्जा मंत्री थे |  बुलाकी दास जी कला से पहले राजस्थान के शिक्षा मंत्री श्री गोविंद सिंह जी डोटासरा थे

लेकिन प्रारंभिक शिक्षक भर्ती घोटाले के मामले में उनका नाम  होने के कारण उन्हें इस पद से हटा दिया गया था।

राजस्थान जैसे राज्य में शिक्षा की महत्वता और भी बढ़ जाती है

क्योंकि यहां की जलवायु परिस्थितियां सामान्य नहीं हैं जिस कारण से यहां शिक्षा की व्यवस्था कर पाना भी एक सबसे बड़ी चुनौती हैं,

लेकिन इसके बावजूद भी राजस्थान में कई ऐसे जिले हैं जिनमें की शिक्षा की उच्च गुणवत्ता के कारण अन्य राज्यों के विद्यार्थी भी इनकी ओर आकर्षित होते हैं।

राजस्थान का कोटा जिला IIT की तैयारी के लिए सबसे सर्वश्रेष्ठ स्थान माना जाता है, इसकी तैयारी के लिए यहां पर संपूर्ण देश से युवा आते हैं और यहां के सर्वश्रेष्ठ कोचिंग संस्थानों में कोचिंग करते हैं।

 

भारत के प्रथम शिक्षा मंत्री कौन थे – Bharat ke pratham shiksha mantri kaun Hai

भारत को स्वतंत्रता के पश्चात जिस चीज को सबसे ज्यादा आगे बढ़ाना था वह थी शिक्षा क्योंकि अशिक्षित होने के कारण ही अंग्रेजों ने हम पर इतने सालों तक राज किया था

और हमारा शोषण किया था इस बात को संविधान निर्माता पहले ही भांप चुके थे कि बिना किसी शिक्षा के भारत का आगे बढ़ पाना नामुमकिन है

भारत के पहले शिक्षा मंत्री मौलाना अब्दुल कलाम आजाद थे जो कि एक अल्पसंख्यक थे इनकी उच्च सोच के बदौलत ही इन्हें भारत का पहला शिक्षा मंत्री नियुक्त किया गया था।

इनके नाम की सिफारिश सबसे ज्यादा डॉक्टर भीमराव अंबेडकर द्वारा की गई थी क्योंकि वे जानते थे कि मौलाना अब्दुल कलाम आजाद एक ऐसे शख्स हैं जो भारत में शिक्षा को बहुत आगे तक ले जा सकते हैं और शिक्षा की नींव को मजबूत कर सकते हैं।

मौलाना अब्दुल कलाम आजाद शिक्षा मंत्री रहने से पहले एक पत्रकार और स्वतंत्रता सेनानी थे। यह महात्मा गांधी के विचारों से बहुत ज्यादा प्रभावित थे और उन्हीं सिद्धांतों पर अपने कार्यों को किया करते थे।

1952 मे मौलाना अब्दुल कलाम आजाद उत्तर प्रदेश के रामपुर जिले से सांसद चुने गए थे और इसी समय में भारत का पहला शिक्षा मंत्री भी नियुक्त किया गया था।

मौलाना अब्दुल कलाम आजाद भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस से जुड़े थे और इसके एक प्रमुख नेता थे। 1940 से 1945 तक यह भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के प्रेसिडेंट भी रहे थे।

 

भारत के शिक्षा मंत्रियों की सूची 

हमारे भारत में कई सारे शिक्षा मंत्री रह चुके हैं इनमें से कईयों का कार्यकाल बहुत बड़ा रहा तो कुछ शिक्षा मंत्रियों का कार्यकाल मात्र कुछ महीनों भर तक ही रहा ।

 

भारत के शिक्षा मंत्रियों की सूची 

 

  • 1) मौलाना अब्दुल कलाम आजाद :

यह भारत के प्रथम शिक्षा मंत्री थे। इनका कार्यकाल 15 अगस्त 1947 से लेकर 22 जनवरी 1958 तक रहा था।

इनका संबंध भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस से था और यह भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के प्रेसिडेंट भी रहे थे।

एक अल्पसंख्यक होने के बावजूद भी इनके द्वारा भारत की शिक्षा को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया गया और 11 वर्षों तक इन्होंने शिक्षा मंत्री के रूप में अपनी सेवाएं राष्ट्र को समर्पित की।


  •  2) डॉक्टर KL श्रीमली :

यह राज्यमंत्री के रूप में भारत के शिक्षा मंत्री रहे। इनका कार्यकाल 22 जनवरी 1958 से लेकर 31 अगस्त 1963 तक रहा था।

इनका संबंध राजस्थान के उदयपुर से था। राजस्थान में शिक्षा व्यवस्था को आगे बढ़ाने में केएल श्रीमली योगदान बहुत ज्यादा रहा।


  • 3) हुमायूं कबीर :

हुमायूं कबीर भारत के तीसरे शिक्षा मंत्री थे। इनका कार्यकाल 1 सितंबर 1963 से लेकर 21 नवंबर 1963 तक रहा।

इनका जन्म बांग्लादेश के फरीदपुर में हुआ था परंतु 1971 में बांग्लादेश के विभाजन के बाद यह भारत में ही आ गए।


  • 4) एमसी छागला :

एमसी छागला भारत के चौथे शिक्षा मंत्री थे । शिक्षा मंत्री के रूप में इनका कार्यकाल 21 नवंबर 1963 से 13 नवंबर 1966 तक रहा था।


  • 5) फखरुद्दीन अली अहमद :

यह भारत के पांचवे शिक्षा मंत्री रहे, इससे पूर्व यह  राष्ट्रपति भी रह चुके थे। इनका कार्यकाल 14 नवंबर 1966 से लेकर 13 मार्च 1963 तक रहा था इनका यह कार्यकाल भारत के शिक्षा मंत्री के रूप में था।

इनके द्वारा आपातकाल की उद्घोषणा पर राष्ट्रपति के रूप में जो हस्ताक्षर किए गए थे उनके लिए आज भी इनकी निंदा की जाती हैं जो कि गलत हैं क्योंकि उस समय की परिस्थितियों के हिसाब से इन्होंने अपना निर्णय लिया था।


  • 6) श्री त्रिगुन सेन :

श्री सेन भारत के शिक्षा मंत्री थे।  इनका कार्यकाल शिक्षा मंत्री के रूप में 16 मार्च 1967 से लेकर 14 फरवरी 1969 तक रहा था।


  • 7) डॉ आरवी राव :

शिक्षा मंत्री के रूप में आर वी राव का कार्यकाल 14 फरवरी 1969 से लेकर 18 मार्च 1971 तक रहा था।


  • 8) सिद्धार्थ शंकर रे :

भारत के शिक्षा मंत्री के रूप में सिद्धार्थ शंकर का कार्यकाल 18 मार्च 1972 से लेकर 30 मार्च 1975 तक रहा था।


  • 9) प्रोफेसर एस नुरुल हसन :

भारत के शिक्षा मंत्री के रूप में यह राज्य मंत्री थे और उनका कार्यकाल 24 मार्च 1972 से लेकर 24 मार्च 1977 तक रहा था।


  • 10) प्रोफेसर प्रताप चंद्र चंद्र :

भारत के शिक्षा मंत्री के रूप में प्रताप चंद्र का कार्यकाल 26 मार्च 1977 से लेकर 28 जुलाई 1979 तक रहा था।


  • 11) डॉक्टर करण सिंह :

भारत के शिक्षा मंत्री के रूप में डॉक्टर करण सिंह का कार्यकाल 30 जुलाई 1979 से लेकर 14 जनवरी 1980 तक रहा था।

मात्र 7 महीनों के कार्यकाल में भी इन्होंने शिक्षा मंत्री के रूप में अपनी एक उज्जवल छवि बनाई।


  • 12) बी सकरंद :

भारत के शिक्षा मंत्री के रूप में बी सकरंद का कार्यकाल 14 जनवरी 1980 से लेकर 17 अक्टूबर 1980 तक रहा था।


  • 13) एसबी चौहान :

भारत के शिक्षा मंत्री के रूप में एसपी चौहान का कार्यकाल 17 अक्टूबर 1980 से लेकर 8 अगस्त 1981 तक रहा था।


  • 14) शीला कॉल :

यह राज्य मंत्री होने के साथ भारत की शिक्षा मंत्री थी। भारत के शिक्षा मंत्री के रूप में इनका कार्यकाल 10 अगस्त 1981 से लेकर 31 दिसंबर 1984 तक रहा था।


  • 15) केसी पंत :

भारत के शिक्षा मंत्री के रूप में केसी पंत का कार्यकाल 130 दिसंबर 1984 से लेकर 25 सितंबर 1985 तक रहा था।


  • 16) पी वी नरसिंह राव :

1991 से 1996 तक भारत के प्रधानमंत्री रहे पी वी नरसिंह राव भी भारत के शिक्षा मंत्री रहे थे। भारत के शिक्षा मंत्री के रूप में  इनका पहला कार्यकाल 25 सितंबर 1985 से लेकर 25 जून 1981 तक था।

भारत के शिक्षा मंत्री के रूप में इनका दूसरा कार्यकाल 25 दिसंबर 1994 से लेकर 9 फरवरी 1995 तक रहा था।

भारत के के शिक्षा मंत्री के रूप में इनका आखरी कार्यकाल 17 जनवरी 1996 से लेकर 16 मई 1996 तक रहा था जो कि मात्र साडे 5 महीनों का था।


  • 17) पीपी शिव शंकर :

भारत के शिक्षा मंत्री के रूप में शिव शंकर का कार्यकाल 25 जून 1986 से 2 दिसंबर 1989 तक रहा था।


  • 18) विश्वनाथ प्रताप सिंह :

भारत के प्रधानमंत्री रह चुके विश्वनाथ प्रताप सिंह भी भारत के शिक्षा मंत्री रहे थे।

भारत के शिक्षा मंत्री के रूप में विश्वनाथ प्रताप सिंह का कार्यकाल 2 दिसंबर 1990 से लेकर 10 नवंबर 1990 तक था।


  • 19) राज मंगल पांडे :

भारत के शिक्षा मंत्री के रूप में राज मंगल पांडे का कार्यकाल 21 नवंबर 1990 से 21 जून 1991 तक रहा था।


  • 20) अर्जुन सिंह :

भारत के शिक्षा मंत्री के रूप में अर्जुन सिंह का कार्यकाल 23 जून 1991 से लेकर 24 दिसंबर 1994 तक रहा था।

इनका दूसरा कार्यकाल भारत के शिक्षा मंत्री के रूप में 22 मई 2004 से लेकर 22 मई 2009 तक रहा था।


  • 21) माधवराव सिंधिया :

भारत के शिक्षा मंत्री के रूप में माधवराव सिंधिया का कार्यकाल 10 फरवरी 1995 से लेकर 17 जनवरी 1996 तक रहा था।


  • 22) अटल बिहारी वाजपेई :

भारत के सबसे कम कार्यकाल वाले प्रधानमंत्री रह चुके अटल बिहारी वाजपेई भी एक बार भारत के शिक्षा मंत्री बने थे।

शिक्षा मंत्री के रूप में इनका कार्यकाल 16 मई 1996 से लेकर 1 जून 1914 जो कि मात्र 15 से 16 दिन तक रहा।


  • 23) एस आर बोमाई :

भारत के शिक्षा मंत्री के रूप में एस आर बोमई का कार्यकाल 5 जून 1996 से लेकर 19 मार्च 1998 तक रहा था।


  • 24) मुरली मनोहर जोशी :

भारतीय जनता पार्टी की स्थापना में अहम योगदान रखने वाले मुरली मनोहर जोशी भी भारत के शिक्षा मंत्री रहे थे।

भारत के शिक्षा मंत्री के रूप में इनका कार्यकाल 19 मार्च 1998 से 21 मई 2004 तक था। यह अटल बिहारी वाजपेई की सरकार में भारत के शिक्षा मंत्री रहे थे।


  • 25) श्री कपिल सिब्बल :

भारत के जाने-माने अधिवक्ता और भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के आलाकमान नेता श्री कपिल सिब्बल भी भारत के शिक्षा मंत्री रहे हैं।

भारत के शिक्षा मंत्री के रूप में श्री कपिल सिब्बल का कार्यकाल 22 मई 2009 से लेकर 28 अक्टूबर 2012 तक था। यह प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की सरकार में शिक्षा मंत्री रहे थे।


  • 26) एम एम पल्लमराजू :

भारत के शिक्षा मंत्री के रूप में इनका कार्यकाल 29 अक्टूबर 2012 से लेकर 25 मई 2014 तक रहा था। यह भी प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की सरकार में शिक्षा मंत्री रहे थे।


  • 27) स्मृति ईरानी :

भारत की शिक्षा मंत्री के रूप में स्मृति ईरानी का कार्यकाल 26 मई 2014 से 5 जुलाई 2016 तक रहा। यह महिला और बाल विकास मंत्री भी रही ।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार में यह शिक्षा मंत्री थी।


  • 28) प्रकाश जी जावड़ेकर :

भारत के शिक्षा मंत्री के रूप में प्रकाश जावड़ेकर का कार्यकाल 5 जुलाई 2016 से 30 मई 2019 तक रहा। यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार में शिक्षा मंत्री थे।


  • 29) रमेश पोखरियाल निशंक :

भारत के शिक्षा मंत्री के रूप में इनका कार्यकाल 30 मई 2019 से लेकर 7 जुलाई 2021 तक रहा था। यह भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार में शिक्षा मंत्री थे।


  • 30) धर्मेंद्र प्रधान :  

भारत के वर्तमान शिक्षा मंत्री हैं। इन्होंने भारत के शिक्षा मंत्री के रूप में 7 जुलाई 2021 को शपथ ली थी।


 

भारत में आजादी तक शिक्षा मंत्रालय नहीं था शिक्षा मंत्रालय को मानव संसाधन विकास मंत्रालय के नाम से जाना जाता था, अतः जो मंत्री मानव संसाधन विकास मंत्री रहे उन्हें ही शिक्षा मंत्री के रूप में मान लिया गया है

 

FAQ 

सवाल : भारत के पहले शिक्षा मंत्री कौन थे ?

भारत के पहले शिक्षा मंत्री श्री अबुल कलाम आज़ाद थे। उन्होंने 15 अगस्त 1947 से 2 फरवरी 1958 तक भारत के पहले शिक्षा मंत्री के रूप में कार्य किया था

सवाल : शिक्षा मंत्री का कार्यकाल कितने साल का होता है

भारत में शिक्षा मंत्री का कार्यकाल सामान्यत: पांच साल का होता है। लेकिन यह कार्यकाल सरकार की नीतियों और निर्देशों के आधार पर विभिन्नता दिखा सकता है।

 

Conclusion

इस ब्लॉग लेख में हम ने Bharat Ke Shiksha Mantri Kaun Hai बारें में जाना। आशा करते है आप भारत के शिक्षा मंत्री कौन है और सूचि की पूरी जानकारी जान चुके होंगे।

यह सभी सूचि हम ने इंटरनेट, न्यूज़ और किताबों से ली है वही वर्तमान में भारत के शिक्षा मंत्री का नाम भी हम ने बताने की कोशिश की है

लेकिन भविष्य में शिक्षा मंत्री बदल भी सकते है यह सब चुनाव और सरकार पर निर्भय करता है की शिक्षा मंत्री के पद पर कौन रहना चाहिए फिलाल तो श्री धर्मेंद्र प्रधान इंडिया के शिक्षा मंत्री है

और भविष्य अगर कोई और शिक्षा मंत्री के पद पर आते है तो उसके बारे में हम यहाँ अपडेट कर देंगे

फिलाल यदि आप के मन में शिक्षा मंत्री को लेकर आप के मन में कोई भी सवाल यह सुझाव होगा तब आप निचे कमेंट में हमे पूछ सकते है | जिसका हम जरूर जवाब देने की कोशिश करेंगे

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