Gujarat Ki Rajdhani Kya Hai | गुजरात की राजधानी क्या है

Gujarat Ki Rajdhani : आज गुजरात को भारत के अमीर राज्यों में गिना जाता है क्योंकि यहां पर औद्योगिकरण बहुत ही तेजी से हो रहा है और प्रति व्यक्ति आय भी धीरे-धीरे बढ़ रही है

किसी राज्य को चलाने का संपूर्ण जिम्मा उस राज्य की राजधानी से तय होता है और उसी राजधानी से किसी राज्य को प्रशासनिक व आर्थिक रूप से चलाया जाता है

किसी राज्य की राजधानी के बिना उस राज्य को आगे नहीं बढ़ाया जा सकता है क्योंकि हर राज्य में एक स्थान ऐसा होना चाहिए,

जहां से राज्य संबंधी अधिनियम तथा उससे संबंधित विभिन्न प्रकार की नीतियों को तय किया जा सके, भारत के 28 राज्यों का 8 केंद्र शासित प्रदेशों की तरह ही गुजरात की राजधानी है जहां से गुजरात संचालित होता है

 

capital of Gujarat

 

जब सभी राज्यों की राजधानियों को देखा जाता है तो आपके मन में भी यह सवाल उठता होगा कि Gujarat Ki capital Kya Hai और Gujarat Ki Kaun Si Rajdhani Hai आदि

आज के इस लेख में हम गुजरात की राजधानी से संबंधित ही महत्वपूर्ण तथ्यों को देखने वाले हैं और इसके अलावा हम गुजरात से संबंधित कुछ महत्वपूर्ण जानकारी भी आपके साथ साझा करेंगे जिसका आप को वर्तमान तथ भविष्य में जरूर फायदा होगा

 

Gujarat ki Rajdhani | गुजरात की राजधानी

 

Capital of Gujarat in Hindi

 Capital of Gujarat in Hindi = गाँधीनगर (Gandhinagar)

 

अगर आपके मन में सवाल हैं की Gujrat Ki Rajdhani Ka Naam क्या है तो इसका सही उत्तर है  गांधीनगर , वर्तमान समय में गुजरात राज्य की राजधानी गांधीनगर है जिसका नामकरण हमारे भारत के राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के नाम पर किया गया है

गुजरात राज्य का गठन 1 मई 1968 को किया गया था परंतु उस समय राजधानी गांधीनगर नहीं थी,

इससे पहले तक गुजरात राजधानी अहमदाबाद हुआ करती थी ! परंतु 1970 के बाद महात्मा गांधी के सम्मान में गांधीनगर को Gujrat Ki Capital के रूप में स्थापित किया गया

क्योंकि साबरमती और अहमदाबाद का संबंध भी महात्मा गांधी से रहा है इसलिए इन शहरों को गुजरात में उचित महत्व दिया गया है

अहमदाबाद को प्राचीन काल में कर्णावती के नाम से भी जाना जाता था और प्रारंभ में अहमदाबाद को आशावट भी कहा जाता था

गांधीनगर साबरमती नदी के किनारे बसा हुआ है और यहीं पर गांधी जी का साबरमती आश्रम भी स्थित है, गुजरात की राजधानी गांधीनगर इसीलिए भी प्रसिद्ध है

क्योंकि भारत के शहर चंडीगढ़ के बाद यह एकमात्र दूसरा शहर है जिसे की बेहद ही आयोजन से बनाया गया था, इसी कारण से गांधीनगर को हरित नगरिया और ग्रीन सिटी के नाम से भी जाना जाता है

आयोजन से बनाने का अर्थ होता है कि यहां पर सड़कों की लंबाई व चौड़ाई तथा यहां पर बनाए गए मकानों का आकार भी लगभग बराबर रखा गया है और साथ ही बहुत सारे कानूनों और नियमों का पालन भी यहां पर कठोरता से होता है

गांधीनगर को गुजरात की आर्थिक और राजनैतिक राजधानी के रूप में भी जाना जाता है क्योंकि यह अरब सागर से ज्यादा दूर नहीं है, इसी कारण से भारत के समुद्री व्यापार को आगे बढ़ाने में भी गांधीनगर का बहुत बड़ा हाथ है

जैसा कि अब आप जान चुके होंगे कि चंडीगढ़ के बाद गांधीनगर यह भारत का वह दूसरा शहर है, जिसको नियोजित तरीके से बसाया गया है और इसे बसाने का श्रेय फ्रेंच वास्तु शिल्पकार लिली कोरबुसियन को जाता है

इसी फ्रेंच वास्तुशिल्पकार द्वारा चंडीगढ़ को भी अच्छे प्रकार से तथा सुनियोजित तरीके से  बसाया गया था

 

गांधीनगर को गुजरात की राजधानी क्यों बनाया गया है 

Gujrat की Rajdhani को समझने के बाद अब आपके मन में यह सवाल उठ रहा होगा कि आखिर अहमदाबाद से राजधानी को शिफ्ट कर के गांधीनगर क्यों लाया गया था

  • गांधीनगर को Gujrat Ki Capital बनाने  का पहला कारण

महात्मा गांधी का जन्म गुजरात के गांधीनगर में हुआ था जिसके कारण  इसे महात्मा गांधी का विशेष क्षेत्र भी माना जाता है,

जहां एक ओर हम महात्मा गांधी को राष्ट्रपिता के रूप में पूजते हैं तो दूसरी और उनसे संबंधित स्थान को एक राज्य की राजधानी भी बनाना चाहिए जो कि महात्मा गांधी का गृह राज्य रहा था !

इसी कारण से 1968 में गांधी नगर की स्थापना की गई व 1970 से यहां पर सभी प्रशासनिक कार्यों को शुरू किया गया


  • गांधीनगर को Gujrat Ki Capital बनाने का दूसरा कारण

यह था कि यह गांधीनगर भारत का दूसरा सुनियोजित शहर माना जाता है जिस कारण से राज्य की राजधानी भी आसानी से बसाई जा सकती हैं

सुनियोजित होने के कारण यहां पर सभी सरकारी दफ्तरों का निर्माण भी सिस्टमैटिक (Systematic) ढंग से किया जा सकता था और सभी सरकारी कार्यों को संचालित करने में किसी प्रकार की दिक्कत का सामना भी नहीं करना पड़ता

इसी कारण से आज गुजरात राज्य के विधानसभा तथा गुजरात राज्य के महत्वपूर्ण सरकारी दफ्तर हमें गांधीनगर के बाहरी इलाकों में देखने को मिलते हैं


  • गांधीनगर को राजधानी बनाने के पीछे तीसरा कारण

यह भी रहा कि यहां हरियाली से भरपूर इलाका है और जिस कारण से यहां आने वाले पर्यटकों को भी यह स्थान अच्छा लगता है

और अगर ऐसे ही स्थान को किसी राज्य की राजधानी बना दिया जाए तो उस राज्य में आने वाले पर्यटकों को भी बहुत अच्छा लगेगा और वे वहां पर बार-बार आने की सोचेंगे

अपनी हरियाली और अत्यधिक वृक्ष आवरण के कारण गांधीनगर को ग्रीन सिटी के नाम से भी जाना जाता है

 

गांधीनगर से पहले GUJRAT की क्या राजधानी थी 

गुजरात की पहली राजधानी अहमदाबाद को ही माना जाता है

क्योंकि जब 1 मई 1968 को गुजरात राज्य की स्थापना हुई थी तो गांधीनगर इसकी राजधानी के रूप में विद्यमान नहीं था,

लेकिन 1970 में गुजरात राज्य के लोगों द्वारा यह मांग की गई कि महात्मा गांधी के सम्मान में उनके प्रमुख स्थान गांधीनगर को गुजरात की राजधानी के रूप में स्थापित किया जाए

जिससे कि महात्मा गांधी को राष्ट्रपिता का सम्मान और भी उच्च दर्जे से मिल सकेगा हालांकि गुजरात की अगली राजधानी अहमदाबाद से गांधीनगर 1968 में ही स्थानांतरित कर दी गई थी परंतु पूर्ण रूप से शासकीय कार्य यहां 1970 से शुरू किए गए

अब आपके मन में Gujarat Ki Rajdhani को लेकर जो दुविधा थी वह दूर हो चुकी होगी !

 

गांधीनगर की विशेषताएं | About Gandhinagar and it’s features 

  • गांधीनगर को राष्ट्रपिता की नगरी के नाम से भी जाना जाता है
  • गांधीनगर को हरित नगरी व ग्रीन सिटी के नाम से भी जाना जाता है
  • गांधीनगर गुजरात में सबसे ज्यादा कार्बन को सोखने वाला जिला है
  • गांधीनगर गुजरात का सर्वाधिक वन आवरण वाला जिला है
  • गांधीनगर साबरमती के किनारे बसे होने के कारण पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र भी हैं
  • गांधीनगर में महात्मा गांधी का आश्रम साबरमती आश्रम भी स्थित हैं
  • गांधीनगर जिला अहमदाबाद से समीप होने के कारण आर्थिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण माना जाता है
  • गांधीनगर अरब सागर से भी बहुत नजदीक है जिस कारण यहां पर आर्थिक प्रगति भी जोरों शोरों पर रहती है
  • वर्तमान समय में गुजरात विधानसभा में कुल 182 सीटें विद्यमान है
  • वर्तमान समय में गुजरात में लोकसभा की कुल 26 सीटें विद्यमान हैं
  • वर्तमान समय में गुजरात में राज्यसभा की कुल 11 सीटे विद्यमान है
  • गुजरात राज्य के विधान मंडल में विधान परिषद विद्यमान नहीं है
  • गांधीनगर से दिल्ली मुंबई को जोड़ने वाला राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 8 गुजरता है
  • 1968 में  गांधीनगर को अहमदाबाद से शिफ्ट किया गया था
  • 1970 से गुजरात की राजधानी के रूप में सभी शासकीय कार्य गांधीनगर से संचालित होना शुरू हुए थे
  • गांधीनगर के पास में सरदार वल्लभभाई पटेल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा भी स्थित है जो कि यहां से 15 से 20 किलोमीटर की दूरी पर है
  • अहमदाबाद और साबरमती जिलों से गांधीनगर के लिए विविध प्रकार के यातायात साधन उपलब्ध हैं
  • गांधीनगर का कुल क्षेत्रफल 650 वर्ग किलोमीटर है
  • गांधीनगर में अक्षरधाम मंदिर स्थित है जो कि भारत के सबसे बड़े मंदिरों में से एक माना जाता है
  • गांधीनगर जिले का रूपल गांव बहुत ज्यादा प्रसिद्ध है क्योंकि यहां पर परली पर्व मनाया जाता है

 

FAQ : 

सवाल : गुजरात की राजधानी का नाम क्या है

गुजरात राज्य की वर्तमान राजधानी गांधीनगर हैं

सवाल : गुजरात राज्य की पहली राजधानी कौन सी थी

गांधीनगर से पहले गुजरात की कैपिटल अमदाबाद हुआ करती थीं

सवाल : गांधीनगर को कब राजधानी कब बनाया गया था

गांधीनगर को 1970 में गुजरात की Rajdhani बनायीं गयी थी

सवाल : गुजरात की राजधानी के रूप में गांधीनगर की क्या विशेषता है

यह भारत का दूसरा ऐसा शहर है जो कि व्यवस्थित रूप से बसा हुआ है

सवाल : गांधीनगर की सड़कों की क्या विशेषताएं हैं

गांधीनगर कि सड़के एक दूसरे को काटते हुए एक ग्रेड का निर्माण करती है

सवाल : गुजरात राज्य का सबसे बड़ा शहर कौन सा है

गुजरात राज्य का सबसे बड़ा शहर अहमदाबाद है

सवाल : गुजरात के वर्तमान मुख्यमंत्री कौन है

गुजरात के वर्तमान मुख्यमंत्री भूपेंद्र भाई पटेल है

सवाल : गुजरात के वर्तमान राज्यपाल कौन हैं

गुजरात के वर्तमान राज्यपाल आचार्य देवव्रत है


Conclusion

आज के लेख में हम ने जाना वर्तमान में Gujarat Ki Rajdhani ” गांधीनगर है और नाम भारत के राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के नाम पर किया गया है

वही आज हम ने गुजरात की राजधानी से संबंधित कुछ महत्वपूर्ण तथ्यों के बारे में भी जाना जिसके बारे में आप को जानना जरूरी था

हमारा हमेशा प्रयास रहेगा हमारे द्वारा साझा की हर जानकारी सटीक और विस्तार में जिसे पढ़ने के बाद किसी जगह जाने की जरूरत न पड़े !

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