Hindi mein kis bhasha ke shabd adhik Hai | हिंदी भाषा में सबसे अधिक शब्द किस विदेशी भाषा के हैं

Hindi mein kis bhasha ke shabd adhik hai : भारत की जनगणना के अनुसार भारत के आधे से ज्यादा भारतीय जनसंख्या हिंदी जानती है जिनमें से ज्यादातर भारतीय लोगों ने अपनी हिंदी को अपनी मूल भाषा या मातृभाषा घोषित किया है

भारत के अलावा हिंदी अन्य देशों जैसे पाकिस्तान, भूटान, नेपाल, बांग्लादेश, श्रीलंका, मालदीव, म्यांमार, इंडोनेशिया, थाईलैंड, चीन, जापान, ब्रिटेन, जर्मनी, न्यूजीलैंड, दक्षिण अफ्रीका, मॉरीशस, यमन युगांडा और कनाडा जैसे बाहरी देश में भी बोली जाती है

पूरी दुनिया में हिंदी तीसरी ऐसी भाषा है जो विश्व भर में सबसे ज्यादा बोली जाती है भारत के बाद नेपाल एक ऐसा देश है जहां सर्वाधिक हिंदी बोली जाती है विश्व में लगभग 70-80 करोड़ लोग हैं जो हिंदी बोलते हैं

हिंदी हमारी राष्ट्रभाषा नहीं है पर यह हमारी मातृभाषा अवश्य है, हिंदी एक ऐसी सरल भाषा है जिसे कोई भी आसानी से पढ़ और समझ सकता है यही कारण है कि भारत में बहुत ज्यादा लोग हिंदी भाषा का प्रयोग करते हैं

आगे हम हिंदी में प्रायः प्रयोग होने वाले शब्दों का अध्ययन करेंगे और हमारे आज के सवाल Hindi mein kis bhasha ke shabd adhik hai इसके बारे में भी आपको विस्तार से जानकारियां प्रदान करेंगे

 

Hindi me kis bhasha ke shabd adhik hai
हिंदी (Hindi) किस भाषा का शब्द है

 

हिंदी मे किस भाषा के शब्द अधिक हैं- Hindi me kis bhasha ke shabd adhik hai

हिंदी भाषा में फारसी, अरबी, संस्कृत, उर्दू आदि के शब्द अधिक हैं परंतु निश्चित रूप से यह कह पाना मुश्किल है कि कौन सी भाषा के शब्द सबसे अधिक प्रयोग होते है क्योंकि यह सारे शब्द लगभग-लगभग अधिक मात्रा में ही प्रयोग होते हैं

संस्कृत एक प्राचीन भाषा है जो कि आर्यों के समय से बोली जाती आई है, संस्कृत का विकास उत्तरवैदिक काल से ही माना जाता है वैदिक काल में बोल चाल की भाषा में संस्कृत का भी उपयोग किया जाता था

रामायण और महाभारत जैसे महान ग्रंथ संस्कृत में ही लिखे गए हैं महर्षि वाल्मीकि, वेदव्यास, कालिदास, विभूति दंडी आदि संस्कृत की महान विभूतियां हैं संस्कृत के तत्सम शब्दों का ही आगे चलकर हिंदी में परिवर्तन किया गया है जिन्हे हम तद्भव कहते हैं

हिंदी में अनेक प्रकार की भाषाओं का प्रयोग किया जाता है रहा है जैसे तद्भव, तत्सम, देशज, विदेशज, संकर शब्द आदि हिंदी में सबसे अधिक विदेशी शब्दों का प्रयोग होता है जिसके अंदर फारसी, अरबी, पुर्तगाली, अंग्रेजी आदि शब्द आते हैं

यदि कोई आपसे पूछें कि Hindi me kis bhasha ke shabd adhik hai तो आप बता सकते हैं कि हिंदी में विदेशज शब्दों जैसे फारसी, अरबी और अंग्रेजी आदि के शब्द अधिक पाए जाते हैं


हिंदी भाषा का इतिहास – Hindi bhasha ka itihas

संस्कृत को भारत की सबसे प्राचीन भाषा माना जाता है जिसे आर्य या देवभाषा भी कहते हैं, कहा जाता है कि हिंदी का जन्म संस्कृत से ही हुआ है वेदों की रचना संस्कृत भाषा में ही हुई है

संस्कृत के बाद जो भाषा आती है वह पाली है पाली में ही बौद्ध ग्रंथों की रचना हुई थी

पाली के बाद प्राकृत भाषा का उदय हुआ, जैन साहित्य इसी भाषा में लिखे गए थे उस समय में प्राकृत भाषा ही बोलचाल की आम भाषा थी

उस समय के बाद इस भाषा में क्षेत्रीय बोलियों की संख्या बहुत अधिक थी जिनमें शौरसेनी, ब्राचड़, मराठी, मागधी, अर्धमगधी आदि प्रमुख मानी जाती हैं

इसी भाषा के अंतिम चरण से अपभ्रंशों का विकास हुआ अपभ्रंश के ही जो सरल और देशी भाषा के शब्द थे उनको अवहट्ट नाम दिया गया था इसी अवहट्ट से हिंदी का उद्भव हुआ था

महात्मा गांधी सहित अन्य नेता भी हिंदी को राजभाषा के रूप में मानने लगे थे, हिंदी के अधिकांश विद्वानों का मानना है कि हिंदी का विकास अपभ्रंश से हुआ है जबकि कुछ का मानना है कि हिंदी का विकास अवहट्ट से हुआ है

भारत के स्वतंत्र होने के बाद संविधान सभा ने लंबी चर्चा के बाद 14 सितंबर 1949 को हिंदी को भारत की राज्यभाषा के रूप में स्वीकार किया

संविधान के अनुच्छेद 343 से लेकर 351 तक राजभाषा के संबंध में सारी जानकरियां दी गई हैं, अनुच्छेद 343 के अनुसार संघ की राजभाषा हिंदी और लिपि देवनागरी होगी, हिंदी आज दुनिया की सबसे बड़ी आबादी के लोगों द्वारा बोली एवं समझी जाने वाली भाषा है


हिंदी भाषी राज्य – Hindi bhashi rajya

भारत में एक विशाल संख्या में लोग हिंदी और उर्दू दोनों का ही प्रयोग करते हैं और समझते हैं, हिंदी भारत में संपर्क भाषा का कार्य करती है यह पूरे भारत में सामान्यता सरल रूप से समझी जाने वाली भाषा है भारत के हिंदी भाषी राज्य निम्न दिए गए हैं

  • उत्तरप्रदेश
  • उत्तराखंड
  • बिहार
  • मध्यप्रदेश
  • झारखंड
  • हरियाणा
  • छत्तीसगढ़
  • दिल्ली
  • हिमाचल प्रदेश
  • राजस्थान

हिंदी भाषा में अधिक प्रयोग होने वाले कुछ अन्य शब्द – Hindi bhasha me adhik prayog hone wale kuch anya shabd

हिंदी भाषा में बहुत से देशी विदेशी शब्द अधिकता पाए जाते हैं, हिंदी और उसकी बोलियां भारत के बहुत से राज्यों में पाई जाती हैं नीचे हम भारत की राज्यभाषा हिंदी में अधिक प्रयोग होने वाले शब्दों के बारे में पढ़ेंगे

हिंदी भाषा में देशी शब्द- Hindi bhasha me Deshi shabd

ऐसे शब्द जो अनादि काल से बोलचाल में प्रयोग होते आए हैं वह देशी शब्द कहलाते हैं, देशी शब्दों के अंतर्गत ऐसे शब्द आते हैं जिनका मूल संस्कृत से नहीं मिलता और साहित्यिक भाषाओं में सामान्य जनता के बीच युगों से प्रयोग होते आ रहे हैं देशी शब्दों के कुछ उदाहरण नीचे दिए जा रहे हैं

  • अथाह
  • जड़ावर
  • ओखली
  • उथल पुथल
  • सहन करना
  • कटारी
  • कुल्हड़
  • कोल्हू
  • खड्डा
  • गुच्छा
  • चेला
  • चाउर आदि

हिंदी भाषा में विदेशी शब्द – Hindi bhasha me Videshi Shabd

हिंदी में विदेशी भाषाओं विशेषकर फारसी, अरबी, तुर्की, अंग्रेजी, पुर्तगाली, फ्रांसीसी के शब्द चलन में आ गए हैं परंतु हिंदी ने इन भाषाओं के शब्दों को भी अपने ढंग से ग्रहण किया है

इन भाषाओं के शब्द हिंदी की अपनी विशेषताओं के अनुरूप बोले तथा लिखे जाते हैं हिंदी में प्रयोग होने वाले कुछ विदेशी शब्दों की सूची नीचे दी जा रही है


हिंदी भाषा में फ़ारसी के शब्द – Hindi bhasha me farasi shabd 

हिंदी स्वयं फारसी भाषा का ही एक शब्द है जिसका अर्थ है हिंद से संबंधित, हिंदी की उत्पत्ति  सिंध से हुई है हिंदी भाषा में प्रयोग होने वाले कुछ फारसी शब्द निम्न दिए गए है

अदा  अफसोस  खुद 
आमदनी  आफत  खामोश 
आबदार  कद  खुश 
आबरू  किशमिश  खुराक 
आतिशबाजी  कुश्ती  खूब 
उम्मीद  कमीना  खरगोश 
आईना  कबूतर  गज 
आवाज  कूचा  गर्द 
गुम  गल्ला  गोला 
गुलबंद  गरम  गवाह 
गुल  गुलाब  गोश्त 
चरखा  चश्मा  चिराग 
चादर  चाबुक  चेहरा 
चाशनी  जहर  जंग 
जबर  जादू  जिन्दगी 
जागीर  जान  जीन 
जुरमाना  जोर  जिगर 
जोश  तबाह  तनख्वाह 
तरकश  तमाशा  ताक 
ताजा  तीर  तेज 
दरबार  दंगल  दस्तूर 
दीवार  दुकान  दिलेर 
देहांत  दावा  दिल 
नापसंद  नाव  नामर्द 
पलक  पलंग  पारा 
पुल  पेशा  पैमाना 
बहरा  बीमार  बेहूदा 
बेवा  बेरहम  मजा 
मलीदा  मरहम  मलाई 
मादा  माशा  मुफ्त 
मीना  मुर्गा  मोर्चा 
याद  रंग  राह 
रोगन  लगाम  वापिस 

 


हिंदी भाषा में अरबी के शब्द – Hindi bhasha me arbi ke shabd

अरबी भी विदेशी भाषा के शब्दों में आता है, हमारे हिंदी साहित्य में अरबी भाषा के शब्द बड़ी मात्रा में देखने को मिलते हैं तो आइए कुछ अरबी शब्दों को देखते हैं जो कि नीचे दिए गए हैं

अक्ल  अजब  अजायब 
अजीब  असर  अहमक 
अल्ला  अदा  आदत 
आदमी  आखिर  आसार 
इलाज  इनाम  इस्तीफा 
इज्ज्जत  इजलास  इमारत 
ईमान  उम्र  एहसान 
औरत  औलाद  औसत 
कर्ज  कमाल  कब्र 
कदम  कसूर  कसर 
कसम  कसरत  किला 
किस्मत  किस्सा  किताब 
कुर्सी  खत  खत्म 
खबर  खराब  ख्याल 
गरीब  गैर  जलसा 
जिस्म  जाहिल  जहाज 
जवाब  जनाब  जालिम 
तकदीर  तकिया  तरफ 
तमाम  तकाजा  तुर्की 
तजुर्बा  तमाशा  तारीख 
दगा  दफा  दफ्तर 
दवा  दल्लाल  दावा 
दान  दावत  दाखिल 
दिक  दिन  दुआ 
दुकान  नकद  नकल 
नहर  नशा  नतीजा 
चाल  फकीर  फायदा 
फैसला  बाकी  मवाद 
मदद  मल्लाह  मजबूर 
मर्जी  मुसाफिर  मुंसिफ 
मुकदमा  मौका  मौलवी 
मौसम  यतीम  राय 
लफ्ज़  लायक  लिफाफा 
लियाकत  लिहाज  वकील 
वहम  वारिस  शराब 
हक  हद  हमला 

हिंदी भाषा में पुर्तगाली शब्द – Hindi bhasha me purtgali shabd

हिंदी में इन शब्दों का प्रयोग कम ही किया जाता है, पर कहीं कहीं ये शब्द भी प्रयोग में लाए जाते हैं

पुर्तगाली के अधिकतर प्रयोग होने वाले कुछ शब्द नीचे दिए गए हैं

हिंदी   पुर्तगाली 
अलकतरा  Alcatro 
बाल्टी  Bolde  
फीता  Fita 
तंबाकू  Tobacco 
आलपीन  Altionete 
आलमारी  Almario 

हिंदी भाषा में तुर्की शब्द – Hindi bhasha me turky ke shabd

हिंदी भाषा की पुस्तकों में तुर्की भाषा के भी कुछ शब्दों का वर्णन मिलता है, जिनमे से मुख्य कुछ शब्द निम्न दिए गए हैं

  • उर्दू
  • कज्जाक
  • काबू
  • कालीन
  • कुली
  • कैंची
  • चकमक
  • चमचा
  • ज़ुगुल
  • चेचक
  • ज़ालिम
  • तमगा
  • तलाश
  • लफंगा आदि

हिंदी भाषा में अंग्रेज़ी के शब्द – Hindi bhasha me angreji ke shabd

आज कल हिंदी की अपेक्षा अंग्रेजी शब्दों का प्रयोग अधिक किया जा रहा है, हिंदी भाषा में भी अंग्रेजी के बहुत से शब्द शामिल हैं हिंदी में अंग्रेजी शब्द की भरमार है परंतु इन शब्दों के उच्चारण पर भी हिंदी ने अपनी मुहर लगा दी है

अंग्रेजीे के कुछ शब्द जैसे रेल, टेलीफोन, रोड, बस, पोस्टऑफिस, ऑफिस आदि अनेक शब्दों का अधिक प्रयोग होता आ रहा है ये ऐसे शब्द हैं जो दैनिक व्यवहार में हिंदी के ही अंग बनते जा रहे हैं अंग्रेजी में हिंदी की शब्दावली को सबसे अधिक समृद्ध बनाया है

पहले तो अंग्रेजी के शब्दों का अनुवाद करके प्रयोग करने की प्रवृत्ति थी पर अब इसके शब्दों में ज्यों का त्यों लेकर इन्हें नागरी में लिखकर हिंदी  ने अपनी संपत्ति बनाना प्रारंभ कर दिया है ऐसा करना सर्वथा उचित भी है अंग्रेजी के कुछ अन्य शब्दों की सूची नीचे दी गई है

हिंदी शब्द – अंग्रेजी शब्द 

हिंदी   अंग्रेजी  
अफसर  Officer 
इंजन  Engine 
मील  Mile 
थेटर  Theatre 
कप्तान  Captain 
डाक्टर  Doctor 
अस्पताल  Hospital 
बोतल  bottle 
टेसन  Station 
इस्कूल  School 
बुकसट  Bushshirt 
टीन  Teen 
पुलिस  Police 
इनिस्पेट्टर  Inspector 
कलेट्टर  Collector 
सिलेट  Slate 
कोरट  Court 
पिलेट  Plate 


FAQ’s Hindi mein kis bhasha ke shabd adhik hai

सवाल : विदेशी भाषाओं से हिंदी में आए शब्दों को क्या कहते हैं?

विदेशी भाषाओं से हिंदी में आए शब्दों को विदेशज शब्द कहते हैं

सवाल : हिंदी शब्द कौन सी भाषा से लिया गया है?

हिंदी शब्द फ़ारसी भाषा से लिया गया है

सवाल : विश्व में हिंदी का स्थान कौन सा है?

विश्व में हिंदी का तीसरा स्थान है

सवाल : ट्रेन कौन सी भाषा का शब्द है?

ट्रेन अंग्रेजी भाषा का शब्द है

सवाल : आलू शब्द किस भाषा किस भाषा से लिया गया है?

आलू शब्द पुर्तगाली भाषा से लिया गया है

 

Conclusion

हमारे आज के आर्टिकल में हमने हिंदी में कितनी भाषाएं मुख्यतः प्रयोग होती हैं, उनके बारे में पूरी जानकारी प्राप्त की हिंदी में ऐसे बहुत से शब्द हैं जिनके बारे में आपको जानकर आश्चर्य होगा, क्योंकि उन शब्दों को पढ़ने और लिखने पर तो वो हिंदी के शब्द ही लगते हैं पर ऐसा नहीं है

वास्तव में वो शब्द किसी अन्य भाषा से लिए गए होते हैं जैसे कि हिंदी, आपमें से बहुत से लोगों को लगता होगा कि हिंदी शब्द, संस्कृत या हिंदी भाषा का शब्द होगा पर वास्तव में हिंदी शब्द फ़ारसी भाषा से लिया गया है

तो आइए हम अपने आज के सवाल को एक बार फिर से देख लेते हैं Hindi me kis bhasha ke shabd adhik hain तो इसका जवाब होगा- फारसी, संस्कृत, अंग्रेजी और अरबी, हिंदी भाषा में इन्ही शब्दों का सर्वाधिक प्रयोग होता आया है

हम आशा करते है कि आपको आज के इस आर्टिकल से संपूर्ण जानकारी मिल चुकी होगी अगर आपको आज का ये आर्टिकलअच्छा लगा हो !

और अगर आपके कुछ सुझाव हो तो आप अपने सुझाव Comment box के  जरिए बताइए इस लेख को अपने दोस्तों को Share करके पूरी जानकारी उनके साथ भी साझा करे …. लेख को शुरवात से अंत तक पढ़ने के लिए धन्यवाद