सबसे कम जनसंख्या वाला देश – Sabase kam Janasankhya Vaala Desh

सबसे कम जनसंख्या वाला देश : आप सभी ने विश्व की सबसे अधिक जनसंख्या वाले देश के रूप में चाइना और भारत का नाम सुना होगा जो कि एशिया महाद्वीप में स्थित है

पर क्या आप जानते हैं कि विश्व में ऐसा कौन सा देश है जिसकी जनसंख्या सबसे कम है यानी कि विश्व में दुनिया के सबसे कम आबादी वाले देश सा है ? नहीं ?

तो हम आपकी जानकारी के लिए बता दें कि विश्व में सबसे कम जनसंख्या वाला देश यूरोप महाद्वीप में स्थित हैं और यूरोप महाद्वीप में भी वह इटली में स्थित हैं

आज के इस लेख में हम उसी यूरोप महाद्वीप में स्थित सबसे कम जनसंख्या वाले देश के बारे में चर्चा करने वाले हैं और देखने वाले हैं कि उस देश में वर्तमान जनसंख्या कितनी है और वहां की जनसंख्या वृद्धि दर क्या है इत्यादि

 

Sabase kam Janasankhya Vaala Desh
What is the least populated country in the world?

 

सबसे कम जनसंख्या वाला देश

संपूर्ण विश्व की सबसे कम Population वाला देश यूरोप महाद्वीप में स्थित है,  जिसका नाम है वेटिकन सिटी (Vatican City) और जिसे होली सी के नाम से भी जाना जाता है 

यह होली सी संयुक्त राष्ट्र संघ के ऑब्जर्वर स्टेट के रूप में भी मान्यता प्राप्त हैं और अगर आप इटली का मानचित्र देखेंगे तो आपको यह देश इटली के बीचो-बीच दिखाई देगा और इसके चारों और इटली इसे घेरे हुए हैं

इस सबसे कम जनसंख्या वाले देश के अलावा इटली के बीचो बीच एक और देश स्थित है

जिसका नाम है शान मारिनो (San Marino) और उस देश की जनसंख्या भी बहुत ज्यादा कम है परंतु यह होली सी से कम नहीं है

आमतौर पर वेटिकन सिटी को होली सी की राजधानी के रूप में जाना जाता है, और इस पूरे देश की राजधानी और इस पूरे देश को मिलाकर यहां की कुल जनसंख्या केवल 430 ही हैं जिनमें से भी यहां केवल 150 महिलाएं ही रहती हैं

पर बहुत सारे जनसंख्याविदो का मानना है कि विश्व की सबसे कम जनसंख्या वाला राष्ट्र होली सी नही है क्योंकि यह UNO का ऑब्जर्वर स्टेट है

इस वेटिकन सिटी में जो भी 450 लोग रहते हैं, उन सभी लोगों को इस देश का नागरिक मानने के साथ साथ ही इटली का नागरिक भी माना जाता है क्योंकि इस देश का निर्माण इटली के एक हिस्से को तोड़कर ही किया गया है

यह होली सी नामक देश अपनी सबसे कम जनसंख्या होने के साथ साथ अपनी खूबसूरती के लिए भी जाना जाता है क्योंकि यह एक छोटे से क्षेत्रफल में बहुत ही ज्यादा प्राकृतिक परिवेश के साथ  बसा हुआ है

 

सबसे कम जनसंख्या वाले देश Holy See निर्माण कैसे हुआ

 

Vatican City

 

इस देश के निर्माण होने के पीछे भी एक रोचक कहानी उपस्थित हैं क्योंकि हम सभी जानते हैं कि इटली में सबसे ज्यादा चर्च और उन्हें भी सबसे ज्यादा कैथोलिक चर्च मौजूद हैं

इन चर्च का मुखिया एक व्यक्ति होता है जिन्हें की इटली में पॉप कहा जाता है,  और अगर आपने इतिहास पढ़ा है तो आपने इस पद के बारे में भी पढ़ा होगा कि किस प्रकार से यूरोप की सत्ता पर आधा कब्जा पॉप का होता था और वह एक ईश्वरीय शक्ति का प्रतीक माना जाता था

अपने धर्म का प्रचार प्रसार करने के लिए और अपने धर्म की इज्जत को बताने के लिए इटली द्वारा इस चर्च के प्रमुख पोप के सम्मान में इस देश का निर्माण करवाया गया और अपनी राजधानी रूम से थोड़ी दूर इस शहर की स्थापना करवाई गई

जिसको की होली सी नाम दिया गया और हिंदी में इसे पवित्र सागर भी कहा जाता है

ईसाई धर्म में पवित्र सागर एक ऐसे पानी से भरे हुए बर्तन को कहा जाता है जिनमें छोटे बच्चों को एक पवित्र डुबकी लगाई जाती है जिससे उन पर कोई भी नकारात्मक शक्ति का प्रभाव नहीं पड़ता है और वे अपने जीवन में सकारात्मक ऊर्जा के साथ आगे बढ़ते रहते है

हालांकि प्रारंभिक तौर पर संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा इसे एक देश की मान्यता नहीं दी गई है और आज भी फिलीस्तीन के साथ इसे संयुक्त राष्ट्र संघ के एक आब्जर्वर स्टेट के रूप में जाना जाता है

 

होली सी की जनसंख्या कम क्यों हैं

हमारे भारत में एक मोहल्ले की जनसंख्या इस पूरे देश से अधिक होगी क्योंकि 450 लोगों का एक समूह कहीं भी रह सकता है और आमतौर पर इस प्रकार के समूह को किसी एक अलग राष्ट्र का दर्जा प्रदान कराना अपने आप में एक बड़ी बात होती हैं

तो आखिर क्या वजह रही की होली सी की जनसंख्या इतनी ज्यादा कम है और किन किन कारणों की वजह से आज तक इस देश की जनसंख्या ज्यादा नहीं बढ़ी है :

  • यहां के नागरिकों की संख्या कम होने के कारण जनसंख्या वृद्धि दर बहुत ही कम है और यहां की अधिकतर जनसंख्या पवित्रता में विश्वास करती हैं जो कि 60 साल से ऊपर हैं
  • जनसंख्या का घनत्व कम होना भी इस देश की जनसंख्या कम होने के कारण को प्रदर्शित करता है और जनसंख्या घनत्व कम होने का सीधा सा कारण इस देश का क्षेत्रफल है क्योंकि इतने छोटे से राष्ट्र को बहुत सारे लोगों द्वारा पसंद भी नहीं किया जाता है
  •  शिक्षा और स्वास्थ्य इत्यादि का पूर्ण रूप से प्रभाव यहां तक नहीं पहुंचा है जैसा कि इटली में हैं और अगर इटली द्वारा इसे एक अलग राष्ट्र की मान्यता प्रदान की गई है तो यह केवल एक नाम मात्र की आजादी है क्योंकि इटली ने अपने धर्म के सम्मान के लिए ही इस देश का निर्माण किया है
  • यहां की जनसंख्या कम होने का एक और कारण यह है कि यहां के नागरिकों की संख्या भी कम है और यहां की शिशु जन्म दर तो और भी ज्यादा कम है क्योंकि यह 450 लोगों द्वारा 1 वर्ष में औसतन कितने बच्चों को जन्म दिया जा सकता है और उन 450 लोगों में भी हो सकता है बहुत सारे पुरुष और महिलाएं ऐसे हो जो कि एक निर्धारित आयु से ऊपर पहुंच गए हो
  • इस देश का जब निर्माण किया गया तो उस इलाके में मौजूद सभी लोगों को इस होली सी नामक नए राष्ट्र का एक नागरिक समझ लिया गया और बहुत से इटली के नागरिक जो इस देश यानी कि इस क्षेत्र में निवास करना चाहते थे, उन्हें इस क्षेत्र में निवास करने का मौका नहीं दिया गया जिस कारण से भी इस देश की जनसंख्या इतनी ही रही
  • इटली के नागरिकों को यहां आने जने के लिए किसी भी प्रकार के वीजा की आवश्यकता नहीं पड़ती परंतु इटली के नागरिक यहां पर परमानेंट रूप से नहीं रह सकते हैं,जिस कारण से भी यहां की जनसंख्या नहीं बढ़ती हैं अगर इटली के नागरिकों को यहां पर परमानेंट रूप से रहने की गारंटी मिल जाती है तो हो सकता है कि आने वाले समय में इस देश की जनसंख्या भी बढ़ जाए
  • इस देश के व्यापार और सुरक्षा जैसे मुद्दों का ख्याल इटली द्वारा ही रखा जाता है और एक कारण शायद यह भी रहा कि यहां के लोग अपने आप को इटली का ही नागरिक मानते हैं और अपने देश की जनसंख्या को बढ़ाने में विश्वास नहीं करते हैं

तो यह कुछ प्रमुख कारण है जिस कारण से इस देश यानी की होली सी की जनसंख्या नहीं बढ़ रही है


सबसे कम जनसंख्या वाले विश्व के 10 देश

आप अब यह तो जान गए होंगे कि विश्व में सबसे कम जनसंख्या वाला देश होली सी है, जिसकी राजधानी वेटिकन सिटी है और यह यूरोप महाद्वीप में इटली के बीचो-बीच स्थित हैं, पर आप पूरे विश्व के ऐसे 10 देशों के बारे में जानते हैं जिनकी जनसंख्या सबसे कम मानी जाती हैं

तो विश्व के सबसे कम जनसंख्या वाले निम्नलिखित देश हैं :

  • होली सी

यह देश यूरोप महाद्वीप में इटली के बीचो-बीच स्थित हैं और इसकी जनसंख्या मात्र 450 लोग हैं जो कि एक छोटे मोहल्ले से भी कम है

यह देश अपने रोमन कैथोलिक चर्च के कारण प्रसिद्ध हैं क्योंकि इसी के आधार पर इस देश का निर्माण इटली द्वारा किया गया था और यहां पर ही इटली के सबसे बड़े धर्मगरु पॉप का निवास होता है

  • मोनाको

यह राष्ट्र मोनाको,  फ्रांस और इटली की सीमा पर बसा हुआ है इसके पश्चिम में भूमध्य सागर स्थित हैं

यह देश अपनी और सैलानियों को आकर्षित करता है क्योंकि यहां पर छोटे-छोटे द्वीप बने हुए हैं और साथ ही छोटे-छोटे समुद्री क्षेत्र भी स्थित हैं

यहां की कुल जनसंख्या लगभग 40,000 के तकरीबन है वहीं इस का कुल क्षेत्रफल मात्र 2.2 वर्ग किलोमीटर है

इस की भौगोलिक स्थिति फ्रांस के बहुत पास हैं

  • नौरू

यह राष्ट्र नौरू ओशिनिया या ऑस्ट्रेलिया महाद्वीप में आता है, यह देश प्रशांत महासागर के बीचो बीच स्थित है

2016 में हुई जनसंख्या के अनुसार इसकी कुल जनसंख्या 14000 हैं

  • सान मारिनो

यह राष्ट्र भी यूरोप महाद्वीप में स्थित हैं और वेटिकन सिटी के लगभग पास में ही पड़ता है और अगर इस की भौगोलिक स्थिति को देखा जाए तो यह भी इटली में ही अवस्थित हैं और चारों ओर से इटली से घिरा हुआ है

यह विश्व का पांचवा सबसे छोटा देश माना जाता है और इस राष्ट्र की भाषा भी इटालियन ही है क्योंकि यह इटली के बीचो बीच जो स्थित हैं

इस देश की जनसंख्या लगभग 31000 के तकरीबन हैं

  • Tuvalu

यह राष्ट्र भी ओशिनिया या ऑस्ट्रेलिया महाद्वीप में ही आता है और अपने पड़ोसी देश नौरू की तरह ही यह भी प्रशांत महासागर में ही स्थित हैं

अपने प्रारंभिक काल में यह देश ब्रिटिशर्स के अधीन था और यह अंग्रेजों की एक प्रमुख कॉलोनी माना जाता था

यह विश्व का चौथा सबसे छोटा देश माना जाता है और इसकी कुल जनसंख्या महज 11000 के तकरीबन हैं

  • लाइचेंस्टीन

अब यह तो जान गए होंगे कि संपूर्ण विश्व में सबसे कम जनसंख्या वाले देश यूरोप महाद्वीप में ही स्थित हैं और उसी यूरोप महाद्वीप में यह एक और देश है जो कि ऑस्ट्रिया और स्विट्जरलैंड के बीचों बीच बसा हुआ है और इन दोनों देशों से इसकी सीमाएं लगती हैं

इसकी जनसंख्या महज 38000 हैं जबकि इसका कुल क्षेत्रफल 160 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है

  • मार्शल आईलैंड्स

यह राष्ट्र भी ओशिनिया या ऑस्ट्रेलिया महाद्वीप में स्थित हैं और यह छोटे-छोटे आईलैंड्स का समूह होने के कारण ही मार्शल आइलैंड कहलाता है

इस देश की कुल जनसंख्या लगभग 51000 हैं और यह विश्व के सबसे छोटे और कम जनसंख्या वाले देशों की सूची में सातवें स्थान पर आता है

  • Maldives

हिंद महासागर में स्थित यह देश मालदीव जिसे की सैलानियों का स्वर्ग भी कहा जाता है

इस देश की जनसंख्या भी महज चार लाख हैं और यह जनसंख्या की दृष्टि से एशिया का सबसे छोटा देश माना जाता है

अपनी प्राकृतिक खूबसूरती और छोटे-छोटे आईलैंड्स के कारण इसे हिंद महासागर का मोती भी कहा जाता है

  • माल्टा

यह देश भी यूरोपीय महाद्वीप में स्थित हैं और इस महाद्वीप का सबसे ज्यादा विकसित देश माना जाता है

इसकी आबादी भी लगभग चार लाख के तकरीबन हैं परंतु एक छोटा क्षेत्रफल होने के बावजूद यह काफी सारे लोगों को धारण किए हुए हैं


FAQs : दुनिया के सबसे कम कम Population वाला देश का नाम 

सवाल : सबसे कम जनसंख्या वाला देश?

सबसे कम जनसंख्या वाला देश यूरोप महाद्वीप में स्थित वेटिकन सिटी है जिसे की होली सी के नाम से भी जाना जाता है

सवाल : एशिया महाद्वीप का सबसे छोटा देश कौन सा है?

एशिया महाद्वीप का सबसे छोटा देश मालदीव है जिसे कि अपनी प्राकृतिक सुंदरता के कारण हिंद महासागर का मोती भी कहा जाता है

सवाल : सबसे कम जनसंख्या वाले देश वेटिकन सिटी की जनसंख्या कितनी है?

इस देश की कुल जनसंख्या 450 लोग ही हैं

सवाल : क्या वेटिकन सिटी वास्तविकता में एक राष्ट्र माना जाता है?

संयुक्त राष्ट्र संघ द्वारा इसे अपने ऑब्जर्वर स्टेट की सूची में रखा गया है जिससे कि यह सिद्ध होता है कि अभी तक इसे एक पूर्ण राष्ट्र नहीं माना गया है

सवाल : होली सी की जनसंख्या कम होने का मुख्य कारण क्या है?

होली सी या वेटिकन सिटी की जनसंख्या कम होने का कारण इसका राजनीतिक अस्तित्व ना होना है

सवाल : होली सी की भौगोलिक स्थिति कहां है?

यह देश यूरोप महाद्वीप में इटली के बीचो-बीच स्थित हैं


Conclusion

तो पाठकों हम आशा करते हैं कि आपको आज का हमारा यह लेख सबसे कम जनसंख्या वाला देश बहुत ज्यादा पसंद आया होगा और इस लेख को पढ़कर आपको यह पता चल गया होगा कि कम Population वाला देश पूरे विश्व में कौन सा है

यदि अभी भी विश्व का कम आबादी वाले देश संबंधित कोई सवाल मन में होगा तो आप निचे कमेंट कर के पूछ सकते है जिसका हम जरूर जल्द से जल्द रिप्लाई देने की कोशिश करेंगे , इस लेख को शुरवात से अंत तक पढ़ने के लिए धन्यवाद