Sabse Bada Grah kaun Sa Hai : आज का हमारा विषय अंतरिक्ष ज्ञान से संबंधित रहने वाला है और उस विषय का नाम है सौरमंडल का सबसे बड़ा ग्रह कौन सा है?
इस संसार पर जब से मानव की उत्पत्ति हुई है उस समय से ही मानव कुछ ना कुछ खोजने में लगा हुआ है सबसे पहले मानव ने आग की खोज की, उसके बाद उसने अपना पेट भरने के लिए कृषि कार्य को शुरू किया
और फिर पशुपालन को शुरू किया। इस प्रकार समय के बढ़ने के साथ मानव ने अपनी लगभग पृथ्वी पर मौजूद सभी प्रकार की खोजों को पूर्ण कर लिया।
तो अब मानव के सामने क्या बचा था ? अब मानव के पास बचा था खुला आसमान और उससे भी परे अंतरिक्ष।
इसी अंतरिक्ष के ज्ञान को जानने के लिए मानव ने अपनी पहली उड़ान भरी और इस अंतरिक्ष के विभिन्न पहलुओं को जाना और पहचाना और संपूर्ण विश्व के सामने उसे परिभाषित करने की कोशिश की।
जिसमे उन्होंने सौरमंडल से कही सारे तारों और ग्रहों की खोज की और आज भी यह खोज शुरू है,
विज्ञानं और तकनीकी विकास के बाद हमारे वैज्ञानिको ने कही सारे अविष्कार किये और उन अविष्कारो के मदत से वैज्ञानिको ने ब्रह्मांड में कही ग्रहो और उनके उपग्रहों की खोज की है
आज के इस लेख में यही जानने वाले हैं कि वैज्ञानिको के खोज के अनुसार अंतरिक्ष का सबसे बड़ा ग्रह कौन सा है, उसकी उत्पत्ति किस प्रकार से हुई थी,
उसकी खोज किस प्रकार से की गई थी और साथ ही उससे जुड़े उन अन्य पहलुओं की भी हम चर्चा करने वाले हैं, जो आपके लिए जानना आवश्यक है अगर आप अंतरिक्ष विज्ञान में रुचि रखते हैं।
सबसे बड़ा ग्रह कौन सा है – Sabse Bada Grah kaun Sa Hai
हमारे अंतरिक्ष में कुल 8 ग्रह हैं जिन की आकृति और उनका वजन अलग-अलग हैं, इनमें से कुछ ग्रह बहुत बड़े तो कुछ ग्रह बहुत ही छोटे हैं।
अगर अंतरिक्ष के सबसे बड़े ग्रह की बात की जाए तो उस ग्रह का नाम है बृहस्पति (Jupiter) ग्रह, जो कि हमारे सूरज से पांचवा सबसे दूरस्थ ग्रह हैं
अर्थात कि यदि हम सूरज की ओर से चलना शुरू करें तो यह हमें सूरज से पांचवे स्थान पर प्राप्त होगा। इस बृहस्पति ग्रह का आकार हमारे अंतरिक्ष के सभी 8 ग्रहों में सबसे बड़ा हैं।
बृहस्पति (Jupiter) ग्रह का क्षेत्रफल कितना है
अंतरिक्ष के सबसे बड़े ग्रह बृहस्पति का क्षेत्रफल 6.142E10 KM है।
बृहस्पति ग्रह के संपूर्ण क्षेत्रफल की बात की जाए तो इसका क्षेत्रफल अंतरिक्ष के सातों ग्रहों के क्षेत्रफल का ढाई गुना है
और साथ ही सूरज के क्षेत्रफल के 1000 वे भाग के बराबर हैं।
यह मुख्य रूप से एक गैस पिंड हैं जो कि पृथ्वी के समान नहीं है। इस बृहस्पति ग्रह पर विभिन्न विभिन्न प्रकार की गैसे और उनका मिश्रण पाया जाता है।
सबसे बड़े GRAH बृहस्पति का आकार हमारी पृथ्वी से कितना बड़ा है
जैसा कि हम पूर्व में जान चुके हैं बृहस्पति ग्रह का आकार सभी सात ग्रहों के आकारों का ढाई गुना है अर्थात की उन सभी से यह ग्रह बड़ा है।
हमारी पृथ्वी के क्षेत्रफल का ढाई गुना बृहस्पति का आकार माना जाएगा अर्थात की जो क्षेत्रफल हमारी पृथ्वी का है उसको यदि हम ढाई गुना कर दे तो हमें बृहस्पति ग्रह का क्षेत्रफल प्राप्त होता है।
पृथ्वी की सतह का क्षेत्रफल 510,100,000 वर्ग किलोमीटर है, अगर हम पृथ्वी के इस क्षेत्रफल का ढाई गुना कर दे तो हमें बृहस्पति ग्रह का पूर्ण क्षेत्रफल प्राप्त होता है।
सूर्य से बृहस्पति ग्रह की दूरी कितनी है :
बृहस्पति ग्रह की सूर्य से दूरी 778,500,000 किलोमीटर है। यह सूर्य के दाएं और जाने पर हमें पांचवें स्थान पर प्राप्त होता है। इस कारण से इसकी सूर्य से दूरी भी ज्यादा होती हैं।
1. बृहस्पति ग्रह की खोज कब और किसने की | 1616 में गैलीलियो गैलीली द्वारा |
2. बृहस्पति ग्रह का पृष्ठीय क्षेत्रफल | 6.142E10 KM |
3. बृहस्पति ग्रह की त्रिज्या | 69,911 KM |
4. बृहस्पति ग्रह की से दूरी | 77.84 करोड़ KM |
5. बृहस्पति ग्रह की पृथ्वी से दूरी | 58.8 करोड़ KM |
6. बृहस्पति ग्रह के प्राकृतिक उपग्रह या चंद्रमा | यूरोपा, ज्ञानिमिद, आयो, कलिस्तो |
7. बृहस्पति ग्रह पर भेजे गए मिशन | पायोनियर मिशन, वोयजार मिशन, गैलीलियो मिशन। |
8. बृहस्पति ग्रह की विशेषता | अंतरिक्ष का सबसे बड़ा ग्रह और सबसे बड़ा गैसीय ग्रह |
9. बृहस्पति ग्रह पर 1 वर्ष | 4300 दिन का |
10. बृहस्पति ग्रह पर पाई जाने वाली गैसे | हाइड्रोजन, नाइट्रोजन मिथेन इत्यादि। |
बृहस्पति ग्रह की त्रिज्या कितनी हैं
बृहस्पति ग्रह की त्रिज्या 69,911 किलोमीटर है। इस बृहस्पति ग्रह के संपूर्ण व्यास को आधा करने पर हमें यह त्रिज्या प्राप्त होती हैं।
बृहस्पति के कितने चंद्रमा है
जिस प्रकार से हमारी पृथ्वी का प्राकृतिक उपग्रह चंद्रमा है उसी प्रकार से बृहस्पति ग्रह के प्राकृतिक चंद्रमा यूरोपा, ज्ञानिमिद, आयो, कलिस्तो आदि है।
बृहस्पति ग्रह हमारी पृथ्वी से कितना दूर है
अंतरिक्ष का Sabse Bada Grah kaun बृहस्पति हमारी पृथ्वी से लगभग 406 मिलियन की दूरी पर मौजूद हैं।
यह ग्रह सबसे बड़ा होने के साथ-साथ हमारी पृथ्वी से काफी दूरी पर स्थित है।
बृहस्पति ग्रह का गुरुत्वाकर्षण बल हमारी पृथ्वी की तुलना में काफी अधिक होता है जिस कारण से यदि हमारा वजन पृथ्वी पर 60 किलोग्राम है तो वहां पर हमारा वजन 142 किलोग्राम तक हो जाएगा जो कि एक आश्चर्यचकित करने वाली बात है।
बृहस्पति ग्रह की खोज किसने की थी
बृहस्पति की खोज सन 1610 में गैलीलियो गैलीली (Galileo Galilei) द्वारा की गई थी
और इन्होंने अपनी एक छोटी सी दूरबीन द्वारा इसको देखा था। इनके द्वारा अपनी दूरबीन द्वारा सब इस बृहस्पति ग्रह को देखा गया तो यह थोड़ा सा चपटा दिखाई दिया।
इसके अलावा गैलीलियो गैलीली द्वारा बृहस्पति ग्रह के चंद्रमाओ की भी खोज की गई।
इनके द्वारा बृहस्पति के 4 उपग्रहों की खोज की गई थी जो कि बृहस्पति के चारों और उसकी परिक्रमा कर रहे थे।
क्या मानव बृहस्पति ग्रह पर निवास कर सकता है :
अगर मानव के बृहस्पति पर निवास करने की बात की जाए तो यह सुनने में तो असंभव लगता है परंतु यह नामुमकिन नहीं है
क्योंकि आज की बढ़ती हुई तकनीक ने मानव को इतना सक्षम बना दिया है कि वह अंतरिक्ष के किसी भी ग्रह पर आसानी से रह सकता है
परंतु जो मुसीबत उसे बृहस्पति ग्रह पर रहने में आएगी वह है ऑक्सीजन की कमी।
आप यह सोच रहे होंगे कि बृहस्पति एक गैसो वाला पिंड हैं अर्थात की एक गैसो वाला ग्रह हैं इस कारण से इस पर मानव का रहना बेहद आसान है
परंतु इसमें बहुत सारी गैसों का मिश्रण हो जाने के कारण वहां पर मानव अपनी स्वसन क्रिया को अच्छी प्रकार से पूर्ण नहीं कर पाएगा जिस कारण से उसे सांस की समस्या होने लगेगी अर्थात की वह सांस नहीं ले पाएगा और उसे घुटन होने लगेगी।
इस प्रकार की होने वाली घुटन से मानव की मृत्यु हो जाएगी। इस प्रकार बृहस्पति ग्रह पर मानव का रहना असंभव प्रतीत होता है।
अंतरिक्ष में बृहस्पति के अलावा कौन-कौन से गैसीय ग्रह हैं
बृहस्पति अंतरिक्ष का सबसे बड़ा गैसीय ग्रह कहलाएगा इसमें कोई दो राय नहीं है परंतु क्या बृहस्पति के अलावा भी अंतरिक्ष में कोई गैस से ग्रह मौजूद है क्या ? इसका उत्तर है हां।
बृहस्पति के अलावा भी हमारे अंतरिक्ष में कई गैस ग्रह मौजूद हैं।
आमतौर पर हम उन ग्रहों को गैसीय ग्रहों की श्रेणी में रखते हैं जिन पर विभिन्न-विभिन्न प्रकार की गैसे पाई जाती हैं या फिर उन गैसो का मिश्रण पाया जाता है।
अंतरिक्ष में बृहस्पति, शनि, अरुण, वरुण यह चार गैसीय ग्रह हैं। इनमें से सबसे बड़ा गैसीय ग्रह बृहस्पति हैं जबकि सबसे छोटा गैसीय ग्रह वरुण है।
बृहस्पति पर अब तक कौन-कौन से मिशन भेजे गए हैं
जैसा कि हम जानते हैं मानव अंतरिक्ष के बारे में बहुत सारी चीजों को जानना चाहता है और उन्हें समझना चाहता है और उसके बाद उन्हें संपूर्ण विश्व के सामने पेश करना चाहता है।
अब तक लगभग मानव ने सभी अंतरिक्ष के ग्रह पर अपने मानव निर्मित यानों को भेजा है, उनमें से बृहस्पति भी एक हैं।
बृहस्पति ग्रह का अध्ययन करने के लिए रोबोटिक अंतरिक्ष यान द्वारा विशेष रूप से पायोनियर और वोयजार मिशन के द्वारा इसका अन्वेषण किया गया था।
इसके अलावा इसकी खोज करने वाले गैलीलियो गैलीली के नाम पर एक मिशन को शुरू किया गया था और उस मिशन का नाम था गैलीलियो मिशन।
इस गैलीलियो मिशन के अंतर्गत बृहस्पति ग्रह पर गैलीलियो यान को भेजा गया था और बृहस्पति ग्रह का अन्वेषण किया गया था।
आज वर्तमान में कई सारी अंतरिक्ष एजेंसियों द्वारा अपने अपने स्तर पर बृहस्पति का अन्वेषण करने के लिए विभिन्न प्रकार के यानों को भेजा जाता है ,
उनमें से हाल ही में अमेरिका की अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने अपना एक मिशन लॉन्च किया है और उस मिशन का नाम है लूसी मिशन।
इस मिशन के द्वारा नासा द्वारा यह खोज की जाएगी कि क्या वास्तविकता में बृहस्पति पर जीवन संभव है या नहीं और साथ ही इस मिशन के द्वारा क्या बृहस्पति पर पानी मौजूद है या नहीं इसकी भी खोज की जाएगी।
बृहस्पति की स्थलीय सीमा कैसी हैं और वहां का मौसम कैसा होता है
अगर हम अंतरिक्ष की दूरबीन द्वारा बृहस्पति ग्रह को देखें तो यह हमें अंतरिक्ष में एक बहुत बड़े गेंद की भांति दिखाई देता है,
जिस पर की एक बहुत बड़ा लाल रंग का धब्बा भी हम देखते हैं।
यह लाल रंग का धब्बा बृहस्पति ग्रह पर आए हुए तूफान को दर्शाता है अर्थात की बृहस्पति ग्रह पर भी कई प्रकार की मौसमी क्रियाए होती रहती हैं।
बृहस्पति ग्रह का रंग हमें हमारी पृथ्वी पर मौजूद लाल और भूरे रंग की मिट्टी के समान दिखाई देता है
इससे यह प्रतीत होता है कि इस पर लाल और भूरे रंग की मिट्टी पाई जाती होंगी। यहां पर आमतौर पर सफेद और भूरे रंग की मिट्टी पाई जाती हैं।
यहां का मौसम हमेशा एक जैसा नहीं रहता है क्योंकि यह एक गैस से ग्रह हैं इस कारण से यहां हमें गैसो के बड़े-बड़े उभार दिखाई देंगे और चारों और एक गैसों का बड़ा सा आवरण भी हमें दिखाई देगा।
यहां पर होने वाली वर्षा भी अम्लीय होती हैं क्योंकि यहां पर बहुत ज्यादा गर्मी होने के कारण यहां की पीएच वैल्यू 7 से कम होती हैं।
बृहस्पति ग्रह सूर्य की परिक्रमा को कितने समय में पूर्ण करता है
हम सभी यह जानते हैं कि प्रत्येक ग्रह सूर्य की परिक्रमा करता है जैसे-जैसे सूर्य से उस ग्रह की दूरी बढ़ती जाती है,
उसकी परिक्रमा करने का समय भी बढ़ता जाता है क्योंकि उस समय उसे सूर्य की परिक्रमा को थोड़ा सा ज्यादा समय में संपूर्ण करना होगा।
बृहस्पति ग्रह सूर्य की परिक्रमा को लगभग 12 वर्षों में करता है जो कि पृथ्वी से बहुत अधिक हैं
इस कारण से यहां रात-दिन की अवधि भी बहुत बड़ी होती है और साथ ही यहां पर 1 वर्ष की अवधि भी बहुत बड़ी होती हैं।
बृहस्पति ग्रह पर 1 वर्ष में कितने दिन होते हैं
जैसा कि हम जान चुके हैं बृहस्पति ग्रह को संपूर्ण सूर्य की परिक्रमा करने में लगभग 12 वर्षों का समय लगता है और इस कारण से यहां पर 1 वर्ष में कुल 4300 दिन होते हैं।
अगर इसकी तुलना हमारी पृथ्वी पर होने वाले 1 वर्ष से की जाए तो यह इससे कई गुना ज्यादा है। हमारी पृथ्वी पर यह 1 वर्ष मात्र 365 दिनों का होता है।
FAQ : Sabse Bada Grah kaun Sa Hai
सवाल : अंतरिक्ष का Sabse बड़ा Grah कौन सा माना जाता है।
अंतरिक्ष का सबसे बड़ा ग्रह बृहस्पति (Jupiter) ग्रह को माना जाता है।
सवाल : बृहस्पति ग्रह का आकार कितना बड़ा है।
बृहस्पति ग्रह का क्षेत्रफल अंतरिक्ष के संपूर्ण सातों ग्रहों का क्षेत्रफल का ढाई गुना है। बृहस्पति ग्रह का सतह क्षेत्रफल 6.142E10 km है।
सवाल : बृहस्पति ग्रह को गैसीय ग्रह क्यों कहा जाता है।
बृहस्पति ग्रह पर बहुत सारी गैसों का मिश्रण पाया जाता है इस कारण से इसे गैसीय ग्रह कहा जाता है।
सवाल : अंतरिक्ष में कौन-कौन से गैसीय ग्रह हैं।
अंतरिक्ष में कुल 4 गैसीय ग्रह मौजूद हैं बृहस्पति, शनि, अरुण, वरुण।
सवाल : बृहस्पति ग्रह की खोज कब और किसके द्वारा की गई थी।
अंतरिक्ष के सबसे बड़े ग्रह बृहस्पति की खोज सन 1610 में गैलीलियो गैलीली द्वारा की गई थी और इसके साथ ही इनके द्वारा इस ग्रह के कुछ उपग्रह को भी खोजा गया था।
सवाल : बृहस्पति ग्रह की सूर्य से दूरी कितनी है
बृहस्पति ग्रह की सूर्य से दूरी लगभग 77.84 करोड़ किलोमीटर है। अगर हम सूर्य के भाई और से शुरू हो तो हमें बृहस्पति ग्रह पांचवें स्थान पर दिखाई देगा।
सवाल : बृहस्पति ग्रह की पृथ्वी से दूरी कितनी है
बृहस्पति ग्रह की पृथ्वी से दूरी लगभग 58.8 करोड़ किलोमीटर है। यह ज्यादा से ज्यादा पृथ्वी से 96.7 करोड़ किलोमीटर तक दूर जा सकता है।
तो आज के इस लेख में हमने अंतरिक्ष के सबसे बड़े ग्रह के बारे में जाना और उससे संबंधित अन्य वे सभी जानकारियों को भी आपके साथ साझा किया जो शायद आपको पहले ना पता हो।
अगर आपको हमारा यह लेख पसंद आया हो तो आपकी अमूल्य कमेंट को हमारे कमेंट बॉक्स में जरूर टाइप करें ताकि आगे आने वाले समय में इसी प्रकार के ज्ञानवर्धक लेख हम आपके लिए लाते रहे और आप के ज्ञान में वृद्धि करते रहें। धन्यवाद
Conclusion
इस ब्लॉग लेख में आपने Sabse Bada Grah kaun Sa Hai बारें में जाना। आशा करते है आप ब्रह्मांड का सबसे बड़ा ग्रह कौन सा है की पूरी जानकारी जान चुके होंगे।
अगर आपका इससे संबन्धित किसी भी तरह का सवाल है तब नीचे कमेन्ट में पूछ सकते है जिसका जवाब जल्द से जल्द दिया जायेगा।
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