Sanskrit ko english mein kya kahate hain : संस्कृत भाषा के बारे में तो आप सब ने सुना ही होगा। क्या आप जानते है, कैसे हुई संस्कृत भाषा की उत्पत्ति, कहां से आई यह संस्कृत भाषा।
संस्कृत भाषा के बारे में रोचक बाते हम आपको इस पोस्ट में बताएंगे। उससे पहले हम ये जानेंगे कि भाषा क्या होती है। भाषा को English में क्या कहते है
वैसे तो सभी को यह पता ही होगा की भाषा को इंग्लिश में language कहते है, लेकिन कही सारे उपभोक्ता को यह नहीं पता है की ” संस्कृत भाषा को इंग्लिस में क्या कहते है ?
और यह एक कॉमन सवाल है जो काफी बारे एग्जाम में पूछा जाता है बल्कि इसका जवाब काफी आसान है फिर भी लोगों को इसका सटीक जवाब पता नहीं है इसीलिए आज के लेख में हम संस्कृत भाषा और उसे अंग्रेजी में क्या कहते है यह जानने की कोशिश करेंगे
Sanskrit ko English Mein Kya Kahate Hain
भाषा का हम ऐसे परिभाषित कर सकते है-जब हमे किसी के साथ बात करनी होती है या एक अपने विचारों के किसी दूसरे व्यक्ति के साथ व्यक्त करना होता है। तब हम वाचिक ध्वनियों का प्रयोग करते हैं। जिसको हम भाषा कहते है।
भाषा मुख से बोले जाने वाले शब्दों और वाक्यों आदि का वह समूह है जिनके द्वारा मन की बात बताई जाती है। किसी भाषा की सभी ध्वनियों के प्रतिनिधि स्वर एक व्यवस्था में मिलकर एक सम्पूर्ण भाषा की अवधारणा बनाते हैं।
भाषा को वैचारिक आदान-प्रदान का माध्यम कहा जाता है। भाषा हमारे आभ्यन्तर के निर्माण, विकास, हमारी अस्मिता, सामाजिक-सांस्कृतिक पहचान का भी साधन है। भाषा के बिना मनुष्य सर्वथा अपूर्ण है। और भारत देश में सबसे ज्यादा बोली जाने वाली भाषा हिंदी है।
आज के समय में हमारे इस संसार में हजारों से ज्यादा प्रकार की भाषाएँ बोली जाती हैं। प्रत्येक देश और राज्य की अपनी एक भाषा होती है।
कही अंग्रेजी बोली जाती है, कही हिंदी तो कही दूसरी भाषा बोली जाती है। प्रत्येक देश का या राज्य का नागरिक अपनी भाषा को छोड़ कर दूसरी भाषा समझ नहीं पाता है। क्योकि वे बचपन से ही अपने समाज या देश की भाषा का अभ्य करते है।
संस्कृत का मतलब (मीनिंग) अंग्रेजी (इंग्लिश) में जाने
संस्कृत भाषा को इंग्लिस में Sanskrit कहते है। इस भाषा को हिंदी और इंग्लिस में संस्कृत ही कहा जाता है। हालांकि यह भाषा लिखने और बोलने में बहुत कठीन होती है। क्योकि ये एक हिंद आर्य भाषा है, जो हिंद यूरोपीय भाषा की एक शाखा है।
- संस्कृत ⇒ Sanskrit
- संस्कृत ⇒ REGENERATORY
संस्कृत भाषा आधुनिक भारतीय भाषाएँ जैसे, हिंदी, बांग्ला, मराठी, सिन्धी, पंजाबी, नेपाली, आदि इसी से उत्पन्न हुई हैं। इन सभी भाषाओं में यूरोपीय बंजारों की रोमानी भाषा भी शामिल है।
जैसे का आप जान चुके है कि ये एक आर्य भाषा है, और वैदिक धर्म से संबंधित हर धर्म के लगभग सभी धर्मग्रंथ संस्कृत में ही लिखे गए हैं।
बौद्ध धर्म तथा जैन धर्म के भी कई महत्त्वपूर्ण ग्रंथ संस्कृत में लिखे हैं। आज भी हिंदू धर्म के अधिकतर यज्ञ और पूजा संस्कृत में ही होती हैं।
संस्कृत का इतिहास काफी पुराना है। इसका उल्लेख सबसे पुरातन ऋग्वेद में पाया गया है, जो कि 3000 ईसा पूर्व और 2000 ईसा पूर्व के बीच रचित 1,028 भजनों का एक संग्रह है।
इतना ही नही भारत के संविधान की आठवीं अनुसूची में भी संस्कृत को सम्मिलित किया गया है। यह उत्तराखण्ड की द्वितीय राजभाषा है। आकाशवाणी और दूरदर्शन से संस्कृत में समाचार प्रसारित किए जाते हैं।
कई वर्षों से डी. डी. न्यूज द्वारा वार्तावली नामक अर्धहोरावधि का संस्कृत-कार्यक्रम भी प्रसारित किया जा रहा है।
जो हिन्दी चलचित्र गीतों के संस्कृतानुवाद, सरल-संस्कृत-शिक्षण, संस्कृत-वार्ता और महापुरुषों की संस्कृत जीवनवृत्तियों, सुभाषित-रत्नों आदि के कारण लोकप्रिय हो रहा है।
Google Translations के अनुसार संस्कृत को इंग्लिश में क्या कहते है
Google एक काफी चर्चित language Translations टूल है इसके मदत से हम दुनिआ के किसी भी भाषा को किसी अन्य भाषा में Convert करने के लिए इस्तिमाल कर सकते है
यदि हम Google Tools के मदत से संस्कृत को English में कन्वर्ट करे तो जवाब में Sanskrit आता है | जिसे आप निचे इमेज में देख सकते है
इसके अलावा Google ने हमे Sanskrit के English पर्यायवाची शब्द भी प्रदान किये है जो निम्न लिखित है
- Sanskrit ⇒ संस्कृत
- Sanscrit ⇒ संस्कृत
- sanskrit ⇒ संस्कृत
- Regenerative ⇒ संस्कृत, शुद्धिकृत, पुनरुज्जीवित
- regeneratory ⇒ संस्कृत, शुद्धिकृत, पुनरुज्जीवित
- cultured ⇒ सुसंस्कृत, संस्कृत
Vokal के अनुसार Sanskrit को अंग्रेजी में क्या बोलते है
भारत में वोकल नामक एप्लीकेशन काफी लोकप्रिय है क्यों की यहाँ हम किसी भी सवाल का जवाब बोलकर दे सकते है या प्राप्त कर सकते है Vokal India’s Largest Vernacular Question and Anserwar प्लेटफॉर्म है जिस पर रोजाना हजारो सवाल पूछे जाते है जिसका जवाब विशेषज्ञ के और से दिया जाता है |
वोकल पर Sanskrit ko English mein kya kahate hain जैसे सवाल भी पूछे गए है जिसका जवाब ” Sanskrit ” ही आया है याने ” Vokal के अनुसार भी संस्कृत को अंग्रेजी में Sanskrit ही कहते है
पहले वोकल नामक वेबसाइट भी उपलब्ध थी लेकिन 2023 के बाद यह वेबसाइट बंद हो चुकी है इसीलिए यह वेबसाइट अभी इंटरनेट पर उपलब्ध नहीं है लेकिन आप इस नाम का application प्ले स्टोर से Download कर सकते है जिसपर 50 लाख से अधिक डाउनलोड है
Dict.hinkhoj के अनुसार Sanskrit को अंग्रेजी में क्या बोलते है
hinkhoj एक काफी पुराणी और विश्वासनिय शब्दकोश है जिसमे लाखो हिंदी शब्दों का English MEANING उपलब्ध है
और इस वेबसाइट के अनुसार संस्कृत को इंग्लिश में REGENERATORY या SANSCRIT कहते या | लेकिन ज्यादातर वेबसाइट के अनुसार और इंग्लिश भाषा के विशेषज्ञ के अनुसार संस्कृत का मतलब अंग्रेजी में SANSCRIT ही होता है
संस्कृत भाषा की लिपि क्या है | Sanskrit bhasha Ki Lipi Kya Hai
हिंदी भाषा की लिपि तो आप सब जानते है। हिंदी की लिपि देवनागरी है। उसी प्रकार संस्कृत भाषा की लिपि ‘ब्राह्मी लिपि’ मानी जाती है। और इसी आधार पर भारत में समस्त लिपियों का विस्तार हुआ है।
वर्तमान समय में ऐसा माना जाता है कि हमारे भारत देश में विविध भाषाएं बोली जाती हैं। साथ ही ये भी कहा जाता है कि, ये सभी भाषाएं संस्कृत से ही बनी है। इसी आधार पर भारत में संस्कृत भाषा को उचित स्थान दिया गया है।
इतिहास की बात करे तो पहले के समय में भारत के उत्तर और दक्षिण में संस्कृत भाषा का समान रूप से उपयोग किया जाता था।
प्राचीन काल में संपूर्ण भारत में सिर्फ ब्राह्मी लिपि ही मौजूद थी। लेकिन वर्तमान समय में भारत के अलग अलग राज्यों में देवनागरी लिपि तथा नागरी लिपि का प्रयोग किया जाने लगा।
देवनागरी लिपि पुराने समय कि बहुत ही प्राचिन और महत्व्पूर्ण लिपि मानी जाती थी। आज के ज़माने मे बहुत कम ही लोग इसके बारे मे जानते है।
संस्कृत भाषा का महत्व् | Sanskrit bhasha ka mahatva
संस्कृत भाषा को सभी भाषाओं की जननी कहा गया है। और संस्कृत भाषा प्राचीन ऋषियों और पूर्वजों की मातृ भाषा थी। संस्कृत का महत्व इस कारण भी है,
क्योकि इसके ज्ञान से सृष्टि के आरम्भ में, जो लगभग 2 अरब वर्ष पूर्व अस्तित्व में आई, उस समय और उसके बाद के संसार के लोगों के आचार-विचार, धर्म और संस्कृति पर प्रकाश पड़ता है।
वेदों में इतिहास न होकर शुद्ध ज्ञान और विज्ञान का भण्डार है। जिसे हमारे वेदज्ञानी ऋषि वर्गीकृत करते हैं। इस स्थिति में भी यह तो ज्ञात होता ही है कि महाभारत काल से पूर्व घटने वाली ऐतिहासकि घटनायें वैदिक विचारधारा और विपरीत विचारों के लोगों का द्वन्द हुआ करता रहा होगा।
संस्कृत भाषा का उपयोग पहले ऋषि-मुनि किया करते थे। इस भाषा में हमारे देश के कई ग्रंथ लिखे गए है। जो प्राचीन काल के ऋषि-मुनियों ने लिखे थे।
पुराने समय के राजा भी संस्कृत का ही उपयोग करते थे। पहले के समय में बच्चे गुरुकुल में शिक्षा ग्रहण करते थे। और वहां गुरु के द्वारा शिष्यो को संस्कृत भाषा में ज्ञान दिया जाता था।
आधुनिक काल में भी ऐसे विश्वविद्यालय है जिनमें संस्कृत को मान्यता दी गई है। कुछ विश्वविद्यालय के नाम हम आपको बता रहे है
- पूना संस्कृत कॉलेज – पुने
- कर्नाटक संस्कृत यूनिवर्सिटी – बैंगलोर
- नेशनल संस्कृत यूनिवर्सिटी – आंध्र प्रदेश
- महर्षि वाल्मीकि संस्कृत यूनिवर्सिटी – हरियाणा
- श्री शंकराचार्य यूनिवर्सिटी ऑफ़ संस्कृत – केरला
संस्कृत किस देश की राष्ट्रभाषा थी | Sanskrit kis desh ki Rastrabhasa thi
इतिहास के अनुसार कंबोडिया देश की राष्ट्रभाषा संस्कृत हुआ करती थी। कंबोडिया देश में 6 वी शताब्दी से लेकर 12 वी शताब्दी तक देवभाषा संस्कृत को राष्ट्र भाषा का दर्जा प्राप्त था। कंबोडिया का प्राचीन नाम कंबुज था।
वैसे तो कंबोडिया के उस समय इंडोनेशिया, मलय, जावा, सुमात्रा, कम्बुज, ब्रह्मदेश, सियाम, श्रीलंका, जापान, तिब्बत, नेपाल आदि देशों से राजनीतिक और व्यापारिक संबंध थे। कंबोडिया का वर्षों से भारत के साथ भी संपर्क था। जिसका उल्लेख महाभारत में भी मिलता है।
FAQ
सवाल : संस्कृत का पुराना नाम क्या है
विश्व की प्राचीनतम लिखित भाषा है ‘संस्कृत’जिसे देववाणी भी कहते थे
सवाल : दुनिया की सबसे पुरानी भाषा कौन है?
संस्कृत के सबसे पुराने लिखित अभिलेख वेदों में मिले हैं. इसीलिए आज दुनिआ की सब से पुराणी भाषा संस्कृत है
Conclusion
आज के लेख में हम ने Sanskrit ko English mein kya kahate hain के बारे में जाना वही संस्कृत का मतलब और इस भाषा का इतिहास समित वह सभी जानकारी जानने की कोशिश की जिसके बारे में आप को जानना जरूरी है
वही गूगल और अन्य लोकप्रिय ट्रांसलेटर टूल के मदत से Sanskrit को English में क्या कहते है यह भी जाना मतलब यहाँ हम ने संस्कृत भाषा से संबंधित सभी जानकारी विस्तार में देने की कोशिश की है जिसका आप को वर्तमान तथा भविष्य में जरूर फायदा होगा !
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