sri lanka ki rajdhani : श्री लंका एक ऐसा देश है जो द्वीप पर बसा हुआ है, श्री लंका दक्षिण एशिया में हिन्द महा सागर के करीब बसा हुआ हैं श्री लंका दुनिया की आबादी में 0.27 % का योगदान देता है तथा यह आबादी में दुनिया के 58 नंबर पर आता है, श्री लंका की आबादी 2.19 करोड़ है
हम भारत वासियों में हर कोई लंका के बारे में जानता है लंका रावन की नगरी थी तथा इसका जिकर हमारे रामायण में भी है
श्री लंका में बौद्ध धम्र का सबसे ज्यादा पालन होता है यहाँ पर रहने वाले लोगो को श्री लंकन कहते है
आज के लेख में हम sri lanka ki rajdhani श्री जयवर्धनेपुरा कोट्टे के बारे में विस्तार में चर्चा करेंगे, इसके अलवा Sri Lanka से जुड़े कुछ रोचक Facts के बारे में भी विस्तार में जानकारी साझा करेंगे
यदि आप भी capital of sri lanka की जानकारी प्राप्त करना चाहते है तो इस लेख को शुरवात से अंत तक जरूर पढ़े
Sri lanka ki Rajdhani – Capital of sri lanka in Hindi

श्रीलंका का भूगोल – Srilanka ka bhugol kya hai
यह एशिया दक्षिण में बसा हुआ एक द्वीप है यह भारत से 31 किलोमीटर दूर है, श्री लंका का क्षेत्र 65,268 वर्ग किलोमीटर है इसकी
- जनसँख्या 2022 में 2.167 करोड़ है
श्री लंका 9 प्रान्तों और 25 जिलों में बटा हुआ है, श्री लंका का सबसे बड़ा नगर कोलम्बो है जो समुंद्री रास्ते से बहुत ज़रूरी नगर है
लंका का नाम श्रीलंका कैसे पड़ा
लंका पर बहुत पुराने समय में दानवों का राज था, देवों ने भगवान् विष्णु की सहायता से इस पर अधिकार कर लिया तथा इस पर से दानवों का राज ख़त्म कर दिया देवों में से धन के देवता कुबेर ने इस देश पर राज किया
रावन और कुबेर चचेरे भाई थे तथा अपनी माता के कहने पर रावन लंका आया और कुबेर को बोला की उसकी माँ ने उसे यहाँ पर राज करने को कहा है कुबेर ने भी माता की आज्ञा का पालन करते हुए लंका को रावन को सौप दिया
अंग्रेजों के राज में इसका नाम लंका से बदलकर सिलोन रख दिया था पर आजादी के बाद यहाँ के लोगों ने इसका नाम आपसी सहमती से श्री लंका रख दिया
1962 तक इसका नाम सिलोन था जिसे 1962 में बदलकर लंका किया गया फिर 1967 में सम्मान के कारण श्री लंका कर दिया गया
श्रीलंका का इतिहास – Sri Lanka History in Hindi
श्री लंका में 125,000 पूर्व ही मनुष्यों के होने का प्रमाण मिला था सम्राट अशोक के पुत्र के कारण यहाँ पर बौद्ध धर्म का आगमन हुआ यहाँ पर बौद्ध ग्रन्थ भी मिला था
सिंघल वंश, यूरोपियन शक्तियों, अंग्रेजों, डच लोगों ने यहाँ समय-समय पर राज किया है, 4 फ़रवरी 1948 में लंका को ब्रिटिशों से 132 साल बाद आजादी मिल गयी
प्राचीन समय से ही श्री लंका पर सिंघला शासकों का राज रहा है परन्तु समय समय पर श्री लंका पर दक्षिणी देशो का आक्रमण होता रहा है
श्रीलंका में कौन सी भाषा बोली जाती है
नंबर | भाषा | बोले जाने का प्रतिशत |
1 | सिंहाला | 87% |
2 | तमिल | 28.5% |
3 | अंग्रेज़ी | 23.8% |
सिंहाला यहाँ पर सबसे ज्यादा बोली जाने वाली भाषा है सिंघाली को पुराने ब्रम्हा वेदों से लिया गया है तथा ये श्री लंका वासियों की मात्र भाषा है
श्रीलंका में पालन होने वाले धर्म
नंबर | धर्म | पालन करने वालों का प्रतिशत |
1 | हिन्दू | 12% |
2 | मुस्लिम | 9% |
3 | इसाई | 7% |
4 | बौद्ध | 70% |
सम्राट अशोक द्वारा यहाँ पर बौद्ध धर्म का आगमन हुआ लोगो ने इसको पूरे ह्रदय से अपनाया यहाँ के लोग बौद्ध धर्म को ही बड़े दिल से मानते है पर आस पास के देशों के लोगो के बसे होने के कारण यहाँ पर आस पास के देशों के धर्म का भी पालन होता है
श्रीलंका में शिक्षा
- श्री लंका की साक्षरता 92% है
- यहाँ पर जवान लोग 98% साक्षर है
- स्कूल जाने वाले बच्चो के साक्षरता 99% है
- श्री लंका में 17 पब्लिक विश्वविद्यालय है
श्रीलंका में आयात तथा निर्यात
श्री लंका के लोगो की काफी ज्यादा ज़रूरतें बाहर के देशों से निर्यात द्वारा पूरी की जाती है जैसे खनिज ईधन और तेल, मशीनें, कपडे, यांत्रिक उपकरण आदि
श्रीलंका में आयात करने वाले देश
नंबर | देश | देशों से श्री लंका में निर्यात करने का प्रतिशत | श्री लंका अन्य देशों से दिए गए समान का आयात करता है |
1 | चीन | 20% | रबर से बुना हुआकपडा, पेट्रोलियम, प्रसारण उपकरण आदि |
2 | भारत | 19% | खनिज ईधन, तेल, कपास, रसायन, सीमेंट, मोटर वाहन आदि |
3 | सिंगापुर | 4% | माल्ट अक्सट्रैक्स, रिफाइंड पेट्रोलियम, इलेक्ट्रॉनिक यंत्र अदि |
4 | जापान | 4% | आसवन उत्पान, क्रोकेतेड कपडा, टैनिन, फोटोग्राफिक समान आदि |
5 | अमेरिका | 8% | मेडिकल यंत्र, प्लास्टिक, कपडा, पशु चारा आदि |
6 | अन्य | 42% | आदि |
श्रीलंका से निर्यात
यह ज़्यादातर इन देशो से चाय, औरतों के तरह तरह के कपडे का निर्यात करते है
नंबर | देश |
1 | जर्मनी |
2 | भारत |
3 | अमेरीका |
4 | इटली |
5 | यूरोप |
श्रीलंका की संस्कृति
श्री लंका की संस्कृति बौद्ध धर्म और हिन्दू धर्म से प्रभावित है श्री लंका तमिल और सिंघली दो संस्कृति का घर है यहाँ पर ब्रिटिश संस्कृति की भी एक गहरी छाप है
श्री लंका में चावल, करी, कोतम और अप्पम शामिल है यहाँ पर बहार के खाने को भी मुख्य माना जाता है यहाँ पर केले के पत्ते पर भोजन खाया जाता है
यहाँ पे नव वर्ष अप्रैल में मनाया जाता है और हिन्दू, बौद्ध सब इसी महीने मनाते है
श्रीलंका के त्यौहार
- वेल का त्यौहार
- नल्लुर का त्यौहार
- सिंहाला और तमिल वालों का नया साल भी एक त्यौहार जैसे मनाया जाता है
- वेसक पोया का त्यौहार
- महा शिवरात्री का त्यौहार
- कंडी इसला पेराहेरा का त्यौहार
- दीपावली का त्यौहार
- पोसन पोया का त्यौहार
- थाई पोंगल का त्यौहार
- पड़ा यात्रा पिल्ग्रिमेज का त्यौहार
श्रीलंका की राजधानी – Shrilanka ki Rajdhani kya hai
वर्तमान समय में श्री लंका की अधिकारिक राजधानी श्री जयवार्देनापुरा कोट्टे है जिसे सिंहल भाषा में ශ්රී ජයවර්ධනපුර කෝට්ටේ इस तरह से लिखा जाता है

जिसे अंग्रेज़ी में shri jayawardenapure kotte कहते है, परन्तु कोलोम्बो का भी श्री लंका के कार्यों और श्री लंका को प्रबंधित करने में विशेष योगदान है
प्राचीन समय में श्री जयवर्धनेपुरा ही श्री लंका पर राज करने वाले सिंहली साम्राज्य की राजधानी थी पर एक युद्ध में जब श्री जयवर्धनेपुरा पर कब्ज़ा कर लिया गया था तो श्री लंका की व्यवस्था को बनाये रखने के लिए कोलोम्बो को श्री लंका की नयी राजधानी के रूप में चुना गया था
आजादी के बाद श्री जयवर्धनेपुरा को फिरसे श्री लंका की राजधानी घोषित कर दिया पर कोलोंबो का श्री लंका के विकास में विशेष योगदान है जिसके कारण हम कोलोंबो को नही भूल सकते
अधिकांश लोग श्री जयवर्धनेपुरा को ही श्री लंका की राजधानी मानते है परन्तु इसमें कोई सन्देश नही है की कोलम्बो भी श्री लंका में एक विशेष भूमिका निभाता है इसी कारण श्री लंका एक ऐसा देश है जिसकी दो राजधानी है
इसी कारण श्री जयवर्धनेपुरा और कोलोम्बो दोनों ही श्री लंका की राजधानी के रूप में जानी जाती है
श्रीलंका की Capital का नाम
श्री जयवर्धनेपुरा कोट्टे | प्रशासनिक राजधानी |
कोलोम्बो | कमर्शियल(वाणिज्किय) राजधानी |
श्रीलंका की राजधानी (Capital) जयवर्धनेपुरा कोट्टे
श्री जयवर्धनेपुरा कोट्टे 1415 से लेकर 1565 तक सिंघली साम्राज्य की राजधानी थी नदियों से घिरे होने के कारण यह देश को रक्षा प्रदान करता है इसके आस पास लैगून नदियाँ है और दलदलों के कारण ये प्राकृतिक तौर पर सुरक्षित है
पहले समय में इसको कोट के नाम पर भी जाना जाता था, 16 वी सदी में इसका विभाजन हुआ था,श्री जयवर्धनेपुरा कोट्टे को कोलोंबो के जिले में उपस्थित करवाया गया
श्री जयवर्धनेपुरा कोट्टे श्री लंका की विधायी राजधानी है यह श्री लंका के दक्षिण में स्थित है यह कोलोम्बो से 5 मील दूर है यह देश के सभी तरह के कार्य को नियंत्रित करता है
श्री जयवर्धनेपुरा कोट्टे को सॅटॅलाइट का शहर भी कहा जाता है और यह श्री लंका के शहरी हिस्से में स्थित है, यह शहर कोलोंबो के शहरी इलाके में स्थित है
श्री जयवर्धनेपुरा कोट्टे के खेल
क्रिकेट यहाँ का सबसे प्रसिद्ध खेल है यह खेल शहरी क्षेत्रो में सबसे अधिक खेला जाता है एक समय पर फुटबॉल यहाँ के लोगो का सबसे प्रसिद्ध खेल था
श्री जयवर्धनेपुरा कोट्टे के कार्य और महत्वत्ता
स्वतंत्रता के बाद देश की कार्यालय की हालत सही ना होने के कारण देश के सरकारी कार्यालय को कोलोंबो शहर से बाहर बनाने के निर्णय लिया गया इसी कारण देश की व्यवस्था को बनाये रखने के लिए एक और राजधानी श्री जयवर्धनेपुरा कोट्टे का निर्माण हुआ
श्री लंका की सरकार ने 1977 में देश के नयी राजधानी के रूप में मान्यता दी गई, संसद भवन का निर्माण श्री जयवर्धनेपुरा कोट्टे में 1982 में बना एक एक करके अन्य सरकारी कार्यालय भी यहाँ पर बन गए
यह देश की सरकारी व्यवस्था को देखता है,क्या ये उसका सबसे महत्तवपूर्ण कार्य है आदि यहाँ से पूरे देश के कार्य और प्रगति पर नज़र रखी जाती है तथा देश को यही से चलाया जाता है
श्री जयवर्धनेपुरा कोट्टे में पर्यटन स्थल
पुरानी इमारतें
श्री लंका के पुराने कुछ महत्वपूर्ण इमारतें भी श्री जयवर्धनेपुरा कोट्टे में स्थित है इस शहर की मुख्य गलियों में बहुत सारे ब्रिटिश के जबाने से बने पुरानी इमारतें मौजूद है,
यहाँ पर लोग पुराने समय की एक झलक देख सकते है, इन इमारतों में पुराने समय में इस्तेमाल किये जाने वाले टाइपराइटर, रेडियो आदि उपस्थित है
स्कूबा डाइविंग
श्री जयवर्धनेपुरा कोट्टे में बहुत ही साफ़ पानी से भरी नदियाँ और तालाब है तथा यहाँ समुंद्री जीवों, समुंद्री जल जीवन आदि पाया जाता है इसीलिए स्कूबा डाइविंग मई के महीने में यहाँ पर सबसे अधिक मनोरंजन परिपूर्ण कार्य है
श्री जयवर्धनेपुरा कोट्टे की एक सबसे प्रसिद्ध नदी है यहाँ पर वाटर राफ्टिंग प्रयटको का सबसे प्रिय मनोरंजन परिपूर्ण कार्य है यहाँ का पानी गन्दगी से मुक्त है और तो और एकदम सफ़ेद है इसी कारण वाटर राफ्टिंग का मज़ा और बढ़ जाता है
श्रीलंका की राजधानी कोलोंबो
कोलंबो श्री लंका का आबादी के मामले में सबसे बड़ा शहर है इस शहर के आस पास सफ़ेद बालू है जिससे यह बहुत सुंदर लगता है इस शहर के केंद्र में बीरा झील है,यह शहर संस्कृति, इतिहास का एक नमूना है
कोलोंबो का इतिहास
कोलोंबो का इतिहास 2,000 साल पुराना है इसकी विशेषता इसके बड़े बंदरगाह, तरह तरह के पौधें के लिए प्रसिद्ध है
यह अपने बंदरगाह और बंदरगाह की वजह से व्यापार के कारण श्री लंका का केंद्र है इसे कमर्शियल राजधानी भी कहा जाता है ,इसमें स्थित बहुत सारी इमारतें ब्रिटिश द्वारा बनवाई गई है
संस्कृति
इसकी संस्कृति बहुत ही शांत है और ये पूरा शहर और इसके इतिहास की कहानियां इसके अशांत इतिहास की तरफ इशारा करती है
कोलोंबो में एक उष्टकटिबंधीय मानसून जलवायु है मानसून का मौसम अप्रैल में शुरू होता है सितंबर में सबसे गर्मी होती है
यहाँ पर खाने में कढी और चावल बहुत प्रसिद्ध है समुद्री भोजन में अधिकांश व्यंजन रोटी और फ्लैटब्रेड के साथ परोसे जाते है यहाँ का भोजन बहुत ही स्वादिष्ट होता है
कोलोंबो में जातियाँ
नंबर | जाति | प्रतिशत |
1 | सिंघली वासी | 36.9% |
2 | श्री लंकन तमिल वासी | 29.6% |
3 | श्री लंकन मूर वासी | 29% |
4 | भारतीय तमिल | 2.2% |
5 | अन्य | 5% |
कोलोंबो के धर्म
नंबर | धर्म | प्रतिशत |
1 | बुद्धिस्म | 31.4% |
2 | इस्लाम | 31.2% |
3 | हिन्दू | 22.6% |
4 | ईसाई | 10.8% |
5 | अन्य ईसाई | 3.7% |
6 | अन्य | 0.1% |
कोलोंबो में पर्यटन स्थल
गाले फेस ग्रीन
यह एक समुन्द्र के किनारे बसा शहरी पार्क है इसे कोलोंबो का दिल कहा जाता है, इसका इस्तेमाल गोल्फ कोर्स, क्रिकेट, पोलो, फुटबॉल, टेनिस, रग्बी, घुडदौड़ के लिए किया जाता था इसका क्षेत्रफल 5 हेक्टर है
गंगारामया मंदिर
यह बुद्ध धर्म का मंदिर है इसका निर्माण 19 सदी में हुआ था यह एक शिक्षा केंद्र भी है यहाँ पर बौद्ध कल्याण के कार्य होते है यहाँ पर बच्चो और वृद्ध लोगो के घर आदि सामाजिक चीज़ें है यह अन्य देशों में बौद्ध धर्म का प्रचार करने में सहायता करता है यह बौद्ध धर्म का आकर्षण केंद्र है
विहारमहादेवी पार्क
इसका निर्माण ब्रिटिश द्वारा करवाया गया था यह कोलोंबो का सबसे बड़ा पार्क है और तो और सबसे पुराना पार्क है इसका असली नाम विक्टोरिया पार्क है
और ये रानी विक्टोरिया के नाम से पड़ा है इस पार्क में बुद्धा की एक बड़ी सी मूर्ती है पहले इसको लड़ाई के दौरान ब्रिटिश की एक लड़ाई का केंद्र था जिसे पार्क के रूप में 1951 में खोल दिया गया
श्रीलंका के बारे में कुछ तथ्य
- यहाँ पर अन्य देशों के मुकाबले ज्यादा जानवरों के प्रकार है यह क्षेत्र फल के मुकाबले में भले ही बहुत छोटा है पर यहाँ पर बहुत तरह-तरह के जीव जंतुओं की प्रजातियाँ मिलती है यह देश जीव-जंतुओं के विषय में बहुत समृद्ध है
- श्री लंका में चाय और दालचीनी की बहुत खेती होती है यह दोनों यहाँ के सबसे ज्यादा निर्यात होने वाले सामान है श्री लंका अन्य देशो की भी चाय और दालचीनी की ज़रुरत पूरी करता है
- यहाँ पर 19 वी सदी की बनी इमारतें है और तो और उन्हें बदलकर होटल में तब्दील कर दिया गया है उस होटल में रहने वाले लोगों को लगता है जैसे वो 19 वी सदी में हैं
- अदम की चोटी यहाँ की सबसे बड़ी चोटी है
- श्री लंका को शांती की भूमि भीं कहा जाता है
- गौतम बुद्ध का एक दांत भी यहाँ के एक मंदिर में रखा गया है और यहाँ के लोग बुद्ध को बहुत ज्यादा मानते थे
- यहाँ पर हाँ के लिए लोग एक दुसरे से हाथ मिलाते है
- यहाँ की साक्षरता पूरे एशिया में सभी देशों से अधिक है, यहाँ पर एक औरत ने भी प्रधान मंत्री की कुर्सी संभाली थी
- श्री लंका हीराजा रावन की भूमि थी
FAQs – sri lanka ki rajdhani Kaha hain
सवाल : श्री लंका की पहली Capital क्या है ?
श्री लंका की पहली राजधानी कोलंबो है, कोलोंबो को श्री लंका की कमर्शियल राजधानी भी कहा जाता है |
सवाल : श्री लंका की वर्तमान राजधानी क्या है ?
श्री लंका की वर्तमान राजधानी श्री जयवार्धनेपुरा कोट्टे है, पर इस बात को अनदेखा नही किया जा सकता की कोलोंबो का भी श्री लंका की वृद्धि में बहुत योगदान है इसीलिए इसे भी श्री लंका की राजधानी ही माना जाता है अर्थात श्री लंका की दो राजधानी है
सवाल : श्रीलंका की दो राजधानियां कौन सी है ?
श्री लंका की राजधानी
श्री जयवर्धनेपुरा कोट्टे | प्रशासनिक राजधानी |
कोलोम्बो | कमर्शियल(वाणिज्किय) राजधानी |
सवाल : श्रीलंका की दो Rajdhani क्यों है ?
देश की व्यवस्था एक राजधानी से नही संभाली जा पा रही थी इसीलिए देश को सही रूप से चलाने के लिए दो राजधानियां बनायीं गयी |
सवाल : श्री लंका में रावन था ?
हां श्री लंका में ही रावन का वास था, श्री लंका ही रावन की लंका थी
Conclusion
आज के इस लेख में हमने श्रीलंका की राजधानी क्या है के बारे में वह सभी जानकारियां एकत्रित की है और उनको जाना है जो आपके लिए जानना बेहद जरूरी है।
जैसे कि (Sri lanka ki rajdhani) की स्थापना कब और किसने की, श्रीलंका की दो Rajdhani क्यों है, Srilanka में घूमने लायक कौन कौन से पर्यटक स्थल अवस्थित है और इससे संबंधित अन्य वे सभी तथ्य जो आपके लिए जानना जरूरी थे।
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