Volleyball Kis Desh Ka Rashtriya Khel Hai in Hindi

Volleyball Kis Desh Ka Rashtriya Khel Hai : आपने सभी खेलों में वॉलीबॉल का नाम जरूर सुना होगा जो कि फुटबॉल के समान ही खेली जाती हैं परंतु जिस प्रकार से फुटबॉल में खिलाड़ी पैरों के माध्यम से पूरे मैदान में खेलते हैं

तो वहीं दूसरी और इस वॉलीबॉल के खेल में खिलाड़ी अपने हाथों के द्वारा उस गोल गेंद को एक दूसरे की टीम में पास करते हुए खेलते हैं

और अगर दूसरी टीम के खिलाड़ी उस वॉलीबॉल को वापस सामने वाली टीम की और फेंकने में असफल रहते हैं तो सामने वाली टीम को अंक मिलते है

वर्तमान समय में इस खेल को ओलंपिक स्तर तक खेला जाता है और इसे 1964 में ही ओलंपिक खेलों में शामिल कर लिया गया था

ओलंपिक में शामिल होने के कारण ही यह वॉलीबॉल का खेल धीरे-धीरे अमेरिकी महाद्वीप से एशियाई महाद्वीप में प्रसिद्ध हो गया और यहां का एक प्रमुख खेल बन गया और धीरे-धीरे यहां भारत के एक पड़ोसी राष्ट्र का राष्ट्रीय खेल भी बन गया

हमारे आज के इस लेख में हम इसी इस खेल से संबंधित विभिन्न प्रकार की जानकारियों को आपके साथ साझा करने वाले हैं

जैसे कि इस खेल की शुरुआत कब और कहां हुई तथा वॉलीबॉल के जनक किसे माना जाता है एवं वॉलीबॉल को खेलने के नियम क्या है, इत्यादि

इन सभी जानकारियों के साथ साथ ही आज के हमारे इस लेख का मुख्य विषय रहेगा Volleyball किस देश का राष्ट्रीय खेल है

 

Volleyball Kis Desh Ka Rashtriya Khel Hai

 

Volleyball Kis Desh Ka Rashtriya Khel Hai

एक 350 ग्राम की हल्की गेंद को दो टीमों के बीच पास करते हुए खेले जाने वाले खेल  वॉलीबॉल को भारत के पड़ोसी देश श्रीलंका का राष्ट्रीय खेल माना जाता है 

और यह श्रीलंका के समुद्री बीच ऊपर सबसे अधिक खेले जाने वाला खेल भी हैं

इस खेल को खेलने के लिए रेत के मैदान का प्रयोग किया जाता है और उस रेत में भी समुद्री बालू के किनारे पाई जाने वाली रेत पर यह खेल और भी आनंद के साथ खेला जाता है

 

Volleyball Kis Desh Ka Rashtriya Khel Hai

 

हालांकि यह बात अलग है कि श्रीलंका ने इस खेल को जन्म नहीं दिया परंतु श्रीलंका में इस खेल को अन्य देशों की मात्रा में अधिक बढ़ावा दिया जाता है और श्रीलंका का एक राष्ट्रीय संस्थान “Sri Lanka Volleyball Federation” इस खेल की मॉनिटरिंग का काम करता है

श्रीलंका के इस संस्थान द्वारा श्रीलंका की वॉलीबॉल टीम को अन्य देशों की वॉलीबॉल टीमों के साथ खेलने का मौका प्रदान कराया जाता है,जिससे कि यह खेल श्रीलंका के साथ साथ ही अन्य खेलों में भी प्रचारित और प्रसारित हो

19वीं सदी में प्रारंभ हुआ यह खेल साल 1964 में ओलंपिक में शामिल किया गया और उसके बाद से लेकर आज तक यह खेल हर 5 साल में एक बार आयोजित होने वाले ओलंपिक खेल में खेला जाता है

इसकी लोकप्रियता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि उत्तरी अमेरिका महाद्वीप में पैदा होने के बावजूद यह खेल आज एक एशियाई राष्ट्र का राष्ट्रीय खेल बन चुका है

 

वॉलीबॉल का जन्म किस देश में हुआ

वॉलीबॉल श्रीलंका का राष्ट्रीय खेल है, इसका अर्थ यह कभी नहीं है कि इस खेल का जन्म श्रीलंका में ही हुआ है बल्कि इसके बजाय यह खेल उत्तरी अमेरिका महाद्वीप के राष्ट्र अमेरिका में पैदा हुआ था

19वीं सदी के अंतिम दौर में साल 1896 में इस खेल की शुरुआत अमेरिका के विलियम जी मोरगन द्वारा की गई थी और उन्हीं के द्वारा इस खेल से संबंधित एक संस्था का निर्माण भी किया गया था जो कि “द अमेरिकन वॉलीबॉल क्लब” थी

पर अपने प्रारंभिक समय में यह खेल बहुत ज्यादा फेमस नहीं हुआ और अपने कठिन नियमों के कारण इसे खेलना भी काफी कठिन माना जाता था !

परंतु जब इसे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता दिलाने के लिए 1948 में इंटरनेशनल वॉलीबॉल फेडरेशन का गठन किया गया तो यह खेल पूरी विश्व में प्रसिद्ध हो गया

इस खेल से संबंधित इस अंतरराष्ट्रीय संस्थान की स्थापना होने के 1 वर्ष बाद ही वॉलीबॉल का प्रथम वर्ल्ड कप भी साल 1949 में आयोजित कराया गया

और उसी वर्ल्ड कप के प्रसिद्ध होने के कारण इस वॉलीबॉल के खेल को ओलंपिक खेलों में शामिल किया गया था

ओलंपिक खेलों में शामिल कर लिए जाने के बाद इस खेल के लिए कोई अलग से वर्ल्ड कप आयोजित नहीं किया जाता है

 

क्यों श्रीलंका ने वॉलीबॉल को अपना राष्ट्रीय खेल चुना?

श्रीलंका जो कि अपने सुंदर समुद्री तटों के लिए जाना जाता है और उन्हीं समुद्री तटों के किनारे यह वॉलीबॉल खेल भी खेला जाता है क्योंकि इन समुद्री तटों के किनारे पाई जाने वाली बालू रेत पर इसे खेलने का मजा ही कुछ अलग होता है

श्रीलंका द्वारा अन्य खेलों को अपनाने की बजाय इस खेल को अपने राष्ट्रीय खेल के रूप में मान्यता देने का प्रमुख कारण यह था कि इस खेल को खेलने के लिए ना तो किसी विशेष संसाधनों की आवश्यकता पड़ती थी और ना ही किसी विशेष मैदानों की

जिसका कारण है यह खेल किसी भी बालू के रेत के मैदान पर खेला जा सकता था और इसे खेलने के लिए महज 12 खिलाड़ियों की ही आवश्यकता पड़ती थी

क्योंकि राष्ट्रीय खेल भी किसी देश का एक राष्ट्रीय प्रतीक माना जाता है, इस कारण से श्रीलंका ने भी इस खेल को अपने राष्ट्रीय खेल के रूप में स्थापित किया

इस प्रकार इन्ही 2  प्रमुख कारणों के कारण श्रीलंका ने वॉलीबॉल को अपने राष्ट्रीय खेल के रूप में अपनाया

 

वॉलीबॉल से संबंधित खेल मैदान

हालांकि फुटबॉल की तुलना वॉलीबॉल से की जाती हैं परंतु फुटबॉल को खेलने से पूर्णतया अलग यह खेल खेलना है क्योंकि इस खेल को हरे घास के मैदान पर खेलने की बजाए रेत के मैदान पर खेला जाता है

आमतौर पर यह खेल मैदान किसी कोस्टल एरिया के पास ही होते हैं और ऐसे मैदानों का चुनाव करने के पीछे एक कारण यह भी है, क्यों की खेल खेलते समय खिलाड़ियों को चोट ना पहुंचे,

क्योंकि यह खेल खेलते समय अत्यधिक शारीरिक श्रम की आवश्यकता भी होती हैं !

इस खेल के मैदान को दो बराबर भागों में काट दिया जाता है और जिसके एक भाग की लंबाई लगभग 9 से लगाकर 10 मीटर तक होती हैं

अर्थात कि पूरे वॉलीबॉल मैदान की लंबाई 20 मीटर और चौड़ाई 20 मीटर होती है

वही इस खेल में प्रयोग होने वाली बॉल का वजन लगभग 350 ग्राम से लेकर 280 ग्राम तक होता है

इस खेल में प्रत्येक 2 टीमों के 12  सदस्य एक नेट के दोनों और खड़े रहते हैं और गेंद को पास करते हुए इस खेल को खेलते हैं

 

वॉलीबॉल के खेल से संबंधित नियम

प्रत्येक खेल की तरह यह खेल खेलने के भी कुछ विशिष्ट नियम तय किए गए हैं जो कि निम्नलिखित हैं :

  1. इस खेल में अधिकतम 2 टीमें भाग ले सकती हैं जिनमें कुल खिलाड़ियों की संख्या 12 होती हैं
  2. वॉलीबॉल की एक टीम में कुल खिलाड़ियों की संख्या 6 होती हैं
  3. बैडमिंटन और टेनिस की तरह ही इस खेल के मैदान के बीचो बीच भी एक नेट लगाई जाती हैं
  4. एक हल्की गेंद जिसे की वॉलीबॉल कहा जाता है, से ही इस खेल की शुरुआत की जाती हैं, जिसमें की एक टीम द्वारा दूसरी टीम की और उस गेंद को पास करते हुए इस खेल को आगे बढ़ाया जाता है
  5.  अगर किसी टीम द्वारा इस गेंद को नेट पर टच कर दिया जाता है तो उसे फाउल का जाता है और इसकी एवज में सामने वाली टीम को अंक प्रदान किए जाते हैं
  6. अगर किसी टीम के खिलाड़ी द्वारा वॉलीबॉल मैदान की निर्धारित सीमाओं के बाहर गेंद को धकेल दिया जाता है तो भी सामने वाली टीम को फाउल के तौर पर अंक प्रदान किए जाते हैं
  7. खेल के स्लॉट खत्म होने के पश्चात दोनों टीमों के अंकों की गणना में जिस टीम के अंक ज्यादा होते हैं ,वही टीम इस की विजेता मानी जाती है

 

FAQs : Volleyball Kis Desh Ka Rashtriya Khel Hai

सवाल : वॉलीबॉल किस देश का राष्ट्रीय खेल है

यह खेल भारत के पड़ोसी देश श्रीलंका का राष्ट्रीय खेल माना जाता है

सवाल : इस खेल में में कुल कितने खिलाड़ी खेलते हैं?

इस खेल एक टीम में कुल 6 खिलाड़ी होते हैं तो इस पूरे खेल में 2 टीम में खेलने के कारण इसमें कुल 12 खिलाड़ी भाग लेते हैं

सवाल : वॉलीबॉल खेल का जनक किसे माना जाता है?

अमेरिका के रहने वाले विलियम जीजी मोरगन को इस खेल का जनक माना जाता है और इनके द्वारा ही अमेरिका में इसकी शुरुआत की गई थी

सवाल : इस खेल में प्रयुक्त होने वाली गेंद का वजन लगभग कितना होता है?

इस खेल में प्रयोग होने वाली गेंद का वजन लगभग  350 ग्राम होता है

सवाल : वॉलीबॉल को किस खेल के समान माना जाता है?

इस खेल को फुटबॉल के समान माना जाता है क्योंकि जिस प्रकार फुटबॉल में खिलाड़ी पैरों के माध्यम से गेंद को धकेलते हैं तो वहीं वॉलीबॉल में हाथों के माध्यम से खिलाड़ी एक दूसरे की और गेंद को पास करते हैं

सवाल : वॉलीबॉल और टेनिस में क्या समानता और क्या अंतर है?

इन दोनों ही खेलों के मैदानों के बीच में एक नेट लगी हुई होती हैं और उस नेट के दोनों और खिलाड़ी खेलते हैं, परंतु जहां एक और वॉलीबॉल में बहुत सारे खिलाड़ी मिलकर खेलते हैं तो दूसरी और टेनिस में 4 खिलाड़ी ही अधिकतम खेल सकते हैं

सवाल : क्या वॉलीबॉल खेल का जन्म श्रीलंका में ही हुआ?

नहीं, इसको सबसे पहले संयुक्त राज्य अमेरिका में खेला गया था इस कारण ही यह श्रीलंका में जन्मा हुआ नहीं माना जाता है


Conclusion

तो पाठक को हम आशा करते हैं कि आपको आज का हमारा यह लेख Volleyball Kis Desh Ka Rashtriya Khel Hai बहुत ज्यादा पसंद आया होगा और इस लेख को पढ़कर आपको वॉलीबॉल के बारे में उचित जानकारी प्राप्त हुई होगी

अगर आपको यह लेख पसंद आया हो तो हमारे इस लेख के Comment Box  में अपने अमूल्य Suggestions जरूर लिखें ताकि आगे आने वाले समय में हम आपके लिए आपके इन्ही सुझावों के मुताबिक विभिन्न प्रकार के ज्ञानवर्धक लेख लाते रहे और आपके ज्ञान में सकारात्मक वृद्धि करते

इस लेख को पढ़ने के लिए आप सभी पाठकों का बहुत-बहुत आभार और धन्यवाद