Mob Lynching Meaning In Hindi – मॉब लिंचिंग की पूरी जानकारी

Mob Lynching Meaning In Hindi : आप सभी ने सोशल मीडिया पर अखबारों में मॉब लिंचिंग के बारे में जरूर सुना होगा पर क्या आप इसका मतलब जानते हैं

यह शब्द मॉब लिंचिंग दिन प्रतिदिन के जीवन में आपको बहुत बार सुनने को मिलता है और खास करके बहुत सारे न्यूज़ चैनलों पर इसके ऊपर बहुत बड़ी बड़ी बहस भी होती हैं

जब आप इस शब्द को सुनते हैं तो इस के संदर्भ में कहा जाता है कि एक हिंसक भीड़ द्वारा किसी व्यक्ति की हत्या कर देना ही मॉब लिंचिंग कहलाता है परंतु इससे भी बढ़कर इसमें कुछ राज छुपे हुए हैं जो आपको जानना जरूरी है

इस मॉब लिंचिंग की परिभाषा समझना ही हमारे लिए काफी नहीं है,हमें मॉब लिंचिंग क्यों होती है

और इसे लेकर कौन-कौन से कानूनी प्रावधान भारत में बने हुए हैं और साथ ही साथ इस मॉब लिंचिंग को कैसे रोका जा सकता है, यह सब जानना भी बेहद जरूरी है

आज के इस लेख में हम इस मॉब लिंचिंग के बारे में संपूर्ण चर्चा करते हुए जानेंगे कि आखिर यह मॉब लिंचिंग होती क्या है और साथ ही हमारे आज के इस लेख का मुख्य विषय रहेगा

 

Mob Lynching Meaning In Hindi
Mob Lynching ka Hindi matlab kya hota hai

 

Mob Lynching Meaning In Hindi

 सामान्य भाषा में Mob का मतलब होता है बहुत ही उग्र या हिंसक भीड़ और Lynching का अर्थ होता है बिना किसी कारण और बिना कुछ सुने मारना 

इस मॉब लिंचिंग को एक मुहावरे द्वारा समझा जा सकता है कि “भीड़ का कोई चेहरा नहीं होता” और यह इसे समझने के लिए काफी है

क्योंकि मॉब लिंचिंग में हिंसक भीड़ को यह समझ नहीं आता है कि कौन दोषी हैं और कौन निर्दोष हैं

यह उग्र और हिंसक भीड़ अपराधी को हाथों हाथ सजा देने के लिए जानी जाती हैं जो कि ना तो कुछ सुनती है और ना ही कुछ जानती हैं,

 

Mob Lynching ka matlab

 

इसी कारण कई बार इस उग्र हिंसक भीड़ द्वारा बहुत सारे निर्दोष लोगों की भी जान ले ली जाती है, जिन्होंने किसी का कुछ नहीं बिगड़ा था परंतु वे इस भीड़ के हत्थे चढ़ गए

भारत की स्वतंत्रता के पश्चात ही इस शब्द का व्यापक पैमाने पर उपयोग भारत में हुआ है क्योंकि यह मॉब लिंचिंग शब्द यूरोपीय राष्ट्रों की देन है

जब 18वी और 19वीं शताब्दी में बहुत सारे यूरोपीय देशों में विभिन्न प्रकार के आंदोलन संचालित हो रहे थे, तब बहुत ज्यादा अन्याय भी कुछ लोगों पर और विशेषकर कुछ समुदायों पर हो रहे थे,

उन समुदायों और लोगों पर जब अन्याय बहुत ज्यादा बढ़ता गया तो उनके द्वारा अन्याय करने वाले लोगों पर एक हिंसक भीड़ बनकर आक्रमण किया गया और उसी समय से यह मॉब लिंचिंग शब्द संपूर्ण विश्व में उभर कर सामने आया

कुछ इतिहासकारों के अनुसार जर्मनी में हिटलर के कुछ अधिकारियों के विरुद्ध सबसे पहले हिंसक भीड़ द्वारा आक्रमण कर उन्हें मौत के घाट उतार दिया गया था और यहीं से यह मॉब लिंचिंग की प्रक्रिया धीरे-धीरे अन्य यूरोपीय राष्ट्रों में फैलती गई

जब कोई उग्र और हिंसक भीड़ किसी व्यक्ति को अपराधी समझकर या फिर किसी अपराधी को ही अपने स्तर पर कोई सजा दे दे तो इसे भी मॉब लिंचिंग ही कहा जाता है,

हाल के वर्षों में यह शब्द भारत की राजनीति में काफी चर्चित रहा है परंतु यह शब्द उन देशों के लिए बना है जहां पर लोकतंत्र विद्यमान नहीं है और अभी भी वहां पर पुरानी व्यवस्थाए विद्यमान है

भारत के सुप्रीम कोर्ट द्वारा भी समय-समय पर राज्य सरकारों तथा केंद्र सरकार को यह हिदायत दी जाती है कि वह अपने अपने स्तर पर इस क्रूर कृत्य को रोकने का प्रयास करें

और इसे रोकने के लिए उचित कानूनों का निर्माण करें, जब हम मॉब लिंचिंग का अर्थ यह बता रहे हैं कि उग्र और हिंसक भीड़ द्वारा किसी व्यक्ति को अपराधी समझकर या बिना किसी अपराध के ही मार दिया जाता है तो इसका क्या अर्थ है?

अर्थ स्पष्ट है कि इस हिंसक भीड़ द्वारा यह नहीं देखा जाता है कि क्या जिस व्यक्ति को वह मार रहे हैं, वह वास्तविकता में अपराधी है या नहीं क्योंकि कई बार इस हिंसक भीड़ द्वारा कई सारे निर्दोष लोगों को भी अपने चपेट में ले लिया गया था

यदि हाल के वर्षों के आंकड़ों को उठाया जाए तो यह सामने आया है कि वर्ष 2021 व वर्ष 2022 में इस मॉब लिंचिंग द्वारा पूरे भारत में लगभग 18 से अधिक निर्दोष लोगों की जान चली गई थी,

पूरे भारत में 2021 व 2022 में सबसे ज्यादा मॉब लिंचिंग की घटनाएं उत्तर प्रदेश व राजस्थान में घटित हुई है और खास तौर पर यह मॉब लिंचिंग की घटनाएं सांप्रदायिकता के साथ मिलकर घटित हुई है

वे मॉब लिंचिंग की घटनाएं जो कि किन्ही 2  धर्म विशेष की उग्र हिंसक भीड़ के बीच होती हैं, उसे सांप्रदायिक मॉब लिंचिंग कहा जाता है और यह मॉब लिंचिंग की सबसे खतरनाक स्थिति मानी जाती हैं

इस प्रकार की मॉब लिंचिंग में एक धर्म विशेष की हिंसक उग्र भीड़ किसी दूसरे धर्म के किसी निर्दोष व्यक्ति को भी अपनी चपेट में ले सकती हैं और उसकी जान भी ले सकती हैं,

वही संपूर्ण विश्व की बात करें तो साल 2021 और साल 2022 में सबसे ज्यादा मॉब लिंचिंग की घटनाएं अफगानिस्तान और अफ्रीकी राष्ट्र माली में घटित हुई है


Mob Lynching होने के कारण

Mob Lynching Meaning को समझने के बाद अब हमें यह भी जान लेना चाहिए कि आखिर यह मॉब लिंचिंग होती क्यों है और इसके होने के पीछे कौन-कौन से कारण जिम्मेदार हैं

साथ ही हम इस के होने के कारणों को भारत के संदर्भ में देखेंगे अर्थात कि हम यह जानेंगे कि भारत में मॉब लिंचिंग की लगातार बढ़ती हुई घटनाएं किन कारणों से हो रही है

 

मॉब लिंचिंग होने के निम्नलिखित कारण है 

  • किन्हीं दो धर्मो या समुदायों के बीच कुछ अविश्वास होने के कारण मॉब लिंचिंग की घटनाएं अंजाम लेती है क्योंकि बहुत बड़े देश में विभिन्न प्रकार के धर्मों के बीच कुछ ना कुछ कहासुनी चलती रहती है और यही छोटी सी बातें कब मॉब लिंचिंग का रूप ले लेती हैं,इसका अंदाजा भी नहीं लगाया जा सकता
  • सोशल मीडिया के माध्यम से भड़काऊ भाषण और कुछ अंधविश्वास से भरे मैसेज को पढ़ने से भी इस प्रकार की घटनाएं अंजाम ले लेती हैं, हाल ही में देखा गया है कि राजस्थान के उदयपुर में दो धर्मों के बीच में यह मॉब लिंचिंग की घटना घटित हुई
  • जो भी लोग मॉब लिचिंग में शामिल होते हैं उन्हें इस बात का पता होता है कि उनकी गिरफ्तारी होना लगभग असंभव है क्योंकि भारत में मॉब लिंचिंग से संबंधित कोई एक सटीक कानून नहीं है जिस कारण से पुलिस प्रशासन भी इन असामाजिक तत्व को गिरफ्तार करने में नाकाम रहती हैं और यही कारण है कि बहुत सारे अपराधी भी मॉब लिंचिंग में शामिल होकर बिना किसी खौफ के इस को अंजाम दे देते हैं
  • धार्मिक आधार पर बहुत ज्यादा कट्टरता और अंधविश्वास का पनअपना भी इस मामले को बढ़ावा देता है और इसी बात का फायदा कुछ जनप्रतिनिधियों द्वारा अपने वोट बैंक को भरने के लिए किया जाता है क्योंकि वह जानते हैं कि इस प्रकार की घटनाओं से एक धर्म विशेष उनकी और हो जाएगा और उन्हें उनकी राजनीति चलाने में काफी सहायता प्राप्त होगी
  • इसके होने का सबसे बड़ा कारण यह माना जा सकता है कि भारत में मॉब लिंचिंग से संबंधित कोई पार्टिकुलर कानून नहीं है जिस कारण से पुलिस प्रशासन और संपूर्ण प्रशासन अपने आधार पर लोगों को गिरफ्तार और उन्हें हिरासत में नहीं ले पाते हैं जिस कारण से अपराधियों के हौसले बुलंद रहते हैं
  • संपूर्ण देश में मॉब लिंचिंग होने का सीधा सा तात्पर्य होता है कि वहां रहने वाले धर्म और समुदायों के बीच आपसी सद्भाव नहीं है और यही आपसी सद्भावना ना होना मॉब लिंचिंग का सबसे बड़ा कारण बनता है और इस प्रकार की मॉब लिंचिंग को सांप्रदायिक मॉब लिंचिंग के नाम से जाना जाता है

इस प्रकार से अब आप यह जान गए होंगे कि वर्तमान में मॉब लिंचिंग होने के क्या-क्या कारण हैं और इस प्रकार की घटनाएं क्यों घटित होती है


Mob Lynching से संबंधित कानून और प्रावधान

मॉब लिंचिंग बढ़ने का कारण यही है कि इसको लेकर भारत में और साथ ही कुछ अन्य देशों में कोई सटीक कानून विद्यमान नहीं है जिस कारण से इस प्रकार की घटनाएं लगातार बढ़ती रहती

परंतु ऐसा भी नहीं है कि मॉब लिंचिंग से संबंधित भारत में कोई कानून नहीं है, हाल के वर्षों में राज्य सरकारों और केंद्र सरकार द्वारा इस संदर्भ में कानूनों को लेकर गहन विश्लेषण किया गया है

 

वर्तमान में मॉब लिंचिंग से निपटने के लिए निम्नलिखित कानून विद्यमान है 

  • मॉब लिंचिंग होने पर आईपीसी की धारा 302 और आईपीसी की धारा 307 को सबसे ज्यादा उपयोग में लिया जाता है क्योंकि धारा 302 के अनुसार हत्या करना तथा धारा 307 के अनुसार हत्या का प्रयास करना भी मॉब लिंचिंग में सम्मिलित हैं और इन्हीं धाराओं को आधार बनाकर पुलिस द्वारा अपराधियों को गिरफ्तार किया जाता है जो कि मॉब लिंचिंग में शामिल होते हैं
  • आईपीसी की धारा 323 के अनुसार किसी को जानबूझकर घायल करना यह कार्य भी मॉब लिंचिंग की श्रेणी में आता है और इस कारण से इस धारा को भी मॉब लिंचिंग से जोड़ा गया है
  • आईपीसी की धारा 147 और 148 के अनुसार किसी भी क्षेत्र में इकट्ठा होकर दंगा फसाद करना भी मॉब लिंचिंग की श्रेणी में आता है और ऐसा करने पर लोगों को गिरफ्तार भी किया जा सकता है
  • आईपीसी की धारा 149 के अनुसार बिना किसी आज्ञा के इकट्ठा होकर कोई आंदोलन या हड़ताल करना भी मॉब लिंचिंग की श्रेणी में सम्मिलित हैं और इसे भी कानून के विरुद्ध माना जाता है
  • इसके अलावा आईपीसी की धारा 34 और 35 में भी कुछ प्रावधान ऐसे हैं जो कि मॉब लिंचिंग से संबंधित हैं जैसे कि किसी भीड़ द्वारा सामान्य आर्य से किसी व्यक्ति को चोटिल कर देना इत्यादि
  • आईपीसी की धाराओं के अतिरिक्त CRPC मे भी मॉब लिंचिंग से संबंधित कुछ धाराएं विद्यमान है परंतु वे सटीक तौर पर इसकी व्याख्या नहीं करती हैं
  • भारतीय दंड संहिता के अनुसार यदि किसी भीड़ द्वारा किसी व्यक्ति की हत्या कर दी जाती है तो उस व्यक्ति पर आईपीसी की धारा 302 और आईपीसी की धारा 307 को ही लागू किया जाएगा
  • हाल के वर्षों में सुप्रीम कोर्ट द्वारा भी केंद्र सरकार को और विभिन्न राज्य सरकार को यह निर्देश दिए गए हैं कि वे अपने-अपने स्तर पर मॉब लिंचिंग को रोकने के लिए अलग-अलग कानूनों का निर्माण करें और कानूनों का निर्माण करने के साथ साथ ही उन्हें सही ढंग से लागू भी करें
  • मॉब लिंचिंग से निपटने के लिए भारत के गुजरात राज्य ने सबसे पहले कानूनों का निर्माण किया है

Mob Lynching को रोकने के उपाय

अब सवाल यह उठता है कि मॉब लिंचिंग को कैसे रोका जा सकता है तो मॉब लिंचिंग को रोकने के निम्नलिखित उपाय हो सकते हैं :

  1. “एक को सजा और सब को सबक” इसी सिद्धांत को अपनाते हुए सरकारों को मॉब लिंचिंग से संबंधित बेहद कठोर कानूनों का निर्माण करना चाहिए ताकि एक बार लोगों को सजा मिलने के बाद यह उग्र भीड़ वापस से इस प्रकार की घटना को अंजाम ना दे पाए
  2. आपसी सौहार्द और किन्हीं दो धर्मों या समुदायों के बीच अविश्वास की खाई को कम करके ही इस प्रकार की सांप्रदायिक मॉब लिंचिंग को रोका जा सकता है क्योंकि अगर सभी आपसी सौहार्द के साथ रहेंगे तो इस प्रकार की घटनाएं अंजाम नहीं लेगी
  3. स्थानीय प्रशासन द्वारा अपने अपने स्तर पर कुछ विशेष प्रकार के कायदे और कानूनों का निर्माण करना चाहिए जैसे कि कोई हड़ताल या आंदोलन करने के लिए उस स्थान विशेष के अधिकारी की सहमति आवश्यक है और साथ ही पुलिस प्रशासन की सहमति भी आवश्यक है इत्यादि
  4. सोशल मीडिया के माध्यम से सांप्रदायिकता फैलाने वाले असामाजिक तत्वों पर कठोर कार्रवाई करते हुए इन्हें सख्त से सख्त सजा देनी चाहिए ताकि इस प्रकार की मॉब लिंचिंग की घटनाएं होने से पहले ही रोकी जा सके
  5. जिन जिन राज्यों में इस प्रकार की घटनाएं बहुत ज्यादा बढ़ रही हैं उन्हें केंद्र सरकार द्वारा सूचित करते हुए इस संबंध में एक्शन लेने को कहा जाए ताकि वे राज्य सरकारें इस प्रकार की घटनाओं को कम कर सके

इस तरह से इन कुछ विशेष उपायों द्वारा बढ़ती हुई मॉब लिंचिंग की घटनाओं को रोका जा सकता है


FAQs : Mob Lynching Meaning In Hindi

सवाल : सबसे ज्यादा मॉब लिंचिंग की घटनाएं कहां घटित हुई है?

वर्तमान में भारत के राजस्थान और उत्तर प्रदेश राज्य में सबसे ज्यादा मॉब लिंचिंग की घटनाएं घटित हुई हैं

सवाल : क्या मॉब लिंचिंग से संबंधित कोई विशेष कानून है?

नहीं, आईपीसी की कुछ विशेष धाराओं के अनुसार ही मॉब लिंचिंग के आरोपियों को सजा दी जाती हैं

सवाल : संपूर्ण विश्व में सबसे पहले मॉब लिंचिंग की घटनाएं कहां घटित हुई?

सबसे पहले मॉब लिंचिंग की घटनाएं यूरोप के राष्ट्र जर्मनी में घटित हुई थी

सवाल : Mob Lynching Meaning In Hindi?

किसी उग्र या हिंसक भीड़ द्वारा किसी अपराधी या निर्दोष व्यक्ति की हत्या कर देना ही मॉब लिंचिंग कहलाता है

सवाल : मॉब लिंचिंग की घटनाओं को कैसे रोका जा सकता है?

राज्य सरकारों व केंद्र सरकारों द्वारा कठोर कानून बनाकर इस प्रकार की घटनाओं को रोका जा सकता है


Conclusion

हम आशा करते हैं कि आपको आज का हमारा यह लेख Mob Lynching Meaning In Hindi बहुत पसंद आया होगा और इसे पढ़कर आपको बहुत अच्छी जानकारी प्राप्त हुई होगी

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इस लेख को पढ़ने के लिए आपका बहुत-बहुत आभार और धन्यवाद