फिल्म डायरेक्टर कैसे बन सकते है : फ़िल्मी दुनिया का ग्लैमर ऐसा है की हर कोई फिल्मों की दुनिया से प्रभावित है, बहुत से लोग आज हीरो, हेरोइन, डायरेक्टर आदि बनना चाहते है, फिल्मों के कामियाब होने के पीछे डायरेक्टर का बहुत ज्यादा बड़ा रोल होता है
हमें टीवी पर बस हीरो हेरोइन और मूवी की मुख्य कास्ट दिखती है, पर असल में बहुत से लोग हर एक सीन को बनाने के लिए काम करते है, फिल्म डायरेक्टर बनना आसान नही है इसमें आपका पैशन और आपका एक्सपीरियंस बहुत अहम् भूमिका निभाता है
मूवी डायरेक्टर से जुडी पढ़ाई का इतना महत्व नही है, फ़िल्मी दुनिया में महत्त्व आपके ख़ास नज़रिए, काबीलियत और एक्सपीरियंस का है
फिल्म डायरेक्टर बनने से पहले छोटी मोटी चीज़ें करके फिल्म शूटिंग का पार्ट बनना पड़ता है और फिर धीरे धीरे अपनी काबीलियत के दम पर आगे जाना होता है
आप टीवी शो या म्यूजिक विडियो भी डायरेक्ट करके अपने एक्सपीरियंस को बढ़ा सकते है, इसके लिए भी बहुत से कॉलेज है जिससे आप फिल्म डायरेक्टर की पढ़ाई कर सकते है, पर इसके बिना भी आपको इस फील्ड में काम मिल सकता है
इसकी पढ़ाई तो बस इस फील्ड के काम को समझने और सीखने के लिए होती है, और ये सब एक्सपीरियंस से भी सीखा जाता है, आजके इस आर्टिकल में मूवी डायरेक्टर कैसे बने, कौन फिल्म डायरेक्टर बनने के लिए कौन सी पढ़ाई करे, और कैसे इस फील्ड में काम पा सकते है आदि के बारे में चर्चा करेंगे
फिल्म डायरेक्टर कैसे बन सकते है
डायरेक्टर फिल्मो में दिशा का निर्देशक का काम करता है, हर एक शॉट सही से हो यह ज़िम्मेदारी भी डायरेक्टर की होती है, डायरेक्टर हर शॉट को पहले से इमेजिन करके एक प्रॉपर सेटअप को बनाने का काम करता है
डायरेक्टर हर एक सीन में जो चीज़ें चाहे जोड़ सकता है या उस समय की परिस्थित के हिसाब से चीज़ें बदल भी सकता है
फिल्म डायरेक्टर बनने के लिए आपमें रचनात्मकता होनी चाहिए किसी चीज़ को समझने और करके की समझ होनी चाहिए, आपको फिल्मों के पीछे की कहानी समझनी और बनानी आनी चाहिए
कोई भी फिल्म डायरेक्टर सीधे नही बन जाता है फिल्म डायरेक्टर बनने के लिए जो चीज़ सबसे ज्यादा ज़रूरी होती है वो है रचनात्मक नजरिया
फिल्म डायरेक्टर बनने के लिए योग्यता
इसके लिए एक्सपीरियंस, रचनात्मकता और चीज़ों को और सही से प्रदर्शित करने का तरीका आना चाहिए, डायरेक्टर वो है जो फिल्मो के सीन में जान भर दे जो फिल्मो को असलियत से मिलता जुलता बना देता है
इसलिए आप कितना पढ़े है इससे कोई फरक नही पड़ता, आपमें योग्यता होनी चाहिए और यह योग्यता एक्सपीरियंस से आती है
हम डायरेक्टर बनने के लिए कौन सी पढ़ाई कर सकते है
जैसा की हमने बताया कोई कोर्स करना लाज़मी नही है पर आप चाहे तो फिल्म से जुड़े कोर्स कर सकते है, यह भी फिल्मो को समझने का एक तरीका है, हम पढ़ाई के कोर्स से फिल्मे कैसे बनती है और फिल्मो को बनाने के पीछे क्या सीन होता है यह समझने में आसानी होती है
12 की परीक्षा पास करना किसी भी चीज़ की आगे की शिक्षा के लिए बहुत ज़रूरी होता है इसलिए पहले आपको अपनी 12 की शिक्षा पूरी करनी है उसके बाद आप डायरेक्टर के लिए कोई भी फिल्म डायरेक्शन का कोर्स कर सकते है
भारत में फिल्म मेकिंग से जुड़े प्रसिद्ध इंस्टिट्यूट
Film and Television Institute of India, Pune | L V Prasad Film And TV Academy, Chennai |
Satyajit Ray Film and Television Institute (SRFTI) Kolkata | National Academy of Media and Events |
National Institute of Design (NID), Ahmadabad | MIT School of Film and Television |
Whistling Woods International, Mumbai | Design Media and Edutainment Solutions |
Kalapurnam Institute of Visual effects and Animation MAYA | CREO Valley School of Film and Television |
Center For Research In Art Of Film And Television (CRAFT), Delhi | Amity University |
Ramesh Sippy Academy of Cinema and Entertainment (RSACE), Mumbai | Seamedu – School of Pro-Expressionism |
The ICE Institute | Toledo – The Film Institute |
K. R. Narayanan National Institute of Visual Science and Arts (KRNNIVSA) | Shiv Nadar University |
Asian Academy of Film and Television | L. J. Institute of Media and Communications |
Film and Television Institute of India, Pune | Sri Aurobindo Centre for Arts and Communication |
फिल्म निर्माण से डिप्लोमा
यदि आप फिल्म निर्माण का डिप्लोमा करते है तो आपको सर्टिफिकेट के साथ साथ बहुत से प्रैक्टिकल करवाए जायेंगे जिससे आपको फिल्मों के बारे में काफी जानकारी मिलेगी
डिप्लोमा एक से दो साल का होता है
एडमिशन की क्रिया
आप कोई भी ऑनलाइन और ऑफलाइन डिप्लोमा का कोर्स ढूंढ के जो की फिल्म मेकिंग पर हो उसके लिए आवेदन कर सकते है
यह फिल्मों की पढ़ाई के लिए बहुत ही अच्छा इंस्टिट्यूट है आप इस इंस्टिट्यूट से आराम से डिप्लोमा कर सकते है
फिल्मों की पढ़ाई में Diploma के लिए कॉलेज
Gen College of Visual Art, Berhampur | National Academy of Cinema and Television |
Westford Institute of Film Technology, Kochi | Lakhotia Institute of Design, Hyderabad |
Tilak Maharashtra Vidyapeeth, Pune | HighFlyer Animation, Bhubaneswar |
Sree Sankara College, Kalady | CREO Valley School of Film and Television |
Singhania University, Jhunjhunu | Bharatiya Vidya Bhavan’s Film and Television |
Ramoji Academy of Film and Television, Hyderabad | Ant Academy, Mumbai |
Prakriti School of Animation, Noida |
आप फिल्म मेकिंग में बीएससी Bsc, MA, BA भी कर सकते है, यह तीन साल का कोर्स होता है इसके कुछ मुख्य कॉलेज इस प्रकार है
B.Voc, P.G.D, MA, BA, आदि कोर्सेज से जुड़े कॉलेज
Ambedkar University Delhi – Dr BR Ambedkar University, Delhi | Adamas University, Kolkata |
IGNTU Amarkantak – Indira Gandhi National Tribal University, Amarkantak | Ajeenkya DY Patil University, Pune |
Madurai Kamaraj University – Madurai Kamaraj University, Madura | BBA Film and Media |
M.Sc Film and Electronic Media Studies | Amity University, Mumbai |
Mumbai University – University of Mumbai, Mumbai | CMR University, Bangalore |
SAGE University, Bhopal – Sanjeev Agrawal Global Educational University, Bhopal | Dr Shyama Prasad Mukherjee University, Ranchi |
BPA Audio Engineering and Sound Programming | Himgiri Zee University, Dehradun |
SHUATS Allahabad – Sam Higginbottom Institute of Agriculture Technology and Science, Allahabad | Jadavpur University, Kolkata |
WBSU Kolkata – West Bengal State University, Kolkata | Jagannath University, Jhajjar |
AAFT University of Media and Arts, Raipur |
हर कॉलेज का अपना तरीका है, पर आम तौर पर आपके बोर्ड के नंबर के हिसाब से एडमिशन हो जाता है
इस हिसाब से आप फिल्म मेकिंग में डिप्लोमा या कोई और भी कोर्स कर सकते है, आप चाहे तो डिप्लोमा करके ही अपने करियर की शुरुआत कर सकते है या आप चाहे तो अन्य कोर्स करके ग्रेजुएशन करके अपने करियर को शुरू कर सकते है
फिल्म डायरेक्शन / फिल्म मेकिंग कोर्स की फीस कितनी है
यह आप किस कॉलेज में एडमिशन ले रहे है इस बात पर निर्भर करता है, यदि आप बहुत बड़े प्राइवेट कॉलेज को चुनेंगे तो फीस ज्यादा होगी वही यदि सरकारी कॉलेज में फीस कम के साथ साथ सरकारी कॉलेज की डिग्री मिलेगी
- डिप्लोमा के कोर्स की फीस 40 हज़ार से 2 लाख के बीच हो सकती है और यह कुल फीस है
- BSC में फीस 50 हज़ार से 3 से 4 लाख तक जा सकती है
अन्य कोर्स की फीस भी Time Duration और कॉलेज के हिसाब से होती है
फिल्म डायरेक्टर बनने के लिए अपना करियर कैसे शुरू करे
आपने फिल्मो से जुडी पढ़ाई की है या नही की है या आप अपने पैशन की वजह से फिल्म डायरेक्टर बनना चाहते है, इन सब से ज्यादा माइने रखने वाली बात यह है की आप फिल्मो को प्रेजेंट कैसे करते है
यदि आप भी जानना चाहते है की फिल्म डायरेक्टर कैसे बन सकते है तो आपको फिल्मो के पीछे की कहानी समझनी पड़ेगी हर सीन को कैसे बनाया है यह समझना पड़ेगा, अब फिल्मो को ऑडियंस की नज़रिए से नही डायरेक्टर के नज़रिए से देखना शुरू करिए
अपनी स्किल्स को बेहतर बनाइये और फिल्म में हुई गलतियों की ढूंढिए जिससे आपको और अच्छे से समझ आएगा की फिल्मे कैसे बनती है और उनको और बेहतर तरीके से कैसे बनाया जा सकता है
बिना ऑडियो के फिल्मे देखना शुरू करिये, क्योंकि कभी भी फिल्मो को आवाज़ उनकी शूटिंग के समय नही दी जाती है, यह सब चीज़ें आपकी रचनात्मकता को बढ़ाएंगी
यदि आपको लगता है की आपमें डायरेक्टर वाले गुण है तो आप अपने आपको आजमा सकते है, आजके समय में शोर्ट फिल्म का क्रेज बहुत है और इसे कोई भी बना सकता है
आपको बस अपने दोस्तों की मदद लेनी है और आप जितनी भी रचनात्मकता दिखाना चाहते है दिखाइये और साथ में एक डायरेक्टर के रूप में अपनी शोर्ट फिल्म को बनाइये, आप शोर्ट फिल्म को बना के अपनी काबीलियत को आजमा सकते है और ऑडियंस के रिव्यु आपके लिए फीडबैक की तरह काम करेंगे
इस शोर्ट फिल्म बनाने की प्रक्रिया में आप छोटे ही लेवल पर ही सही पर वह सब काम करना सीख जायेंगे जो डायरेक्टर के रूप में किये जाते है
शोर्ट फिल्म बनाने के लिए ज्यादा खर्चा करने की भी ज़रुरत नही पड़ेगी आप नए नए आईडिया से शोर्ट फिल्म बना सकते है और सोशल मीडिया पर डाल सकते है
आपको ज्यादा से ज्यादा एक्सपीरियंस और सीन को डायरेक्ट करने की जानकारी इकट्ठी करनी है, क्योंकि जितना ज्यादा एक्सपीरियंस होगा उतनी ही ज़ल्दी आपको काम मिलेगा, और यह पूरी तरह आपके पैशन और आपकी काबीलियत पर निर्भर करता है
यदि आपको लगता है की आप एकदम से फिल्म डायरेक्टर बन जायेंगे तो ऐसा मुमकिन नही है, आपको पहले फिल्म प्रोडक्शन की टीम का हिस्सा बनना होगा, रनर और कैमरा ऑपरेटर का काम भी करना पड़ सकता है
इस क्रिएटिव फील्ड में कोई भी काम छोटा या बड़ा नही होता है इसलिए सिर्फ सीखने पे फोकस करना है, आपको अपने काम से पहचान बनानी है और धीरे धीरे असिस्टेंट डायरेक्टर और फिर डायरेक्टर बनने की तरफ कदम रखना है
फिल्म एक टीम वर्क होता है और डायरेक्टर बनने के लिए एक टीम का होना बहुत ज़रूरी है आपका लोगो नेटवर्क बनाना ज़रूरी है, आप इसके लिए प्रीमियर और पार्टी में जा सकते है, और खुदको Introduce करिए ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग आपको जान पाए
सीधे फिल्म डायरेक्टर बनना मुश्किल है, इसलिए आपको म्यूजिक डायरेक्ट करना, टीवी शो डायरेक्ट करने जैसे कामो को करना होगा जितना आपके पास एक्सपीरियंस और एक डायरेक्ट करने का नजरिया रहेगा उतना ही आपको ज़ल्दी काम मिलेगा
डायरेक्टर के रूप में आपका पोर्टफोलियो जितना अच्छा होगा उतना ही आपको ज़ल्दी काम मिलने के चांसेस रहेंगे
आप शोर्ट फिल्म बना के उन्हें फिल्म फेस्टिवल में इंटर करवा सकते है जिससे एक साथ बहुत सारे लोग आपसे और आपके काम से वाकिफ हो सके, यह एक आपके टैलेंट को बहुत से मौके मिलेंगे
यदि आपको कोई छोटा मोटा काम मिलता है तो कर लीजिये क्योंकि यह ऐसी फील्ड है जहां पर आपको एक बार तो अपनी काबिलियत साबित करनी ही पड़ेगी,
इसलिए आप शुरू कहाँ से कर रहे उससे ज्यादा यह ज़रूरी है की आप धीरे धीरे अपनी काबिलियत को बढ़ा सकते है जिससे एक समय के बाद आपको अपनी ड्रीम डायरेक्टर की पोस्ट और काम ज़रूर मिल जायेगा
फिल्म डायरेक्टर का क्या काम होता है
फिल्म के आर्टिस्टिक और ड्रामेटिक आस्पेक्ट को सही रखना और कण्ट्रोल करना फिल्म डायरेक्टर का मुख्य काम होता है, टेक्निकल टीम को स्क्रीम प्ले के लिए गाइड करने का काम भी डायरेक्टर का होता है
सेट-अप सही से करवाने का काम भी डायरेक्टर का होता है, डायरेक्शन हर सीन को करने से पहले उस सीन को परफेक्ट बनाने के लिए उसे पहले इमेजिन करता है और जो भी चीज़ें उस सीन को और अच्छा बनाने के लिए जो भी ज़रूरी होता है उन चीज़ों को जोड़ता है
यह डायरेक्टर का ही काम है की किस सीन में कौन सा एंगल सही रहेगा कौन सी लाइट कितनी मात्रा में सही रहेगी आदि, अपनी पूरी टीम के साथ किसी भी शूट को पूरा करने की ज़िम्मेदारी भी डायरेक्टर की होती है
फिल्म के कास्ट मेम्बर को चुनने में भी डायरेक्टर सहायता करता है, और फिल्म के रचनात्मक रूप को सही से दुनिया के सामने प्रेजेंट करना का काम भी डायरेक्टर का होता है, फिल्म डायरेक्टर कैसे बन सकते है यह तो हम ऊपर जान चुके है
एक अच्छे फिल्म डायरेक्टर के गुण
- कैमरे से दोस्ती
फिल्म बनाने के लिए एक डायरेक्टर को खुद कभी भी कैमरे के सामने आने से या फोटो आदि खीचने से नही डरना चाहिए, उसे फोटो कैसे खीचनी है और कैमरे से एक तरह से उसकी दोस्ती होनी चाहिए, कैसे भी हालातों में वह यह न कहे की मै कैमरे के आगे नही आ सकता
- एक अलग नजरिया
अच्छा डायरेक्टर वो है जो हमें फिल्मों से ही असलियत और फिल्मो के बीच के फरक को मिटा दे, ऐसा लगे ही न की जो हम देख रहे ही वो बस एक मूवी है
आजके समय में ऐसे बहुत से डायरेक्टर है जो इस लिए प्रसिद्ध है क्योंकि वो जिस तरह फिल्मों को प्रदर्शित करते है उससे ऑडियंस उनकी फिल्मो से अपनी ज़िन्दगी को कनेक्ट कर पाती है या फिल्म में जो भी कास्ट है उनकी कहानी से जुड़ पाते है
- टाइम मैनेजमेंट
यह एक डायरेक्टर में होना बहुत ज़रूरी है क्योंकि पूरे शूट की ज़िम्मेदारी डायरेक्टर पर ही होती है जिसकी वजह से अगर वो ही समय को सही से मैनेज नही कर पायेगा तो और वह पूरे कास्ट को कैसे संभालेगा
- एक्टिंग की समझ
एक डायरेक्टर को एक्टिंग की समझ होनी चाहिए, की वो अपने कास्ट मेम्बर को उनके करैक्टर में ढलने में मदद कर पाए और बेस्ट शॉट्स ले पाए, हमने बहुत सी मूवी में देखा है की अभिनेत्रियों के एक्टिंग कौशल से मूवी और भी अच्छी लगती है और इसमें डायरेक्टर का भी रोल होता है
डायरेक्टर अपने हिसाब से अपने कास्ट को सिखाता है की क्या कैसे करना है, ताकि सीन के हिसाब से अच्छे शॉर्ट्स कैप्चर हो पाए
- मेल जोल की कला
डायरेक्टर के कनेक्शन होना भी बहुत ज़रूरी है, डायरेक्टर को लोगो से अपना काम निकलवाना और नए लोगो से कनेक्शन बनाना और पुराने लोगो से कनेक्शन बनाए रखना आना चाहिए
यह कुछ मुख्य खूबियाँ है जोकि एक डायरेक्टर के अंदर होनी ही चाहिए
फिल्म डायरेक्टर की कितनी कमाई होती है
फिल्म डायरेक्टर की कमाई फिल्म के बजट के हिसाब से होती है और जितना प्रसिद्ध और अच्छा डायरेक्टर होगा उतनी ही अच्छी उसकी कमाई होती है
शुरुआत में ऐसा लग सकता है की कमाई नही हो रही या जितनी मेहनत है उसके हिसाब से बहुत कम कमाई हो रही है, पर जैसे जैसे आपकी मूवीज हिट होती जाएँगी लाखों से करोडो का आकडा कब पार हो जायेगा पता भी नही लगेगा
भारत के कुछ मुख्य फिल्म डायरेक्टर
- सत्यप्रकाश उपाध्याय
- वी। शांताराम
- ऋतुपर्णो घोष
- एआर मुरुगादॉस
- बी। एन। रेड्डी
- अमित दत्ता
- अनुराग कश्यप
- जी अरविंदन
- ज्योतिष बंद्योपाध्याय
- बाला
- सत्यजीत रे
- राहुल ढोलकिया
- अजिता सुचित्रा वीरा
- सईद अख्तर मिर्जा
- अदूर गोपालकृष्णन
- हीरालाल सेन
- नागतिहल्ली चंद्रशेखर
- सतीश कलाथिल
- धीरेन्द्रनाथ गंगोपाध्याय (डी। जी।)
- पुत्तन कानागल
- उपेंद्र
- योगराज भट
- दुनीया सोरी
- गोविंदभाई पटेल
- पवन कुमार
- किच्छा सुदीपा
- रक्षित शेट्टी
- अभिषेक जैन
- B राममूर्ति
- चंदूलाल शाह
- दिनेश बाबू
- नागतिहल्ली चंद्रशेखर
FAQs: फिल्म Director कैसे बन सकते है
सवाल : फिल्म में डायरेक्टर का क्या काम होता है?
फिल्म में डायरेक्टर शूटिंग करवाया है और पब्लिशिंग तक सब मैनेज करता है, डायरेक्टर का ही काम होता है की हर सीन सही से शूट हो, डायरेक्टर ही पूरे सीन को डायरेक्ट करता है, यह ही पूरे मूवी को शूट करवाता है हर एक सीन को इमेजिन करके उसको सही तरह से शूट करवाने का काम करता है
सवाल : असिस्टेंट डायरेक्टर कैसे बने?
आपके अंदर डायरेक्टर बनने का जज्बा और काबलियत होनी चाहिये तभी आप किसी अच्छे डायरेक्टर को असिस्ट कर पाएंगे, आपको असिस्टेंट डायरेक्टर बनने के लिए पहले किसी डायरेक्टर के पास इंटर्नशिप करनी पड़ेगी, उसके बाद आप असिस्टेंट डायरेक्टर की पोस्ट के लिए अप्लाई कर सकेंगे
सवाल : एक फिल्म निर्माता क्या करता है?
फिल्म निर्माता ही पूरे फिल्म के बजट की व्यवस्था करता है और सारे कास्ट के चुनाव में भी फिल्म निर्माता मुख्य भूमिका निभाता है
सवाल : फिल्म में सहायक निर्देशक क्या है?
यह डायरेक्टर के कामो में उसकी सहायता करता है, डायरेक्टर के पास बहुत से काम होते है और उसकी सहायता के लिए भी कोई योग्य व्यक्ति चाहिए उसी को सहायक निर्देशक कहते है
सवाल : दुनिया की पहली फिल्म कौन सी है?
Roundhay Garden Scene (रौंधे गार्डन सीन) दुनिया की सबसे पहले फिल्म है
सवाल : फिल्म का मालिक कौन होता है?
फिल्म का मालिक प्रोडूसर होता है, क्योंकि वो ही सारे फिल्म का खर्चा उठाता है और हर तरह के कास्ट को डायरेक्टर और अन्य लोगो को शामिल करता है, यदि फिल्म बहुत तरक्की करती है तो सबसे ज्यादा फायदा भी प्रोडूसर को ही होता है
तो हम कह सकते है की फिल्म का असली मालिक प्रोडूसर होता है
सवाल : फिल्म डायरेक्टर कोर्स?
आजके समय में फिल्म की पढ़ाई करना भी ज़रूरी हो गया है, क्योंकि पढ़ाई में फिल्म की तकनीकी चीज़ों के बारे में बताते है, इसके लिए सर्टिफिकेट कोर्स, डिप्लोमा, बीएससी, बीए आदि कोर्स है
आप ग्रेजुएशन या डिप्लोमा दोनों में से अपने हिसाब से कुछ भी करके फ़िल्मी दुनिया में कदम रख सकते है
सवाल : प्रोड्यूसर का क्या काम होता है?
प्रोडूसर का काम पूरे फिल्म के बजट को मैनेज करना होता है, फिल्म में लगने वाले सारे पैसे प्रोडूसर की तरफ से होते है और प्रोडूसर ही असिस्टेंट डायरेक्टर, डायरेक्टर कास्ट आदि को निश्चित करता है
सवाल : डायरेक्टर को हिंदी में क्या कहते है ?
डायरेक्टर को हिंदी में फिल्म निर्देशक कहते है
सवाल : फिल्म निर्देशक कैसे बने ?
आप अपनी काबियत के दम पर फिल्म निर्देशक बन सकते है, आपको बस अपनी काबिलियत प्रूफ करनी होंगी, आज फिल्मो की दुनिया में असली टैलेंट की बहुत ज्यादा तलाश है, अगर आप में है तो आगे आइये और शोर्ट फिल्म से शुरुआत कीजिए
Conclusion
फिल्म निर्देशक बनने के लिए तजुर्बे की और काबिलियत की ज़रुरत है, और आज हम फिल्मो से जुड़े कोर्स करके भी फिल्मों के बारे में कितना कुछ सीख सकते है, तो यदि आपका भी सपना डायरेक्टर बनने का है और आपको लगता है की आपमें वो बात है तो बेशक आप बन सकते है
इसके लिए आप कोर्स भी कर सकते है फिल्म की पढ़ाई से जुड़े बहुत से कोर्स है जिनके बारे में हमने बताया है
और यदि आप सीधा अपना करियर शुरू करना चाहते है तो हम आपको बताना चाहते है की आप सीधे फिल्म डायरेक्टर नही बन सकते
इसके लिए आपको धीरे धीरे आगे जाना होगा, आप शोर्ट फिल्म बना के उसे फिल्म फेस्टिवल में इंटर करवा सकते है जिससे बहुत से लोगो तक आप एक साथ अपना टैलेंट पंहुचा सके, बाकी आप इंटर्नशिप करके अस्सिस्टेंट डायरेक्टर के लिए भी कोशिश कर सकते है
यदि आपमें जूनून है और डायरेक्टर वाली बात है तो बस आप फ़िल्मी इंडस्ट्री में बस चले जाइये, और शुरुआत में जो भी काम मिले कर लीजिये कोई काम छोटा या बड़ा नही होता, आपको धीरे धीरे करके अपनी ड्रीम जॉब मिल ही जाएगी
हमें आशा है की आपको हमारा यह आर्टिकल फिल्म डायरेक्टर कैसे बन सकते है अच्छा लगा होगा, हमारे इस आर्टिकल को पूरा पढने के लिए दिल से शुक्रिया