जिप्सम का रासायनिक सूत्र – Gypsum ka Rasayanik Sutra in Hindi

जिप्सम का रासायनिक सूत्र – हमारी प्रकृति में बहुत से खनिज पदार्थ मिलते है और रासायनिक विज्ञान में तो इन पदार्थ की अलग ही महत्ता है

जिप्सम भी हमारी कुदरत में मिलने वाला एक महत्वपुर्ण खनिज है जिप्सम एक बहुत ही उपयोगी `पदार्थ है

समय के साथ इसका इस्तेमाल अलग-अलग क्षेत्र में बढ़ता जा रहा है जिप्सम का सूत्र और रासायनिक नाम भी एक महतवपूर्ण धातु की उपस्थति दर्शाते है

जिप्सम में कैल्शियम उपस्थित होता है और कैल्शियम हमारे लिए हमारी प्राकृति के लिए बहुत ज़रूरी धातु है इसकी उपस्थिति जिप्सम में सल्फ्यूरिक एसिड के साथ है जो इसे कैल्शियम सलफेट बना देती है जिससे  इसके गुण बढ़ जाते है

जिप्सम एक सामान्य खनिज के रूप में मौजूद है यह सलफेट से बनने वाला सबसे सामान्य खनिज है

जिप्सम का निर्माण कैल्शियम सलफेट डाइहाइड्रेट से हुआ है जिप्सम एक ऐसा खनिज है जिसकी बनावट में सलफेट के आयन मौजूद होते है जिप्सम खनन करके हासिल किया जाता है

यह प्राकृतिक तौर से हमें मिलता है यह बहुत सारे मुख्य पदार्थ जैसे प्लास्टर ऑफ़ पेरिस बानाने के काम आता है इसका उपयोग फ़र्टिलाइज़र में भी किया जाता है

एक हलके और बारीक दाने वाली जिप्सम जिसे अबस्टर भी कहते है इसका उपयोग प्राचीन काल में कई संस्कृति जैसे प्राचीन मिस्त्र प्राचीन रोम और इंग्लैंड में मूर्तिकला के लिए होता था ! इनका क्रिस्टलीकरण सेलेनाईट के क्रिस्टल के रूप में भी होता है

 

Gypsum ka Rasayanik Sutra in Hindi
Gypsum ka Rasayanik naam in Hindi

 

जिप्सम का रासायनिक सूत्र

किसी भी तत्व का रासायनिक सूत्र उसके अणु में मौजूद तत्वों और उनकी मात्रा को दर्शाता है अर्थात हम किसी भी पदार्थ का सूत्र जानकार यह बता सकते है की यह क्या है इसकी बनावट किससे हुई है

आजके समय पर जहाँ  सबकुछ विकास पर है जिसके कारण  किसी भी पदार्थ के सूत्र से यह पता लगाया जा सकता है की उसका इस्तेमाल क्या है और तो और उसके क्या फायदे और नुक्सान है यह भी आज के समय में जाना जा सकता है

यह एक नरम सलफेट हैं जो हमें प्राकृतिक तौर पर मिलता हैं इसका निर्माण कैल्शियम सलफेट डाइहाइड्रेट से हुआ है

जिप्सम का रासायनिक सूत्र  CaSO4.2H2O 

 

का रासायनिक सूत्र

 

जिप्सम का रासयनिक सूत्र में कैल्शियम शामिल है और साथ में सल्फ्यूरिक एसिड और पानी के कण इसके मुख्य तत्व है ज्जिप्सम के कारण ही मिटटी में हवा का आवागमन सुगम तरीके से बना रहता है

जिप्सम का सूत्र में एक कैल्शियम का अणु, एक सल्फ्यूरिक एसिड का अणु और दो पानी के अणु मौजूद है

इनकी मात्रा हर जिप्सम के अणु में समान ही रहती है 2 पानी के अणु होने के कारण इसकी कुछ ख़ास विशेषतायें और कमियाँ भी है

 

जिप्सम का रासायनिक नाम 

जिप्सम का रासायनिक नाम जिप्सम का रासायनिक सूत्र से बना है किसी भी रासायनिक तत्व का नाम उसके रासायनिक सूत्र पर ही निर्भर करता है


जिप्सम का रासायनिक नाम  कैल्शियम सलफेट डाइहाइड्रेट 

जिप्सम का रासायनिक नाम कैल्शियम सलफेट डाइहाइड्रेट  है क्योंकि यह कैल्शियम और सलफेट से मिलके बना है और तो और इसमें दो पानी के अणु मौजूद है जिसे हाइड्रेट कहते है

जिप्सम एक सफ़ेद रंगहीन खनिज है इसके हर एक अणु में आपको कैल्शियम सलफेट की समान मात्रा में उपस्थिति देखने को मिलेगी

जिप्सम में CaO की उपस्थिति 32.5 परसेंट है, SO3 की उपस्थिति 46.6 परसेंट है और H2O की उपस्थिति 20 परसेंट है इन सबको मिला के पूरा 100 प्रतिशत जिप्सम का निर्माण होता है

 

जिप्सम का आणविक भार (Molar mass of Gypsum)

जैसा की आप जानते है की किसी भी पदार्थ का आणविक भार उसके अणु के भार के समान होता है

और किसी भी अणु का भार उसमे मौजूद तत्वों के भार के सामान होता है

जिप्सम का रासायनिक सूत्र CaSO4.2H2O  है अर्थात जिप्सम के एक अणु में एक कैल्शियम और एक सल्फ्यूरिक एसिड और दो पानी के अणु होते है


1 कैल्शियम के परमाणु का भार = 40u

1 सल्फ्यूरिक एसिड में 1 सुल्फेर और 4 ऑक्सीजन होते है

1 सुल्फेर का भार = 32u

1 ऑक्सीजन का भार =16u

1 सल्फ्यूरिक एसिड का भार(SO4) =1 सुल्फेर का भार + 4 ऑक्सीजन का भार

1 सल्फ्यूरिक एसिड का भार(SO4) =32 +4(16) = 96u

1 पानी के अणु में दो हाइड्रोजन के परमाणु और 1 ऑक्सीजन के परमाणु होते है

1 हाइड्रोजन के परमाणु का भार = 1u

1 ऑक्सीजन का भार =16u

1 पानी के अणु का भार = 1 हाइड्रोजन के परमाणु का भार  + 1 ऑक्सीजन का भार

1 पानी के अणु का भार =1 + 16= 17u

जिप्सम का आणविक भार =1 कैल्शियम के परमाणु का भार + 1 सल्फ्यूरिक एसिड का भार(SO4)  +2 पानी के अणु का भार

जिप्सम का आणविक भार=40+96+2*17

जिप्सम का आणविक भार=136+34=170u

जिप्सम का आणविक भार 170u 

जिप्सम कैसे बनता है  

जिप्सम भी और खनिज पदार्थ  हैलाइट  और अनहाइडराइट के साथ ही मिलता है यह सब खनिज वाष्पीकरण करने में संभव होते है

यह समुन्द्र के  नमकीन पानी की उपस्थि होने के कारण सलफेट समुन्द्र में पाए जाते है

खारे झीलों में वाष्पीकरण होने के कारण सूखी सतह पर खनिज पीछे रह जाते है और जमीन के अन्दर का पानी वहाँ पर रह गए खनिज पर हाइड्रेशन की प्रक्रिया करता है जिससे जिप्सम का निर्माण होता है

समझने की बात यह है की इसका निर्माण खुदसे होता है इसलिए हम इसे प्राकृतिक तौर पर उपलब्ध खनिजो में गिनते है

जिप्सम का निर्माण हैलाइट और अनहाइडराइट से भी होता है क्योंकि इन्ही में हाइड्रेशन ककरके जिप्सम बनता है और हम यह भी कह सकते है की जिप्सम हैलाइट और अनहाइडराइट में भी होता है

समुन्द्र और नदिया तो तमान देशों से जुडी हुई है अर्थात जिप्सम कई देशो  में पाया जाता है

सबसे ज्यादा जिप्सम स्पेन, अमेरिका, थाईलैंड, रूस में पाया जाता है

जिप्सम के बारे में एक बात और जानने योग्य है जिप्सम समय के साथ पानी में घुल जाता है अर्थात इसकी उपलब्धी तो होती है पर समय के साथ अगर इसको एकत्र न किया जाये तो पानी के बहाव से जिप्सम पानी के संपर्क में आने से वापस पानी में घुल जाता है

 

जिप्सम कहा पर उपलब्ध है 

यह तटछटी चट्टान के नीचे मिलता है यह बड़े बड़े चट्टानों की परतों के नीचे खोजे जा सकते है यह लैगून में भी मिलता है क्य्पोंकी समुद्र में पानी में सबसे ज्यादा कैल्शियम और सलफेट मिलते है

जब भी पानी वाष्पित होता है तो खनिज पीछे रह जाते है और वेह वापस पानी मेंबहुत धीरे धीरे घुलते है अर्थात हम समुन्द्र से भी जिप्सम प्राप्त कर सकते है

मंगल गृह पर भी जिप्सम की उपलब्धी देखी गयी है

हमारे देश भारत में सबसे ज्यादा जिप्सम राजस्थान में मिलता है और राजस्थान में ही सबसे ज्यादा जिप्सम की माइनिंग होती है राजस्थान के इलावा जम्मू और कश्मीर में भी जिप्सम मिलता है पर राजस्थान के मुकाबले जम्मू और कश्मीर में बहुत कम जिप्सम मिलता है

 

जिप्सम के प्रकार

जिप्सम मुख्य रूप से दो प्रकार के है

  • प्राकृतिक जिप्सम
  • सिंथेटिक जिप्सम

प्राकृतिक जिप्सम तो चट्टानों और समुद्रो से मिल जाता है

सिंथेटिक जिप्सम

सिंथेटिक जिप्सम मनुष्यों के द्वारा बनाया गया है इनके बनाने के तरीके से जिप्सम के प्रकार भी बन गए है

सिंथेटिक जिप्सम के प्रकार 

सिंथेटिक जिप्सम का निर्माण इस बात को ध्यान में रखकर किया जाता है की जिप्सम का रासायनिक सूत्र उनके बनाये जिप्सम में बरकरार रहे

  • सिट्रोजिप्सम
  • फ्लुरोजिप्सम
  • फोस्फोजिप्सम
  • टाइटेनोजिप्सम

जिप्सम के गुण 

जिप्सम के रासायनिक और भौतिक तौर पर अलग-अलग गुण है

जिप्सम के रासायनिक गुण 

  • जिप्सम का रासायनिक वर्गीकरण सल्फेट में आता है
  • जिप्सम की रासायनिक संरचना कैल्शियम सलफेट से हुई है जिसमे डाइहाइड्रेट उपस्थित है

 

जिप्सम  के भौतिक गुण 

  • रंग 

जिप्सम आम तौर पर सफ़ेद रंग में पाया जाता है पर यह कभी कभी और कही कही पीले, नीले, गुलाबी, भूरे रंग में भी मिलते है

  • आभा 

यह रेशमी, मोमी और मोती से चमकील कांच के रूप में मौजूद होते है

  • उपस्थिति

यह पारभाषी पारदर्शी होते है

  • इसकी मोहर कठोरता 2 होता है
  • यह मोनोक्लिनिक क्रिस्टल होते है
  • कभी कभी जिप्सम की उपस्थिति फूल के पंखुड़ियों के रूप में होती है इसे रेगिस्तान का गुलाब भी कहा जाता है
  • यह कम तापीय चालकता का गुण दिखाता है अर्थात यह एक इंसुलेटर के सामान काम करता है
  • यह एक ऐसा खनिज है जो छूने में नरम होता है
  • यह पानी में घुलनशील है इसकी घुलनशीलता तापमान बढ़ने के साथ कम होती जाती है
  • यह सलफेट से बने होने के कारण सल्फेट के परिवार में गिना जाता है

 

जिप्सम का इस्तेमाल


  • खेती में जिप्सम का इस्तेमाल

जिप्सम का अच्छी खेती के लिए इस्तेमाल होता है यह एक फ़र्टिलाइज़र जैसे काम करता है पौधों को अच्छे से बढ़ने के लिए दो सबसे मुख्य खनिज की आवशयकता होती है वो दो खनिज कैल्शियम और सल्फर है कैल्शियम जड़ों से पौधों को अवशोषित करता है और सल्फर पौधों के सम्पुर्ण विकास के लिए आवशयक है

जिप्सम मिटटी की गुणवत्ता बढाता है यह मिटटी में से पानी और हवा को आसानी से गुजरने देता है यह खनिज को संतुलित रखता है यह मिटटी में मौजूद सूख्श्म जीवों और खनिजो को भी संतुलित करता है इसीलिए जिप्सम का खेती में विशेष योगदान है और इसका इस्तेमाल खेती के लिए होता है


  • शैम्पू में जिप्सम का इस्तेमाल

जिप्सम में अधिक बाध्यकारी और मोटा करने की क्षमता होती है और आप तो जानते ही है एक अच्छे बाल की निशानी मोटा और मजबूत होना है जिप्सम ऐसा करने में सहायक है इसलिए इसका इस्तेमाल शैम्पू में भी होता है


  • जिप्सम पाउडर का इस्तेमाल

जिप्सम के पत्थर को गर्म करने पर एक सफ़ेद रंग का पाउडर बनता है जिसे जिप्सम का पाउडर भी कहते है इस जिप्सम पाउडर का इस्तेमाल फ़र्टिलाइज़र के रूप में होता है यह मिटटी के संरचना में सुधार करता है इसका इस्तेमाल सूखी दीवारें बनाने में भी किया जाता है अलग-अलग तरह के टोफू भी जिप्सम पाउडर के इस्तेमाल से बनाये जाते है


  • पानी के सुधर के लिए 

जिप्सम को पानी में डाला जाता है यह पानी में से अशुद्दियां निकाल देता है इसे तालाब में डालने से तलाब की अशुद्धता पानी में नीचे बैठ जाती है और ऊपर का पानी साफ़ हों जाता है इसमें जिप्सम का सूत्र से बने जिप्सम को पानी में डाला जाता है

  • इसका इस्तेमाल क्रीम, आटा, नीला पनीर और ब्रेड बनाने के लिए होता है
  • इसका इसतेमाल हमारे मंजन में भी होता है
  • पुराने समय में इसे मूर्तिकला के लिए भी किया जाता था
  • इसके इस्तेमाल से बहुत से ऐसे पदार्थ बनते है जिनका हमारी रोजमर्रा की जिन्दगीं में इस्तेमाल होता है
  • इसका इस्तेमाल प्लास्टर ऑफ़ पेरिस बनाने के लिए भी होता है

 

जिप्सम इस्तेमाल करने के फायदे 

जिप्सम का इस्तेमाल बहुत सारे चीज़ों और पदार्थों के निर्माण के लिए होता है जिप्सम से बनाई गयी हर वास्तु और पदार्थ का भारी इस्तेमाल है इसलिए जिप्सम एक बहुत ही ख़ास खनिज बन जाता है

  • सस्ता 

यह सस्ता मिलता है क्योंकि ये हमारे पास बहुत ज्यादा है इसलिए इसका दाम भी कम है एक आम व्यक्ति भी इसे खरीद और इस्तेमाल कर सकता है

  • दुष्प्रभाव 

इसका इंसानों की सेहत पर दुष्प्रभाव नही पड़ता इसलिए इसको हम किसी भी चीज़ में इस्तेमाल करे इंसानों को कोई खतरा नही है यह इसका सबसे बड़ा फायदा है

  • टिकाऊ 

क्या आप जानते है की जिप्सम एक ऐसा खनिज है जो अपना काम एक लम्बे समय तक करता है चाहे जिप्सम के बोर्ड की बात करे या जिप्सम के पाउडर की बात करे

  • पर्यावरण 

इसका हमारे पर्यावरण पर कोई दुष्प्रभाव नहीं पड़ता जैसा हम जानते है की ये प्राकृतिक तौर पर हमें मिलता है इसलिए इसका प्राकृतिक पर कोई दुष्प्रभाव नही होता

  • आसान 

इसका इस्तेमाल बहुत ही आसान होता है इसको हम सीधे अपनी दीवारों पर लगा सकते है इससे सीमेंट बनाने में भी दिक्कत नही होती इससे बने बोर्ड और जिप्सम प्लास्टर भी बहुत आसानी से इस्तेमाल किये जा सकते है

  • असर

यह किसी भी चीज़ में बहुत ज़ल्दी असर दिखाता है अर्थात इसका इस्तेमाल जिस भी फोर्मं में किया जाए यह बहुत ज़ल्दी काम में आता है इसको सेट होने में भी समय नही लगता

  • प्रतिक्रिया

यह किसी और पदार्थ के संपर्क में आके कभी भी दुष्प्रभावी प्रतिक्रिया नही दिखाता जिसके कारण इसका इस्तेमाल बढ़ जाता है और तरह तरह के क्षेत्र में इसका इस्तेमाल होने लगता है

 

FAQ – Gypsum ka Rasayanik Sutra Kya Hai 

सवाल : जिप्सम का रासायनिक सूत्र कौन सा है? 

जिप्सम का Rasayanik सूत्र =CaSO4.2H2O

सवाल : प्लास्टर ऑफ़ पेरिस का सूत्र क्या है ?

प्लास्टर ऑफ़ पेरिस का रासायनिक सूत्र CaSO4.1/2H2O

सवाल : जिप्सम का रासायनिक नाम क्या है? 

जिप्सम का रासायनिक नाम कैल्शियम सलफेट डाइहाइड्रेट  है

सवाल : जिप्सम का भार कितना है ?

जिप्सम का भार 170u है

सवाल : जिप्सम का इस्तेमाल कहा होता है ?

जिप्सम का इस्तेमाल सीमेंट बनाने में, फ़र्टिलाइज़र के रूप में, शैम्पू में और बहुत से पदार्थ और चीज़ें बनाने के लिए होता है

सवाल : जिप्सम कहा पाया जाता है ?

जिप्सम बड़े बड़े चट्टानों की सतह के नीचे, झीलों और समुन्द्रों के किनारे मुख्य रूप से पाया जाता है

 

Disclaimer

हम आशा करते हैं कि आपको आज का हमारा यह लेख Gypsum ka Rasayanik Sutra Kya Hai बहुत ज्यादा पसंद आया होगा और इस लेख को पढ़कर आप को जिप्सम का रासायनिक सूत्र का नाम क्या है या पता चला होगा

अगर आपको हमारा यह लेख पसंद आया हो तो इस लेख के Comment Box  में अपने Valuable Suggestions  जरूर लिखें

ताकि आगे आने वाले समय में हम आपके इन्हीं सुझाव के मुताबिक आपके लिए विभिन्न प्रकार के ऐसे ही ज्ञानवर्धक लेख लाते रहे और आपके ज्ञान में सकारात्मक वृद्धि करते रहे

इस लेख को पढ़ने के लिए आप सभी पाठकों का बहुत-बहुत धन्यवाद और आभार